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बिहार चुनाव से पहले डिजिटल प्लेटफॉर्म कुछ यूं बना 'चुनावी रणभूमि'
बिहार विधानसभा चुनाव के शुरू होने में अब महज एक महीने से भी कम का समय बचा है, लिहाजा राजनीतिक प्रचार अब अपने चरम पर है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
बिहार विधानसभा चुनाव के शुरू होने में अब महज एक महीने से भी कम का समय बचा है, लिहाजा राजनीतिक प्रचार अब अपने चरम पर है। कोविड-19 महामारी के दौरान होने वाला यह पहला चुनाव है। इस वजह से डिजिटल प्लेटफॉर्म नई चुनावी रणभूमि बन गई है। बिहार में फेसबुक पर डिजिटल ऐड खर्च करने के मामले में बीजेपी और उसका अलायंस पार्टनर जद (यू) इस दौड़ में सबसे आगे हैं। वहीं प्रशांत किशोर की अगुवाई वाले इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (Indian Political Action Committee) के 'बात बिहार की' (Baat Bihar Ki) पेज दूसरे स्थान पर है।
बिहार में जब विज्ञापन खर्च की बात आती है, तो राजनीतिक विज्ञापनों को अनुमति देने वाला एकमात्र प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लोगों का रुझान बढ़ जाता है। पिछले तीस दिनों में फेसबुक पर सबसे ज्यादा विज्ञापन खर्च के मामले में बिहार चौथे नंबर पर रहा है।
फेसबुक एड लाइब्रेरी (Facebook Ad Library) के अनुसार, 27 अगस्त से 25 सितंबर, 2020 के बीच बिहार के राजनीतिक दलों और उनके सहयोगी पेजेस (allied pages) ने कुल 39,77,153 रुपए खर्च किए गए, जो इस प्लेटफॉर्म पर कुल विज्ञापन खर्च का 95% बिहार से हुआ है। इस अवधि के दौरान जद(यू) के फेसबुक पेजों पर सबसे ज्यादा 504,529 रुपए खर्च किए गए हैं। इसी तरह राष्ट्रीय स्तर पर, इस पेज ने 362 विज्ञापनों पर 784,015 रुपए खर्च किए हैं।
ट्रैकर के अनुसार इस क्षेत्र में राजनीतिक विज्ञापनों पर खर्च करने के मामले में बीजेपी बिहार दूसरे नंबर पर रहा, जिसने पिछले 30 दिनों में 253,316 रुपए खर्च किए। यह राशि 394 विज्ञापनों पर खर्च की गई थी। राजनीतिक विज्ञापनों में खर्च करने वाले तीसरे स्थान पर ‘नीतीश केयर्स’ (Nitish Cares) के नाम वाला पेज रहा, जिसने 160,767 रुपए का विज्ञापन खर्च किया।
इस क्षेत्र के अन्य शीर्ष समर्थकों में जद (यू) और भाजपा के कई अन्य सहयोगी पेज शामिल हैं। उदाहरण के लिए बीजेपी द्वारा बनाए गए ‘द आत्मनिर्भर बिहार’ (The Atmanirbhar Bihar) पेज पर इसी समयावधि के दौरान 152,812 रुपए खर्च हुए।
जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे इन राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों द्वारा बनाए गए कई पेज फेसबुक विज्ञापनों पर अपना खर्च बढ़ा रहे हैं। उदाहरण के लिए ‘बिहार जदयू’ (Bihar JDU) नाम के पेज ने फरवरी 2019 से कुल 155,053 रुपये खर्च किए हैं, लेकिन पिछले एक महीने में इस पेज ने 133,200 रुपए खर्च किए हैं। इस राशि का एक बड़ा हिस्सा, यानी 90,610 रुपए की राशि 20 सितंबर से 26 सितंबर, 2020 के बीच खर्च की गई थी।
इस तरह के और भी कई और उदाहरण हैं, जो राज्य में चुनावों को लेकर अतिसक्रिय हो रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का पेज भी पिछले एक महीने में सबसे अधिक खर्च करने वालों में से एक है। इस पेज ने पिछले एक महीने में 1.15 लाख रुपए से अधिक खर्च किए हैं, जोकि फेसबुक विज्ञापनों पर अपने वार्षिक खर्च का 93% अधिक है। बिहार में कांग्रेस ने उपरोक्त अवधि के दौरान प्लेटफॉर्म पर 103,741 रुपये खर्च किए हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर भी, बिहार से संबंधित पेजेस फेसबुक विज्ञापनों पर सबसे अधिक खर्च करने वालों में से हैं। प्रशांत किशोर की अगुवाई वाले इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (Indian Political Action Committee) के 'बात बिहार की' (Baat Bihar Ki) पेज ने पिछले 30 दिनों में 287 विज्ञापनों पर 847,460 रुपए खर्च किए, उसके बाद जद(यू) ने 362 विज्ञापनों पर 784,015 रुपए खर्च किए। 27 अगस्त से 25 सितंबर के बीच फेसबुक पर विज्ञापन देने वाले कुल 20 टॉप एडवर्टाइजर्स में बीजेपी बिहार भी शामिल है और इसने 394 विज्ञापनों पर 253,216 रुपये खर्च किए हैं।
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