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जानिए कैसे इन विज्ञापनों ने क्या-क्या ऐसा दिखाया जो गलत है
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। इन दिनों सीधे साधे लोगों को गुमराह करने वालों की भीड़ लगी हुई है, जिसमें विज्ञापन भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसका खुलासा ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में हुआ है। दरअसल, ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) की कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल (C
समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। इन दिनों सीधे साधे लोगों को गुमराह करने वालों की भीड़ लगी हुई है, जिसमें विज्ञापन भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसका खुलासा ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में हुआ है। दरअसल, ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) की कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल (CCC) को दिसंबर 2015 में 79 विज्ञापनों की शिकायते मिली, जिनमें से 42 के खिलाफ गुमराह की शिकायते सही पाई गईं। बता दें कि जिन शिकायतों को ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ने सही पाया उसमें ओएलएक्स, स्नैपडील, उबर, भारती एयरटेल, मैरिको और कोलगेट-पामोलिव इंडिया जैसी बड़े ब्रैंड के विज्ञापन भी शामिल हैं। कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल (CCC) के मुताबिक, 42 विज्ञापनों में से आठ हेल्थकेयर कैटेगरी के, नौ एजुकेशन कैटेगरी के हैं, जबकि कमर्शियल कैटेगरी के सात, टेलिकॉम और ब्राडबैंड क्षेत्र के तीन और 15 विज्ञापन अन्य कैटेगरी के हैं। काउंसिल ने स्नैपील के खिलाफ शिकायत को सही पाया है। दरअसल विज्ञापन में ‘फ्री डिलीवरी’ के दावे की पुष्टि नहीं की गई है। इसके अलावा काउंसिल ने ओएलएक्स के विज्ञापन से जुड़ी शिकायतों को भी पूरी तरह से जायज ठहराया है। इसके विज्ञापन में लोगों के एक खास वर्ग का अपमान करते हुए दिखाया गया है। इस विज्ञापन में एक पुलिस इंस्पेक्टर को बिना हेलमेट के बाइक चलाते हुए दिखाया गया है, जो ‘असुरक्षा’ को बढ़ावा देता है। वहीं उबर इंडिया की शिकायत भी सही पाई गई है, जिसमें उबर ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए @ Rs 9/-per km period का ऑफर दिया, जो उचित नहीं पाया गया और इसके अलावा यह इसलिए गुमराह करने वाला बताया गया है क्योंकि इसने घोषणा में यह भी जिक्र नहीं किया है वह per minute/per trip का अतिरक्त चार्ज भी वसूल रहा है। वहीं भारती एयरटेल के खिलाफ भी तीन गुमराह करने वाली शिकायतें सही पाई गईं और यह ऐडवर्टाइजिंग काउंसिल की गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहा है। इसके अतिरिक्त कोलगेट-पॉमोलिव और मैरिको के विज्ञापनों के खिलाफ शिकायते सही मिली हैं। कोलगेट के विज्ञापन के एक दृश्य में दो स्कूल के युवा छात्रों को फर्श पर घुटने के बल बैठे दिखाया गया है, जिसमें उसे सजा मिली है और यह अनुच्छेद 21 का उल्लंघन करता है, जो स्कूलों और संस्थाओं में शारीरिक दंड के खिलाफ बच्चों को संरक्षण प्रदान करता है। जबकि मैरिको का विज्ञापन निहार शांति आंवला हेयर ऑयल ये दावा करता है कि उसमें 500 फीसदी से ज्यादा विटामिन-ई है, जोकि पूरी तरह से गलत है। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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