होम / ऐड वर्ल्ड / सरकारी विज्ञापन खर्च पर फंसी 'आप' सरकार, 18 करोड़ वसूलने के निर्देश

सरकारी विज्ञापन खर्च पर फंसी 'आप' सरकार, 18 करोड़ वसूलने के निर्देश

समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। विज्ञापनों पर बेहिसाब खर्च के मामले में दिल्ली सरकार सवालों के घेरे में फंस गई है। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर केंद्र सरकार की ओर से गठित एक समिति ने कि सीएम अरविंद केजरीवाल और आप की छवि चमकाने के लिए विज्ञापनों पर बहुत अधिक खर्च करने का

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago

समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।

विज्ञापनों पर बेहिसाब खर्च के मामले में दिल्ली सरकार सवालों के घेरे में फंस गई है। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर केंद्र सरकार की ओर से गठित एक समिति ने कि सीएम अरविंद केजरीवाल और आप की छवि चमकाने के लिए विज्ञापनों पर बहुत अधिक खर्च करने का दोषी पाया है।

कमेटी ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि वह आम आदमी पार्टी से 18 करोड़ 64 लाख रुपए वसूले। कंटेंट रेगुलेशन कमेटी ने आम आदमी पार्टी को तमाम विज्ञापनों पर खर्च की रकम को सरकारी खजाने में वापस जमा करने के आदेश दिए हैं।

भारत सरकार की कमेटी का दिल्ली सरकार के खिलाफ यह सख्त आदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की शिकायत पर आया है। कमेटी ने अपनी जांच में पाया कि आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है।

सर्वोच्च न्यायाल के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, जनता के पैसों को किसी राजनीतिक व्यक्ति या पार्टी की छवि चमकाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त बीबी टंडन की अध्यक्षता में इस तीन सदस्यीय कमेटी का गठन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने किया था, जो सरकारी विज्ञापनों में होने वाले सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के उल्लंघन की जांच करती है। कमेटी ने छह मामलों में दिल्ली सरकार के विज्ञापनों को दिशा निर्देशों का उल्लंघन माना है।

सरकारी विज्ञापनों के कंटेंट की निगरानी संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर यह कमेटी गठित की गई थी। कांग्रेस नेता अजय माकन ने दिल्ली सरकार के विज्ञापनों पर कमेटी को शिकायत की थी।

समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।


टैग्स
सम्बंधित खबरें

दैनिक भास्कर ने सार्थक दीवाली अभियान के तहत शुरू किया एक अनोखा कैंपेन

दैनिक भास्कर समूह ने इस साल अपने वार्षिक सार्थक दीवाली अभियान के तहत एक अनोखा कैंपेन शुरू किया है

22 hours ago

फ्लिपकार्ट ने विज्ञापनों से की 2023-24 में जबरदस्त कमाई

फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने 2023-24 में विज्ञापन से लगभग 5000 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल के 3324.7 करोड़ रुपये से अधिक है।

23 hours ago

सरकारी विज्ञापनों में हो रहे धन के दुरुपयोग पर हाई कोर्ट की फटकार, समिति गठित करने का आदेश

बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र राज्य सरकार को सरकारी विज्ञापनों में सार्वजनिक धन के दुरुपयोग की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का निर्देश दिया है

1 day ago

पतंजलि ने मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में विज्ञापन पर 130 करोड़ किए खर्च

पतंजलि ने हाल ही में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 FY25) के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए, जिसमें कंपनी ने विज्ञापन और बिक्री प्रमोशन पर 130 करोड़ रुपये खर्च किए।

4 days ago

जनरल एंटरटेनमेंट चैनलों पर विज्ञापन खर्च में आयी कमी: TAM AdEx

भारत में 2023 और 2024 की पहली छमाही के बीच जनरल एंटरटेनमेंट चैनलों (GECs) के विज्ञापन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं।

5 days ago


बड़ी खबरें

'जागरण न्यू मीडिया' में रोजगार का सुनहरा अवसर

जॉब की तलाश कर रहे पत्रकारों के लिए नोएडा, सेक्टर 16 स्थित जागरण न्यू मीडिया के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर है।

57 minutes from now

‘Goa Chronicle’ को चलाए रखना हो रहा मुश्किल: सावियो रोड्रिग्स

इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म पर केंद्रित ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘गोवा क्रॉनिकल’ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ सावियो रोड्रिग्स का कहना है कि आने वाले समय में इस दिशा में कुछ कठोर फैसले लेने पड़ सकते हैं।

4 hours from now

रिलायंस-डिज्नी मर्जर में शामिल नहीं होंगे स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल 

डिज्नी इंडिया में स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल ने रिलायंस और डिज्नी के मर्जर के बाद बनी नई इकाई का हिस्सा न बनने का फैसला किया है

10 minutes from now

फ्लिपकार्ट ने विज्ञापनों से की 2023-24 में जबरदस्त कमाई

फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने 2023-24 में विज्ञापन से लगभग 5000 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल के 3324.7 करोड़ रुपये से अधिक है।

23 hours ago

क्या ब्रॉडकास्टिंग बिल में देरी का मुख्य कारण OTT प्लेटफॉर्म्स की असहमति है?

विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है। 

23 hours ago