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इंदिरा गांधी के जीवन के अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डालती है पुस्तक 'इंदिरा फाइल्स'

जिस वंशवाद की आज बात होती है उसका सबसे पहला किरदार विष्णु शर्मा के अनुसार इंदिरा गांधी थीं। इसलिए उन्होंने पहले ही अध्याय में इस पर बात की है।

आनंद पाराशर 4 months ago

किसी भी पीढ़ी के लिए उसका इतिहास बहुत महत्वपूर्ण होता है, ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि उस पर भविष्य की नींव रखी जाती है। अगर कोई पीढ़ी अपने इतिहास से अवगत नहीं होगी तो कैसे वो एक उज्जवल भविष्य का निर्माण कर पाएगी? सोशल मीडिया के इस युग में जहां झूठ और एजेंडा की भरमार है वहां लेखक और पत्रकार विष्णु शर्मा की किताब ''इंदिरा फाइल्स'' एक अलग कालखंड में आपको लेकर जाती है और ऐसे सच और तथ्यों से आपको अवगत करवाती है जो अब तक या तो आपको बताए नहीं गए या आपसे छुपाए गए थे।

बात जब इंदिरा गांधी की आती है तो जहन में अपने आप आपातकाल और बांग्लादेश का गठन जैसी घटनाएं दिमाग में गूंजने लगती है लेकिन क्या इंदिरा गांधी जी का व्यक्तित्व सिर्फ इन्ही दो घटनाओं से आंका जाना चाहिए? लेखक विष्णु शर्मा ने इस पुस्तक में 50 अध्याय के माध्यम से इंदिरा गांधी के जीवन पर एक गहरी रिसर्च पेश की है। यह पुस्तक न सिर्फ मीडिया बल्कि राजनीति की समझ रखने वाले लोगों के लिए भी बहुत उपयोगी है। इंदिरा गांधी के राजनीतिक जीवन, वंशवाद की राजनीति और उनके फैसलों को लेकर विष्णु शर्मा ने अपनी बात कही है।  

विष्णु शर्मा ने 'इंदिरा फाइल्स' में इंदिरा गांधी के राजनीतिक करियर के उस पहलू को भी उजागर करने का काम किया है जिस पर काफी विवाद भी हुआ है। जिस वंशवाद की आज बात होती है उसका सबसे पहला किरदार विष्णु शर्मा के अनुसार इंदिरा गांधी थी। इसलिए उन्होंने पहले ही अध्याय में इस पर बात की है। लाल बहादुर शास्‍त्री का अंतिम संस्‍कार महात्‍मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू की समाधि के पास यमुना किनारे न किया जाए इसे लेकर भी इंदिरा गांधी अड़ गई थी। लेखक विष्णु शर्मा ने अपनी इस किताब में यह बताया है कि इंदिरा गांधी राजनीति में आने से पहले ही उससे जुड़े निर्णय लेने लगी थी।

उन्होंने उस समय के राष्‍ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को भी झुकने पर मजबूर कर दिया था, जो कभी नेहरू के सामने भी नहीं झुका करते थे। ऐसे न जाने कितने अनसुने राज विष्णु शर्मा ने अपनी इस किताब में खोले है। सिक्किम का विलय या ऑपरेशन ब्लू स्टार जैसी बड़ी घटनाएं भी इस किताब का हिस्सा है और लेखक विष्णु शर्मा ने बहुत अच्छा शोध किया है। जब आप इस किताब को पढ़ते है तो आपको समझ आता है कि कैसे बड़े ऐतिहासिक सच आप तक पहुंच ही नहीं पाए।

क्या आप जानते है कि चीन की प्रगति के लिए भी इंदिरा गांधी ही उत्तरदायी थी और इन सब घटनाओं और ऐतिहासिक दस्तावेजों को समझने के लिए आपको इस पुस्तक को खरीदना होगा। इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण भी अब बाजार में उपलब्ध है।

अगर आप इस पुस्तक को खरीदना चाहते है तो इस लिंक पर जाकर खरीद सकते हैं।


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