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हैकर्स ने नहीं होने दिया एडिटर्स गिल्ड का वेबिनार, स्क्रीन पर डाला अश्लील कंटेंट
‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी कि 12 फरवरी को हुए उसके वर्चुअल वेबिनार को हैकर्स द्वारा उसे बाधित किया गया था।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 years ago
संपादकों की शीर्ष संस्था ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ (EGI) ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी कि 12 फरवरी को हुए उसके वर्चुअल वेबिनार (जूम मीटिंग) को हैकर्स द्वारा उसे बाधित किया गया था।
EGI ने ट्वीट कर बताया कि हैकर्स के अटैक के चलते वेबिनार को 10 मिनट के भीतर बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा। एडिटर्स गिल्ड ने इस घटना की साइबर क्राइम सेल से जांच की मांग की है।
EGI statement on the attack on webinar on reporting from Naxal areas. Disruptors posted obscene messages and videos in the midst of webinar that brought together journalists who have been at the forefront of chronicling the conflict, state excesses, and human rights abuses. pic.twitter.com/f4OpX99UuZ
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) February 12, 2021
बता दें कि ये वेबिनार नक्सल प्रभावित इलाकों में रिपोर्टिंग की चुनौतियों पर आयोजित किया गया था, जिसमें ऐसे पत्रकारों से बातचीत होनी थी, जिन्होंने या तो देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में काम किया या फिर लगातार उन इलाकों का दौरा किया। चर्चा का उद्देश्य इन इलाकों की समस्याओं और खासकर वहां काम कर रहे पत्रकारों की चुनौतियों को सामने लाना था।
इस चर्चा में देश के जाने माने पत्रकार शामिल थे, जिन्हें नक्सल प्रभावित इलाक़ों की कवरेज का लंबा अनुभव है। वरिष्ठ पत्रकार मालिनी सुब्रमण्यम और पूर्णिमा त्रिपाठी के अलावा झारखंड से फैसल अनुराग, छत्तीसगढ़ के बस्तर से तामेश्वर सिन्हा, महाराष्ट्र से मिलिंद उमरे और तेलंगाना से पीवी कोंडल राव को शामिल होना था। इन्होंने पिछले कुछ दशकों में मानवाधिकारों के हनन विषय पर काम किया है। बातचीत जूम के जरिए ऑनलाइन हो रही थी। इस मीटिंग में वक्ता नक्सल इलाकों में रिपोर्टिंग का अनुभव बताने वाले थे।
EGI ने बताया कि वेबिनार शुरू होने के कुछ ही मिनटों के भीतर हैकर्स ने पोर्नोग्राफिक समेत कई आपत्तिजनक कंटेंट वाली स्क्रीन शेयर कर दी। वेबिनार में भद्दे गानों वाली पोस्ट करना शुरू कर दिया। मीटिंग होस्ट ने गेस्ट की विंडो बंद करने की कोशिश की, लेकिन ऐसे कंटेंट और पोस्ट की संख्या बढ़ती रही।
ग्रुप चैट के साथ-साथ अश्लील कंटेंट और अपमानजनक भाषा को भी स्क्रीन पर दिखाया गया। आखिरकार, मीटिंग में वक्ताओं को बोलने का मौका नहीं मिला। EGI ने कहा कि जूम मीटिंग में 5 मिनट के भीतर, हैकर्स ने अश्लील गाने और वीडियो पोस्ट करना शुरू कर दिया, जिसके चलते वेबिनार को बंद करना पड़ा।
EGI ने कहा कि 'गिल्ड इस साइबर अटैक से हैरान और परेशान है। वे स्पष्ट रूप से नहीं चाहते थे कि वक्ताओं की आवाज सुनी जाए। गिल्ड ने इसे बोलने की स्वतंत्रता पर एक हमले के रूप में देखा और मांग की कि साइबर क्राइम सेल इसकी जांच करे और दोषियों को सजा दे।' बयान में यह भी कहा गया है कि इस वेबिनार के रद्द होने तक की पूरी रिकॉर्डिंग मौजूद है।
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