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छापेमारी को लेकर दैनिक भास्कर व भारत समाचार ने कुछ यूं दी अपनी प्रतिक्रिया
आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोपों में दो प्रमुख मीडिया घरानों- ‘दैनिक भास्कर’ और उत्तर प्रदेश के हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत समाचार’ के विभिन्न शहरों में स्थित परिसरों पर गुरुवार को छापे मारे।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 years ago
आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोपों में दो प्रमुख मीडिया घरानों- ‘दैनिक भास्कर’ और उत्तर प्रदेश के हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत समाचार’ के विभिन्न शहरों में स्थित परिसरों पर गुरुवार को छापे मारे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दैनिक भास्कर के मामले में छापेमारी भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर की गई है। वहीं, भारत समाचार समूह और उसके प्रवर्तकों व कर्मचारियों के लखनऊ स्थित परिसरों पर इसी तरह से छापेमारी की गई।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने दफ्तरों में मौजूद नाइट शिफ्ट के कर्मचारियों के मोबाइल और लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिए। इस कारण कई घंटों तक डिजिटल न्यूज का काम प्रभावित हुआ।
रिपोर्ट में बताया गया कि इनकम टैक्स अधिकारियों ने नाइट शिफ्ट में काम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस में ही रोक लिया और बाहर निकलने से मना कर दिया। नाइट शिफ्ट में काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी संपादकीय और भास्कर के आईटी डिपार्टमेंट से जुड़े थे, जिनका फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन से कोई संबंध नहीं होता, फिर भी उन्हें जबरन रोका गया।
दैनिक भास्कर ने रिपोर्ट में कहा कि आम तौर पर आईटी छापों में वित्तीय ट्रांजैक्शन से जुड़े विभागों की ही पड़ताल होती है, लेकिन यहां एडिटोरियल कंटेंट से जुड़े दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खंगालकर पत्रकारों के काम में बाधा पहुंचाई गई। आयकर विभाग की टीम ने भास्कर के न्यूज प्रोसेस से जुड़े काम में कई घंटों तक बाधा पहुंचाई। पत्रकारों को दफ्तर के अंदर नहीं जाने नहीं दिया गया और न ही अंदर काम कर रहे पत्रकारों को शिफ्ट खत्म हो जाने के बाद बाहर निकलने दिया।
आयकर छापे पर दैनिक भास्कर ने कहा कि सच्ची पत्रकारिता से सरकार डर गई है। भास्कर में तो पाठकों की मर्जी ही चलेगी। कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान दैनिक भास्कर ने कई तस्वीरें पाठकों के सामने पेश की थी।
सच्ची पत्रकारिता से डरी सरकार: गंगा में लाशों से लेकर कोरोना से मौतों के सही आंकड़े देश के सामने रखने वाले भास्कर ग्रुप पर सरकार की दबिशhttps://t.co/Qt5nUItnuu #स्वतंत्र_भास्कर #gangariver #CoronaPandemic @vikasvermaindia pic.twitter.com/CF8L2UDCGM
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) July 22, 2021
अपनी रिपोर्ट में दैनिक भास्कर ने कहा, ‘देशभर में जब कोरोना से मरने वालों का रिकॉर्ड मेंटेन नहीं किया गया, आंकड़ों को छिपाया जा रहा था, दर्जनों शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तब निडर पत्रकारिता दिखाते हुए दैनिक भास्कर सरकार के दावों की पोल खोल रहा था।’
भास्कर ने यह भी बताया कि आईटी अधिकारियों का निर्देश है कि छापे से जुड़ी हर खबर को दफ्तर में मौजूद अधिकारियों को दिखाकर ही पब्लिश की गई है।
वहीं भारत समाचार ने अपनी रिपोर्ट्स में कहा है कि आयकर विभाग के कई दलों ने संस्थान और उसके कर्मचारियों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की है।
छापेमारी को लेकर भारत समाचार ने कहा, ‘हम सच के साथ खड़े रहेंगे, जनता सब देख रही है।‘ चैनल ने ट्वीट कर कहा-
तुम चाहे जितना दबाओगे आवाज
हम उतनी ही जोर से कहते रहेंगे सच
हम न तो पहले डरे थे और न अब डरेंगे
सच के साथ पहले भी थे और अभी भी हैं
तुम कुछ भी करो लेकिन सच ही कहेंगे
हम सच के साथ खड़े रहेंगे.... जनता सब देख रही हैं
— भारत समाचार (@bstvlive) July 22, 2021
?'तुम चाहे जितना दबाओगे आवाज'
'हम उतनी ही जोर से कहते रहेंगे सच'
'हम न तो पहले डरे थे और न अब डरेंगे'
सच के साथ पहले भी थे और अभी भी हैं
'तुम कुछ भी करो लेकिन सच ही कहेंगे'? pic.twitter.com/XgBMMaEQus
वहीं, इस छापेमारी को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और सरकार इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करती है।
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