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न्यूज ऐप Tak की खासियत व फ्यूचर प्लानिंग पर मैनेजमेंट ने यूं बताई ‘मन की बात’
‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह अपने शॉर्ट वीडियो न्यूज ऐप ‘तक’ (Tak) को कंटेंट, पर्सनलाइजेशन और बेहतर इंगेजमेंट के साथ रिफ्रेश कर रहा है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 2 years ago
‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह अपने शॉर्ट वीडियो न्यूज ऐप ‘तक’ (Tak) को कंटेंट, पर्सनलाइजेशन और बेहतर इंगेजमेंट के साथ रिफ्रेश कर रहा है। इसी सिलसिले में ‘समाचार4मीडिया‘ के डिप्टी न्यूज एडिटर आनंद पाराशर ने ‘तक चैनल्स‘ के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर, सीओओ विवेक गौड़ और डिप्टी जनरल मैनेजर व मार्केटिंग हेड (ब्रैंड) नेहा पंत के साथ वर्चुअल रूप से एक चर्चा का आयोजन किया।
इस वेबिनार के दौरान मिलिंद खांडेकर ने कहा कि उनके आने से पहले ही ये चैनल्स चल रहे थे, लेकिन अब ये एक मंच पर आ गए हैं। उन्होंने बताया कि यह ऐप 18 चैनल्स का एक पूल है, जो चार भाषाओं में और 11 जॉनर्स में कंटेंट की पेशकश करता है। इस कंटेंट में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और विशेष रुचि वाले सेगमेंट शामिल हैं और हर चैनल की अपनी एक अलग टीम है और फैक्ट चेक के बिना कोई भी कंटेंट पब्लिश नहीं होता है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि ‘तक’ ऐप ने फटाक (Fatak) नाम से एक फीचर भी पेश किया है, जो 30 सेकेंड में न्यूज अपडेट देता है। इस ऐप में एक ही समय में कई लाइव स्ट्रीम पेशकश करने की क्षमता भी है। आगे उन्होंने बताया कि ‘यह डिजिटल कंटेंट है, जिसे तक टीम ने तैयार किया है। यहां जो वीडियो हैं, वे टीवी के वीडियो नहीं हैं, बल्कि हमारी टीमों द्वारा बनाए गए वीडियो हैं। ‘तक‘ चैनल्स के अलावा ये वीडियो आपको कहीं और नहीं मिलेंगे।
वहीं, विवेक गौड़ ने बताया, ‘वर्तमान में चार भाषाओं में हम अपनी सेवा दे रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में कई और भाषाओं में अपना विस्तार करने वाले हैं।‘ उन्होंने दक्षिण का उदाहरण देते हुए कहा कि भाषा के मामले में वो अधिक समृद्ध हैं। पूर्वोत्तर की खबरों के बारे में विवेक गौड़ ने कहा कि उनकी प्राथमिकता में नार्थ ईस्ट भी है और जल्द ही दर्शकों को वहां से जुड़ी खबरें दिखाई देंगी।
विवेक गौड़ ने बताया कि ‘तक’ ऐप को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) पर बनाया गया है, ताकि यूजर्स की पसंद और प्राथमिकता के अनुसार कंटेंट को अनुकूलित किया जा सके। यह ऐप यूजर की इंफॉर्मेशन नहीं मांगता है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी यूजर्स की पसंद के वीडियो और कंटेंट को ट्रैक करने में सक्षम बनाती है और यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखती है।
इस दौरान ‘तक‘ चैनल्स की ब्रैंड मार्केटिंग हेड नेहा पंत ने बताया कि हमारा ऐप कई मायनों में अलग है। इसमें यूजर्स को नौ अलग-अलग जॉनर में कंटेंट मिलता है, जिनमें नेशनल न्यूज, स्पोर्ट्स न्यूज, रीजनल न्यूज, बिजनेस न्यूज, क्राइम न्यूज, ऑस्ट्रोलॉजी, फिटनेस, लाइफ स्टाइल और लिटरेचर यानी साहित्य शामिल है। इस ऐप में जिन 18 चैनल्स को शामिल किया गया है, उनमें न्यूज तक, स्पोर्ट्स तक, क्राइम तक, भारत तक, बिज तक, यूपी तक, बिहार तक, लाइफ तक, साहित्य तक फिट तक, मुंबई तक, एमपी तक, ऑस्ट्रो तक, दिल्ली तक, राजस्थान तक, गुजरात तक, पंजाब तक और हरियाणा तक हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आपके पास समय नहीं है तो सिर्फ 30 सेकंड में आपको इस ऐप पर खबर का सार मिल जाएगा। मुद्रीकरण के सवाल के जवाब में नेहा ने बताया कि अभी हम सिर्फ अपने यूजर से कनेक्ट कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे दर्शक को साफ़ सुथरी और बिना रुकावट के खबरें दिखाई दें। उन्होंने कहा कि हम अभी विज्ञापन पर निर्भर नहीं है लेकिन अगर कभी होंगे भी तो दर्शकों को कोई दिक्कत नहीं आएगी और उनका अनुभव सदैव शानदार रहेगा।
कार्यक्रम के अंत में मिलिंद खांडेकर ने कहा कि आज भले ही खबरों के प्लेटफार्म बदल गए हैं, लेकिन काम करने का तरीका अभी भी वही है। उन्होंने कहा, ‘मैंने तीनों माध्यमों यानी प्रिंट, टीवी और डिजिटल में काम किया है इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि सारे नियम कायदे और कानून एक ही हैं।’ ’तक ’ के विस्तार पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर हम आगे बढ़ रहे हैं और वर्तमान में उनका पूरा ध्यान गुणवत्ता पर है और दर्शकों के अनुभव के आधार पर आने वाले समय में और योजनाओं पर काम किया जाएगा।
पूरी चर्चा आप यहां देख सकते हैं।
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