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नेशनल हेराल्ड मामले में ED ने कुर्क की 751 करोड़ रुपये की संपत्ति
ईडी ने 21 नवंबर को यंग इंडियन (YIL) और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 11 months ago
नेशनल हेराल्ड केस एक बार फिर सुर्खियों में है। इस केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे नेता आरोपी हैं। खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 नवंबर को यंग इंडियन (YIL) और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। यह एक्शन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED द्वारा किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुर्क की गई अचल संपत्तियों में नेशनल हेराल्ड का दिल्ली में आईटीओ स्थित कार्यालय परिसर, लखनऊ के कैसरबाग के पास मॉल एवेन्यू स्थित नेहरू भवन और मुंबई में हेराल्ड हाउस शामिल हैं।
ED के मुताबिक, 661.69 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी AJL, जबकि करीब 90.21 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी यंग इंडिया से जुड़ी है। बता दें कि ईडी ने साल 2014 में दिल्ली के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश पर एजेएल और यंग इंडिया के खिलाफ जांच शुरू की थी।
एजेंसी इस मामले में पहले भी सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने एक बयान में आरोप लगाया कि इस मामले में अंशधारक और कांग्रेस को चंदा देने वालों से AJL और पार्टी ने ठगी की। ED ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडियन कंपनी के खिलाफ संपत्ति कुर्क करने का आदेश धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जारी किया था। नेशनल हेराल्ड की प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड है और इसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास यंग इंडियन कंपनी के ज्यादातर शेयर हैं। दोनों में से प्रत्येक के पास 38 प्रतिशत शेयर हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी ED की जांच में पाया गया कि इस मामले से जुड़े आरोपियों ने मेसर्स यंग इंडिया के जरिए AJL की सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी। आरोप है कि मेसर्स AJL को समाचार पत्र प्रकाशित करने के लिए सरकार द्वारा भारत के विभिन्न शहरों में रियायती दरों पर जमीन दी गई थी।
AJL ने 2008 में अपना प्रकाशन कार्य बंद कर दिया और संपत्तियों का व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करना शुरू कर दिया था। जांच में पाया गया कि AJL को 90.21 करोड़ का कर्ज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को चुकाना था। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने 90.21 करोड़ रुपये के इस कर्ज को माफ कर एजेएल को साजिशन एक नई कंपनी मेसर्स यंग इंडिया को महज 50 लाख रुपये में बेच दिया।
टैग्स नेशनल हेराल्ड प्रवर्तन निदेशालय