होम / इंडस्ट्री ब्रीफिंग / विदेशी मीडिया को सरकार बताएगी 'सही बात', ऐसे कहेगी- न दें झूठ का साथ
विदेशी मीडिया को सरकार बताएगी 'सही बात', ऐसे कहेगी- न दें झूठ का साथ
नागरिकता कानून को लेकर न केवल में देश मे ही बल्कि विदेशो में भी झूठी और भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं, जिसमें विदेशी मीडिया का अहम रोल है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कानून को लेकर न केवल में देश मे ही बल्कि विदेशो में भी झूठी और भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं, जिसमें विदेशी मीडिया का अहम रोल है। लिहाजा, इसे देखते हुए केंद्र सरकार अब अलर्ट मोड पर आ गई है और मामले को गंभीरता से ले रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से विदेश मंत्रालय को निर्देश दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास उस देश के मीडिया संस्थानों से संपर्क साधे और इस कानून के संबंध में उन्हें भारत सरकार के विचारों के बारे में बताएं।
बताया जा रहा है कि इस मुहिम की जिम्मेदारी खुद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संभाली है। वहीं, इसके लिए बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने प्रवक्ताओं की एक कमेटी का गठन भी किया है, जो विदेशी मीडिया में न केवल भारत सरकार की छवि सुधारेगी, बल्कि सरकार के विचारों को भी उन तक पहुंचाने का काम करेगी। इस कमेटी का नेतृत्व सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के कंधो पर है। इस कमेटी में जी.वी.एल. नरसिम्हा राव और सुधांशु त्रिवेदी को भी जोड़ गया है।
सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की मानें तो वे जल्द ही विदेशी मीडियाकर्मियों से मिलेंगे और सरकार का पक्ष रखेंगे। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सूचना प्रसारण मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि विदेशी मीडिया न तो सरकार से संपर्क साधते हैं और न ही उनका पक्ष छापते हैं, लिहाजा वे एक तरफा खबर को प्रमुखता देते हैं। ऐसे में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है, जिसे दूर किया जाना बेहद जरूरी है।
गौरलतब है कि नागरिकता कानून से जुड़ीं खबरों को लेकर विदेशी मीडिया अलर्ट है और वे इसे प्रमुखता से दिखा भी रहे हैं और छाप भी रहे हैं। बताया जा रहा है कि सरकार के पास जो उपलब्ध जानकारी है, उसके मुताबिक, इस्लामी देश नागरिकता कानून से जुड़ीं खबरों को गलत तरीके से पेश कर रही है। खबर तरीके से खबर दिखाने में अमेरिका और ब्रिटेन के कुछ मीडिया संस्थानों की भी भागीदारी है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान, सीरिया और तुर्की के जरिए ही सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाई जा रही है और यही विदेशी मीडिया संस्थानों के खबरों का आधार बन रही हैं।
टैग्स विदेशी मीडिया नागरिकता संशोधन कानून