होम /
इंडस्ट्री ब्रीफिंग /
तीन संपादकों की सिक्योरिटी पर चली सरकार की ‘कैंची’
तीन संपादकों की सिक्योरिटी पर चली सरकार की ‘कैंची’
केंद्र सरकार की ओर से कई नेताओं की सुरक्षा में भी की गई है कमी
समाचार4मीडिया ब्यूरो
5 years ago
मोदी सरकार में गृह मंत्रालय ने फिर से सिक्योरिटी का रिव्यू किया है। सिक्योरिटी हटाने और घटाने की जद में तीन संपादक भी आ गए हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप के अवीक सरकार का है। आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप से ही जुड़ा है एबीपी न्यूज चैनल। ये मीडिया ग्रुप मूलरूप से कोलकाता का है। अवीक सरकार के अलावा इस लिस्ट में पंजाब केसरी ग्रुप के ए.के मिन्हा और समाचार प्लस ग्रुप के उमेश कुमार का नाम भी शामिल है।
अवीक सरकार को सीआरपीएफ की तरफ से एक्स कैटिगरी सिक्योरिटी मिली हुई थी। उन्हें अब सेंट्रल लिस्ट से ही हटा दिया गया है। यानी उनको कोई भी सिक्योरिटी अब केंद्र सरकार की किसी भी केंद्रीय एजेंसी या सेंट्रल फोर्स के जरिए नहीं दी जाएगी, राज्य सरकार ने अगर कोई सिक्योरिटी दी है, तो उसको फैसला राज्य सरकार को लेना है।
इस लिस्ट में दूसरा नाम पंजाब केसरी के संपादक ए.के मिन्हा का है। अश्विनी चोपड़ा जो करनाल से बीजेपी के सांसद रह चुके हैं, को ही ए.के मिन्हा के नाम से भी जाना जाता है। आजकल वो काफी बीमार चल रहे हैं, इसलिए वे इस बार चुनाव भी नहीं लडे़। अब तक केंद्र सरकार उन्हें दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में सीआरपीएफ का जेड प्लस कैटिगरी की सिक्योरिटी कवर दे रही थी, लेकिन अब उनकी सिक्योरिटी को घटाकर जेड कैटगरी में कर दिया गया और सीआरपीएफ का कवर हटा लिया गया है।
इसी तरह समाचार प्लस के एडिटर-इन-चीफ उमेश कुमार को भी अवीक सरकार की तरह ही सेंट्रल लिस्ट से हटा दिया गया है। उन्हें अभी तक वाई कैटिगरी के तहत सीआरपीएफ कवर दिया जा रहा था।
आपको बता दें कि केवल पत्रकारों की ही नहीं, कई दिग्गज नेताओं की सिक्योरिटी में कमी की गई है, जिनमें अखिलेश यादव, लालू यादव, चिराग पासवान, राजीव प्रताप रूढ़ी, संगीत सोम, पप्पू यादव, सतीश चंद्र मिश्रा आदि शामिल हैं।
टैग्स
एबीपी न्यूज
समाचार प्लस
उमेश कुमार
मोदी सरकार
पंजाब केसरी
एके मिन्हा
अवीक सरकार