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कंटेंट निर्माण व इनोवेशन में देश को वैश्विक लीडर बनाने के लिए सहयोग की जरूरत: संजय जाजू
संजय जाजू ने कहा, "हम भारत को वैश्विक गेमिंग हब के रूप में और वैश्विक गेमिंग डेवलपर्स और प्रकाशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करना चाहते हैं।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 hours from now
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने बड़े कॉर्पोरेट्स, छोटे इनोवेटर्स और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भारत को कंटेंट निर्माण और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने यह बात "भारत की AVGC विकास गाथा" विषय पर आयोजित दूसरे भारतीय गेमिंग सम्मेलन (IGC) के दौरान कही। यह दो दिवसीय सम्मेलन 14-15 अक्टूबर को ताज पैलेस, नई दिल्ली में इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित किया गया है।
संजय जाजू ने कहा, "हम भारत को वैश्विक गेमिंग हब के रूप में और वैश्विक गेमिंग डेवलपर्स और प्रकाशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि भारत कंटेंट निर्माण, नवाचार और बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बने। हमारा देश विभिन्न भाषाओं का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है और यही विविधता AVGC XR (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) क्षेत्र के विस्तार में हमारी मुख्य ताकत बनेगी।"
गेमिंग को मुख्यधारा में लाने के प्रयास
जाजू ने गेमिंग को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार के प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा, "हम इस क्षेत्र को मुख्यधारा में लाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं, ताकि इसे नकारात्मक संदर्भ में न देखा जाए और इसे सम्मान मिले। यह वास्तव में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है।"
उन्होंने सभी हितधारकों से सहयोग का आह्वान करते हुए कहा, "सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से, मैं सभी बड़े कॉर्पोरेट्स, छोटे इनोवेटर्स और शैक्षणिक संस्थानों से अपील करता हूं कि यह समय एकजुट होने और सहयोग करने का है। हमारे व्यक्तिगत प्रयास कुछ कदम आगे ले जाएंगे, लेकिन अगर हमें बड़े लक्ष्य हासिल करने हैं, तो हमें मिलकर चलना होगा।"
गेमिंग क्षेत्र की तेजी से बढ़ती क्षमता
जाजू ने गेमिंग क्षेत्र की वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए कहा, "गेमिंग क्षेत्र में विस्फोटक वृद्धि देखी जा रही है। 2000 के दशक की शुरुआत में यह सिर्फ पीसी और कंसोल गेम्स तक सीमित था, लेकिन अब मोबाइल गेमिंग मुख्यधारा बन गया है। हमारे देश में अकेले 500 करोड़ से ज्यादा गेमर्स हैं, और इस बड़े उपभोग के साथ हमें डिजिटल कंटेंट निर्माण में भी नेतृत्व करने की बड़ी संभावनाएं हैं।"
उन्होंने कहा कि वर्तमान में AVGC XR क्षेत्र लगभग 3 बिलियन डॉलर का है, और अगले 4 से 5 वर्षों में इसके 10 गुना बढ़ने की उम्मीद है। यह उद्योग 30 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच सकता है। इस क्षेत्र में तीन लाख से अधिक पेशेवर जुड़े हुए हैं और अगले 5 से 7 वर्षों में यह 20 लाख से अधिक लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा कर सकता है।
सरकार की पहलकदमियां
जाजू ने सरकार की ओर से शुरू की गई पहलकदमियों का जिक्र करते हुए बताया कि मुंबई में भारतीय क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज संस्थान नामक एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। यह संस्थान न केवल कौशल अंतर को पाटने में मदद करेगा, बल्कि नए उद्यमों को प्रोत्साहित करने, नए स्टार्टअप्स को जगह देने और इस क्षेत्र में कंपनियों की आपूर्ति श्रृंखला बनाने में भी मदद करेगा।
इसके साथ ही, 'Create in India' मिशन के तहत वित्तीय और गैर-वित्तीय सहायता के जरिए इस क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहित किया जाएगा। सरकार 2025 में 'विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन' (WAVES) को भारत में लॉन्च करने की भी योजना बना रही है।
IGC 2024 के प्रमुख पार्टनर्स
भारतीय गेमिंग सम्मेलन 2024 के प्रमुख पार्टनर्स में गोल्ड पार्टनर – Salesforce और Veve, सिल्वर पार्टनर – Google Cloud और Bureau, लैनयार्ड पार्टनर – Moloco, गेमटेक एनेबलर – Singhtek और नॉलेज पार्टनर – PWC शामिल हैं।
इस सम्मेलन के जरिए भारत को गेमिंग और डिजिटल कंटेंट निर्माण में वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख भूमिका निभाने का अवसर मिलने की उम्मीद है।
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