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डिबेट के दौरान पार्टी प्रवक्ताओं को हमेशा ध्यान रखनी चाहिए यह बात: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी
‘एक्सचेंज4मीडिया’ और ‘BW बिजनेसवर्ल्ड’ के चेयरमैन व एडिटर-इन चीफ डॉ. अनुराग बत्रा के साथ बातचीत में भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने तमाम प्रमुख मुद्दों पर रखी अपनी राय
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 year ago
‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने एक बार फिर देश के प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं की लिस्ट तैयार की है। नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ‘द पार्क' होटल में 01 अक्टूबर 2023 को आयोजित एक कार्यक्रम में इस लिस्ट में शामिल पार्टी प्रवक्ताओं के नामों की घोषणा की गई और उन्हें सम्मानित भी किया गया। यह इस कार्यक्रम का दूसरा एडिशन था।
पुरस्कार वितरण से पहले परिचर्चाओं का आयोजन भी किया गया, जिनमें देश में राजनीतिक स्थिति के साथ-साथ तमाम ऐसे विषयों को शामिल किया गया था, जो कि राजनीतिक प्रवक्ता अक्सर सार्वजनिक क्षेत्र में अपने काम के दौरान देखते और व्यवहार में लाते हैं। इसी क्रम में ‘एक्सचेंज4मीडिया’ और ‘BW बिजनेसवर्ल्ड’ के चेयरमैन व एडिटर-इन चीफ डॉ. अनुराग बत्रा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी से तमाम प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
डॉ. अनुराग बत्रा के यह पूछे जाने पर कि पिछले 12 महीनों में काफी बदलाव देखने को मिले हैं। अब चुनाव भी आने वाले हैं। वहीं, महिला आरक्षण बिल पास हुआ है और पिछले दिनों ही जी-20 समिट भी हुई है, ऐसे में पार्टी प्रवक्ता के दृष्टिकोण से वह इन बदलावों को किस तरह देखते हैं? इस पर डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना था कि इन बदलावों में आप जी-20 समिट की बात करें तो यह पहली बार है कि जी-20 में शामिल सभी देशों से भारत का ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा है और ऐसा पिछले 75 सालों में भी नहीं हुआ है।
महिला आरक्षण बिल के साथ भारत ने हाल ही में मिशन मून पूरा किया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों के जनधन खाते में पैसा आने के साथ ही उन्हें हेल्थकवर का लाभ भी मिला है। इसके अलावा करीब चार करोड़ निर्धन लोगों को पीएम आवास योजना के तहत घर मुहैया कराया गया है। इनमें खास बात यह है कि करीब तीन करोड़ मामलों में रजिस्ट्री पर घर की महिला का नाम है। यानी पिछले कुछ वर्षों में देश में इतना परिवर्तन आया है कि हम कह सकते हैं कि 'अरुण गगन पर महाप्रगति का अब यह मंगलगान उठा, करवट बदला, अंगड़ाई ली, सोया हिन्दुस्तान उठा।'
इस बातचीत के दौरान सुधांशु त्रिवेदी का कहना था कि आज से करीब 12-13 साल पहले जब हमने टीवी पर आना शुरू किया था, तब डिबेट्स कम होती थीं, लेकिन अब चैनल ज्यादा हो गए हैं। कंप्टीशन भी ज्यादा हो गया है और डिबेटस् भी ज्यादा हो गई हैं। ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों के लोगों को लगने लगा कि यदि वे ज्यादा आक्रामक तरीके से अपनी बात रखेंगे तो उन्हें इसका ज्यादा लाभ मिलेगा। लेकिन मेरा ये मानना है कि डिबेट पर बोलते समय हम सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि हम अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं, अपना खुद का नहीं। हो सकता है कि हमारी किसी बात से हमें ज्यादा अटेंशन मिल जाए, लेकिन हमें ये देखना होगा कि उससे पार्टी को फायदा हो रहा है अथवा नुकसान। पूर्व प्रधानमंत्री स्व: अटल बिहारी वाजपेयी की दी हुई एक सीख का जिक्र करते हुए डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना था कि यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि कितना बोलना है और क्या बोलना है, बेशक हमें सारी बात पता हो तब भी।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (I.N.D.I.A) द्वारा कुछ टीवी एंकर्स का बायकॉट किए जाने के फैसले के बारे में डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना था, ‘सभी राजनीतिक दलों को अपने फैसले लेने का अधिकार है, यह उनका अंदरूनी मामला है और वही इस बारे में ज्यादा बता सकते हैं कि उन्होंने यह क्यों किया है।’ इस चर्चा के दौरान डॉ. अनुराग बत्रा द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी से यह पूछे जाने पर कि इतनी व्यस्तता के कारण समय की कमी होती है तो क्या उन्हें नहीं लगता कि यदि वे फलां चैनल पर गए हैं तो उन्हें दूसरे फलां चैनल पर भी जाना चाहिए था। इस पर डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना था कि किसी समय में हम लोग ही तय किया करते थे कि किस चैनल पर जाना है, लेकिन पिछले तीन-चार साल से अब यह काम पार्टी तय करती है, ऐसे में हम लोगों के लिए इस तरह की कोई समस्या नहीं आती है। जहां पार्टी कहती है, हम वहां चले जाते हैं।
गौरतलब है कि एक्सचेंज4मीडिया द्वारा तैयार की गई टॉप 50 प्रवक्ताओं की इस लिस्ट में टॉप 10 में पांच भारतीय जनता पार्टी के व पांच अन्य पार्टियों के प्रवक्ताओं ने अपनी जगह बनाई है। लिस्ट में सबसे ऊपर डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी जगह बनाई है। वहीं, बीजेपी के गौरव भाटिया, डॉ. संबित पात्रा, सैयद जफर इस्लाम और शाजिया इल्मी के नाम भी इस लिस्ट में टॉप-10 में शामिल हैं। बीजेपी के प्रवक्ताओं के अलावा इस लिस्ट में जिन अन्य राजनीतिक पार्टियों के प्रवक्ताओं का टॉप-10 में नाम है, उनमें कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और संजय सिंह शामिल हैं।
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी और डॉ. अनुराग बत्रा के बीच इस पूरी बातचीत का वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
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