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भाड़े के शूटरों से कराई गई थी पत्रकार की हत्या, सामने आई ये बड़ी वजह
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पिछले शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मारकर की गई पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
शुभममणि द्वारा सरकारी जमीनों पर किए गए कब्जों की जानकारी मीडिया में देने के बाद प्रशासन की कार्रवाई से दिव्या अवस्थी उससे रंजिश रखने लगी थी। इसी कारण से शुभममणि को रास्ते से हटाने के लिए दिव्या अवस्थी ने अपने सहयोगी मोनू खान को बोला था। मोनू खान ने तीन शूटरों को इस हत्याकांड के लिए राजी किया था।
पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाशों के नाम शहनवाज, अफसर अहमद व अब्दुल बारी हैं। पुलिस ने इस मामले में दिव्या अवस्थी पर 10 हजार और दो अन्य आरोपितों मोनू खान व दिव्या अवस्थी के देवर राघवेंद्र अवस्थी पर 5000-5000 का इनाम घोषित किया है। पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि फरार आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बताया जाता है कि शुभममणि की हत्या के लिए चार लाख रुपए में सौदा हुआ था, जिसमें से 20 हजार रुपए बदमाशों को पेशगी दिए गए थे। बाकी काम होने के बाद देने को कहा गया था। इसके बाद बदमाशों ने गोली मारकर शुभममणि की हत्या कर दी थी।
गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र राजधानी मार्ग के पास सहजनी चौराहे पर कुछ बदमाशों ने दिनदहाड़े शुभममणि त्रिपाठी पर ताबड़तोड़ 3 गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी थी। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पोनी रोड झंडा चौराहा निवासी 28 वर्षीय शुभममणि त्रिपाठी की घर के नीचे मोबाइल शॉप थी। वह कानपुर से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक के प्रतिनिधि भी थे। शुक्रवार दोपहर बाद वह अपने साथी मुख्तार अहमद के साथ बाइक से उन्नाव से शुक्लागंज लौट रहे थे। उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग स्थित सहजनी के पास उन्हें ताबड़तोड़ कई गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी मौत हो गई, वहीं मुख्तार ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई थी। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने दिव्या अवस्थी समेत दस लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया था।
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