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क्यों इस बड़ी खबर पर ‘सोता’ रह गया प्रसार भारती, सामने आई वजह
सरकारी आयोजनों की कवरेज का जिम्मा मुख्य रूप से ‘प्रसार भारती’ के कंधों पर ही है, अब अधिकारी जता रहे हैं नाराजगी
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
महाराष्ट्र में भाजपा ने ‘सियासी खेल’ को कितने गुपचुप तरीके से अंजाम दिया, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम की जानकारी ‘प्रसार भारती’ को भी नहीं थी, जबकि सरकारी आयोजनों की कवरेज का जिम्मा मुख्य रूप से ‘प्रसार भारती’ के कंधों पर ही है। देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार सुबह 7:50 बजे राजभवन में शपथ दिलाई थी, इसका पता तब चला जब समाचार एजेंसी ‘एएनआई’ ने सुबह 8 बजे खबर को ब्रेक किया।
‘प्रसार भारती’ के अधिकारियों ने भी दबी जुबान में स्वीकार किया है कि उन्हें शपथ ग्रहण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। ‘इकनॉमिक टाइम्स’ में इस बारे में प्रकाशित खबर के मुताबिक, न तो डीडी मुंबई की न्यूज यूनिट और न ही मुंबई दूरदर्शन केंद्र को इससे अवगत कराया गया। केवल ‘ऑल इंडिया रेडियो’ को आखिरी क्षण में इसका पता चल सका, वो भी इसलिए कि उसका एक संवाददाता लगातार देवेंद्र फडणवीस कार्यालय के संपर्क में था। वरना उसे भी बाकी मीडिया की तरह सबकुछ होने के बाद ही जानकारी मिलती।
पब्लिक ब्रॉडकास्ट गाइडलाइंस के अनुसार, 12 प्रकार के कार्यक्रमों को ‘दूरदर्शन’ और ‘आकाशवाणी’ दोनों द्वारा लाइव कवर किया जाना अनिवार्य है। इनमें स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे आयोजनों के साथ ही मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह भी शामिल है। लेकिन, शनिवार को ‘डीडी न्यूज’ ने सुबह 8:06 बजे ‘एएनआई’ विजुअल्स के साथ छह मिनट की समाचार रिपोर्ट दिखाई। हालांकि ‘आकाशवाणी’ के बुलेटिन में मुख्य समाचार था, लेकिन इस संदेश के साथ कि ‘ज्यादा जानकारी का इंतजार है’।
सार्वजनिक प्रसारक को महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में सूचित करने और उनकी कवरेज सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक की होती है, लेकिन इस मामले में निदेशक ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। माना जा रहा है कि इसके लिए ऊपर से आदेश मिला होगा, मगर सवालों का जवाब तो निदेशक को ही देना है।
वहीं, शपथ ग्रहण से दूर रखे जाने को लेकर ‘प्रसार भारती’ में नाराजगी है। अधिकारियों का कहना है, ‘भले ही इस मामले में गोपनीयता बनाये रखना अहम था, लेकिन प्रसार भारती को सूचित किया जाना चाहिए था। प्रसार भारती संसद के प्रति जवाबदेह है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि प्रसार भारती की टीम कार्यक्रम में मौजूद रहे।‘ फिलहाल इस बारे में सरकार या प्रशासन की तरफ से कोई सफाई नहीं दी गई है।
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