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जिंदगी जीने का नजरिया समझाएगी वरिष्ठ पत्रकार शाज़ी ज़माँ की ये खास पेशकश
समाचार4मीडिया से बातचीत में शाज़ी ज़माँ ने बताया कि इस पेशकश का उद्देश्य प्रबुद्ध लोगों के विचारों को जानना और उन्हें तमाम लोगों तक पहुंचाना है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 months ago
वरिष्ठ पत्रकार शाज़ी ज़माँ एक नई पहल ‘Conversations With Shazi Zaman’ शुरू करने जा रहे हैं। समाचार4मीडिया से बातचीत में शाज़ी ज़माँ ने बताया कि इस पेशकश का उद्देश्य प्रबुद्ध लोगों के विचारों को जानना और उन्हें तमाम लोगों तक पहुंचाना है। इस पेशकश के तहत समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े प्रमुख लोगों के साक्षात्कार के अलावा तमाम किताबों पर चर्चा होगी। इस कार्यक्रम को उनके यूट्यूब चैनल समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर देखा जा सकेगा।
इस बारे में शाज़ी ज़माँ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में उनका कहना है, ‘मुझे लगता है कि जिंदगी को समझने के लिए एक जिंदगी भी काफी नहीं होती है। लेकिन फिर भी हम कोशिश करते हैं और कोशिश करनी भी चाहिए। लेकिन, इसके लिए धैर्य, संयम, समय और संगत आदि की जरूरत होती है। किसी किताब का कोई एक शब्द, कोई एक वाक्य, कोई अध्याय, कोई संस्मरण, कोई आपबीती, कोई कविता काफी अहम होती है। अगर ठहराव के साथ उसे देखें, उसे समझे, उसे सुनें, उसे पढ़ें तो शायद जिंदगी को समझने का एक नजरिया मिल जाए।’
I extend a warm invitation to join this community that celebrates and explores the profound aspects of life.
— Shazi Zaman (@Shazizaman) March 1, 2024
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बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार शाज़ी ज़माँ को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव है। वह पूर्व में तमाम प्रतिष्ठित संस्थानों में बड़े पद पर रहे हैं। वर्ष 1988 में शाज़ी ज़माँ ने अपने करियर की शुरुआत ‘दूरदर्शन’ में बतौर करेसपॉन्डेंट की थी, लेकिन बाद में वह तीन साल के लिए ‘बीबीसी’ में प्रड्यूसर होकर लंदन चले गए।
इसके बाद वह वापस आए तो बतौर एडिटर ‘जी न्यूज’ और उसके बाद बतौर एग्जिक्यूटिव प्रड़यूसर ‘आजतक’ में काम किया। उसके बाद वह ‘स्टार न्यूज’ (अब एबीपी नेटवर्क) में आए और उदय शंकर के जाने के बाद ‘एबीपी न्यूज’ के ग्रुप एडिटर बन गए। हालांकि बाद में उन्होंने इस मीडिया समूह से भी अलविदा कह दिया था। वह देश की प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) में डायरेक्टर (विडियो सर्विसेज) पद पर भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
शाज़ी ज़माँ टीवी न्यूज चैनल्स की संस्था ‘ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन’ (BEA) के प्रेजिडेंट भी रहे हैं। सेंट स्टीफ़ेंस कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएट शाज़ी ज़माँ के तीन उपन्यास 'प्रेमगली अति सांकरी', 'जिस्म जिस्म के लोग' और 'अकबर' भी लिखे हैं।
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