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इन दो बड़ी डील पर टिकी हैं TV इंडस्ट्री की निगाहें, नए साल पर शुरू हो सकता है नया अध्याय
साल 2024 ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है, जिसमें दो बड़े विलय (मर्जर) होने की संभावना है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 months ago
साल 2024 ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है, जिसमें दो बड़े विलय (मर्जर) होने की संभावना है और यहां भी ठीक वैसे ही हो रहा है, जैसे एक एंटरटेनमेंट ड्रामा सीरीज में एक के बाद एपिसोड में स्टोरी क्लियर होती जाती है। लिहाजा यह साल भी रोमांच से भरा होगा, क्योंकि इस साल ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री की दो बड़ी यूनियन बनने की कवायद में है, जिसमें सोनी के साथ जी एंटरटेनमेंट और डिज्नी इंडिया के साथ रिलायंस के स्वामित्व वाली वायाकॉम 18 शामिल है।
जी-सोनी विलय का अध्याय एक अस्थिर स्थिति में प्रतीत होता है, विलय की समय-सीमा पहले ही आगे बढ़ा दिए जाने के बावजूद प्रक्रिया पूरी होने में देरी हुई, लेकिन फिर भी जल्द विलय पूरा करने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडिया और वॉल्ट डिज्नी की भारत इकाई ने इंडस्ट्री को अपने कब्जे में ले लिया है। हाल ही में 51:49 की स्टॉक और कैश मर्जर के जरिए नॉन-बाइंडिंग टर्मशीट (एग्रीमेंट) पर साइन करके इन दोनों कंपनियों ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया, क्योंकि इस डील ने देश में टेलीविजन और ओटीटी देखने के अनुभव को बदलने का संकेत दे दिया है।
इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, दोनों बड़े विलय इस साल (2024) की पहली छमाही के भीतर पूरा होने की संभावना है।
जबकि लंबे समय तक चलने वाले जी-सोनी विलय के लिए 2021 में प्रक्रिया शुरू की गई थी। जी एंटरटेनमेंट द्वारा समय-सीमा के विस्तार की मांग के साथ पहले ही दो समय सीमा समाप्त हो चुकी है, तो वहीं रिलायंस व डिज्नी के विलय को लेकर जब बातचीत शुरू हुई, तो कम समय में ही इसे मूर्तरूप दिया गया और अंततः नॉन-बाइंडिंग टर्मशीट (एग्रीमेंट) पर साइन इसे आधिकारिक बना दिया है।
विलय की प्रक्रिया में प्रमुख रूप से विलय की शर्तों की सहमति, उचित परिश्रम, एनसीएलटी, पार्टी से जुड़े विभिन्न प्राधिकरणों और हितधारकों व अन्य तीसरे पक्षों से अनुमोदन/सहमति शामिल है, जिनके प्रति पार्टियां अनुबंधात्मक रूप से बाध्य हैं। यह आंतरिक नियामक आवश्यकताओं के अतिरिक्त है, जो कंपनी अधिनियम द्वारा निर्धारित है।
दिल्ली हाई कोर्ट के अधिवक्ता शशांक अग्रवाल के अनुसार, 'विलय प्रक्रिया में, आमतौर पर कुछ स्वीकृतियां प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, उनमें आयकर अधिनियम, 1961 के तहत आयकर विभाग से; कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत कंपनी रजिस्ट्रार/ रीजनल डायरेक्टर से; प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के तहत भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) आदि से। इसके बाद विलय योजना की मंजूरी की अंतिम मुहर कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल से मिलती है।
मर्ज की गई इकाई के तौर पर रिलायंस और डिज्नी को टीवी ऐड मार्केट में 43% की सबसे बड़ी हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है। यदि जी-सोनी का विलय होता है तो उनकी हिस्सेदारी 25% होने की उम्मीद है। इन दोनों दिग्गजों के उभरने से एकाधिकार स्थापित होगा और देश में टीवी एंटरटेनमेंट का परिदृश्य बदल जाएगा।
वर्तमान में, डिज्नी स्टार के पास आठ भाषाओं में 70 से अधिक टीवी चैनल, एक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'डिज्नी+ हॉटस्टार' और एक फिल्म स्टूडियो है, जबकि रिलायंस के ब्रॉडकास्ट डिविजन 'वायकॉम18' के पास आठ भाषाओं में 38 टीवी चैनल, एक डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'जियो सिनेमा' और एक फिल्म स्टूडियो 'वायकॉम18 स्टूडियोज' है।
जहां डिज्नी स्टार के पास ऐड मार्केट में 32% हिस्सेदारी है, तो वहीं 'वायकॉम18' के पास 11% ऐड मार्केट में हिस्सेदारी है। विलय की गई इकाई के पास 100 से अधिक टीवी चैनल्स, दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स और दो फिल्म स्टूडियो के साथ 43% ऐड मार्केट में हिस्सेदारी होगी।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों इकाई मिलकर इस डील के तहत करीब 1.5 अरब डॉलर का निवेश करेंगी, जिसके तहत अंबानी की कंपनी को स्टार इंडिया के चैनलों का डिस्ट्रीब्यूशन नियंत्रण हासिल होगा।
FY23 के लिए डिज्नी स्टार का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 19,857 करोड़ रुपये था, जबकि 'वायकॉम18' के लिए यह 4,554 करोड़ रुपये था।
वहीं, 10 बिलियन डॉलर का जी-सोनी विलय 70 से अधिक टीवी चैनल, दो वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म- ZEE5 और Sony LIV व 26 फीसदी के मार्केट शेयर के साथ फिल्म स्टूडियो 'ZEE स्टूडियोज' व सोनी पिक्चर्स फिल्म्स इंडिया मिलकर एक पॉवर हाउस बनाएंगे।
कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, जिसे पहले सोनी पिक्चर्स इंडिया नेटवर्क के नाम से जाना जाता था, का FY23 ऑपरेटिंग रेवेन्यू 6684.9 करोड़ रुपये है। नेटवर्क 26 टीवी चैनल, एक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'सोनी लिव' और ओरिजनल कंटेंट के लिए इंडिपेंडेंट प्रॉडक्शन वेंचर 'स्टूडियो नेक्स्ट' और 'सोनी पिक्चर्स फिल्म्स इंडिया' का संचालन करता है।
वहीं, दूसरी ओर, FY23 के लिए ZEEL का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 8087.90 करोड़ रुपये है। नेटवर्क में 11 भाषाओं में 50 चैनल हैं, एक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'ZEE5', एक फिल्म प्रॉडक्शन कंपनी 'ZEE स्टूडियोज' और एक म्यूजिक इकाई 'जी म्यूजिक' है।
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