होम / इंडस्ट्री ब्रीफिंग / हाथरस में ABP न्यूज की पत्रकार से हुई बदसलूकी
हाथरस में ABP न्यूज की पत्रकार से हुई बदसलूकी
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप और फिर मौत की वारदात से पूरे देश में गुस्सा है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप और फिर मौत की वारदात से पूरे देश में गुस्सा है। हाथरस में गैंगरेप की शिकार युवती के शव का जिस तरह से रातोंरात अंतिम संस्कार कर दिया गया, उससे अब हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। देश में दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग हो रही है, लेकिन इस बीच स्थानीय प्रशासन की ओर से कई तरह की सख्ती बरती जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांव में पहले मीडिया की एंट्री पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि तीन दिन बाद शनिवार को मीडिया की एंट्री से रोक हटा ली गई। हालांकि इससे पहले जब मीडिया की एंट्री पर बैन लगा हुआ था, तब एबीपी न्यूज की रिपोर्टर और कैमरामैन से बदसलूकी का मामला सामने आया।
एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक,जब उसकी रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा ने उस पीड़िता के परिवार से मिलने की कोशिश की तो उन्हें रोक दिया गया। एबीपी न्यूज के कैमरामैन मनोज अधिकारी के साथ धक्कामुक्की हुई और कैमरा को जबरदस्ती बंद कर दिया गया। पत्रकार प्रतिमा मिश्रा को खेतों से आने की वजह से चोर कहा गया और उन्हें जबरन पुलिस की गाड़ी में बैठाकर ले जाया गया और उनका फोन ले लिया गया।
2 दिन से मीडियाकर्मियों का जमावड़ा हाथरस में पीड़ित परिवार के घर जाने के लिए मुख्य रास्ते पर बना हुआ था। चैनल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस के तमाम पुलिसवालों ने उसके रिपोर्टर और कैमरामैन को पूरी तरह डराया-धमकाया और बार-बार पूछने पर भी नहीं बताया कि कौन से अधिकारी का आदेश है कि मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने न दिया जाए। जब हर तरह की कोशिश करने के बावजूद रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा को अंदर नहीं जाने दिया गया तो वो पुलिसवालों के बीच ही धरने पर बैठ गईं।
इसके बाद जब एबीपी न्यूज की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा और कैमरामैन मनोज अधिकारी हाथरस कांड की पीड़िता के घर जाने के लिए खेतों के रास्ते निकले तो उन्हें बीच रास्ते में रोका गया और कहा गया कि एबीपी न्यूज की पत्रकार और कैमरामैन मनोज चोर रास्ते से आए हैं। इसके बाद रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा को पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों ने रोका और जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की। इस पर भी एबीपी न्यूज की पत्रकार डरी नहीं और अपने हठ पर कायम रही। इसके बाद पुलिसवालों ने उनके और कैमरामैन के साथ धक्कामुक्की की और लाइव फीड को बंद करा दिया। इसके बाद प्रतिमा मिश्रा का फोन भी कुछ समय के लिए ले लिया गया। थोड़ी ही देर बाद गाड़ी में जबरन बैठाकर पीड़ित परिवार के घर से दूर ले जाकर उतार दिया गया। उन्हें मेन रास्ते पर लाया गया लेकिन वहां पहले से ही से ही बैरोकेडिंग लगा रखी थी और कई मीडियाकर्मियों के साथ एबीपी न्यूज को भी वहीं रोका गया था।
वहीं एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा, 'SIT की जांच तक मीडिया पर रोक है। एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा। हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है। जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है। अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है। जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है। राजनीतिक लोगों को भी आने की इजाजत नहीं है।'
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन गैंगरेप की बात को गलत करार दिया है। पहले गुरुवार को राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोका गया। शुक्रवार को टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को रोका गया और उसके बाद पीड़िता के गांव में मीडिया की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई थी।
टैग्स एबीपी न्यूज रिपोर्टर मीडिया कैमरामैन प्रतिमा मिश्रा हाथरस मनोज अधिकारी