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क्या अब टेक दिग्गजों से मुकाबला करने के लिए एकजुट होंगे अन्य मीडिया दिग्गज?
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (सोनी) के बहुप्रतीक्षित मेगा मर्जर का नतीजा देश के टेलीविजन परिदृश्य को हिला देने के लिए काफी है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 months ago
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (सोनी) के बहुप्रतीक्षित मेगा मर्जर का नतीजा देश के टेलीविजन परिदृश्य को हिला देने के लिए काफी है, लेकिन इसने हर किसी को बड़ा सवाल पूछने पर मजबूर कर दिया है कि भारत के मीडिया व एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए इसके क्या मायने हैं?
इंडस्ट्री विशेषज्ञों के मुताबिक, इंडस्ट्री में सर्वाइव करने और प्रॉफिटेबल में बने रहने के लिए कॉन्सोलाइडेशन (एकीकरण) ही एकमात्र रास्ता है। मर्जर की समाप्ति से न केवल दोनों पक्षों को नुकसान होगा, बल्कि यह देखते हुए कि प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में गूगल इंडिया और मेटा जैसे तकनीकी दिग्गज मौजूद हैं, लिहाजा लंबे समय तक पूरे ब्रॉडकास्टर सेक्टर पर इसका असर पड़ेगा।
भारत के मीडिया व एंटरटेनमेंट सेक्टर में शीर्ष 14 मीडिया कंपनियां सामूहिक रूप से 1.11 ट्रिलियन रुपये का योगदान करती हैं। वित्त वर्ष 2023 में गूगल इंडिया और मेटा का संयुक्त राजस्व 43,308 करोड़ रुपये था, जो अगले चार शीर्ष मीडिया कंपनियों, डिज्नी स्टार, ZEEL, टाइम्स ग्रुप और सोनी के संयुक्त राजस्व 42,628 करोड़ रुपये से अधिक है।
'द भसीन कंसल्टिंग ग्रुप' के फाउंडर आशीष भसीन ने कहा था कि दो बेहद शक्तिशाली प्रतिस्पर्धियों (डिज्नी-RIL) के कॉन्सोलाइडेशन (एकीकरण) की संभावना को देखते हुए जी-सोनी विलय ब्रॉडकास्टर्स और इंडस्ट्री दोनों के लिए फायदेमंद होगा।
भसीन ने कहा कि यदि जी और सोनी का विलय हो गया होता, तो मार्केट को दो बड़े खिलाड़ी दिखाई देते। हालांकि, कॉन्सोलाइडेशन (एकीकरण) शुरू हो गया है और समय के साथ इसमें गति आएगी। यदि सोनी (Sony) और (ZEE) एक साथ काम कर पाते तो इससे दोनों को फायदा होता। हालांकि, विलय की संभावना अभी भी है, या तो स्वेच्छा से या शेयरों के अधिग्रहण से, या किसी अन्य माध्यम से।
यदि विलय हो जाता तो ZEEL और Sony की संयुक्त वैल्यू 14,771 करोड़ रुपये होती। विलय की गई कंपनियों के पास 26% बाजार हिस्सेदारी के साथ 70 से अधिक टीवी चैनल, दो वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म (ZEE5 और Sony LIV) और फिल्म स्टूडियो (ZEE स्टूडियो और सोनी पिक्चर्स फिल्म्स इंडिया) का स्वामित्व होता।
जी-सोनी विलय ने भले ही रोशनी न देख पाए हों, लेकिन एक और बड़ा विलय अभी भी पाइपलाइन में है, जिसके बड़े विज्ञापन हिस्से के मालिक होने की संभावना है। सभी की निगाहें पावरहाउस रिलायंस इंडिया (वायाकॉम18 के मालिक) द्वारा डिज्नी स्टार के अधिग्रहण पर हैं। संयुक्त डिज्नी स्टार व वायकॉम18 इकाई का मूल्य 24,411 करोड़ रुपये होगा।
इंडस्ट्री विशेषज्ञों के अनुसार, जहां डिज्नी स्टार की विज्ञापन बाजार में 32% हिस्सेदारी है, वहीं वायकॉम18 की विज्ञापन बाजार में 11% हिस्सेदारी है। विलय की गई इकाई के पास 100 से अधिक टीवी चैनलों, दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और दो फिल्म स्टूडियो के साथ 43% विज्ञापन बाजार हिस्सेदारी होगी।
वर्तमान में, डिज्नी स्टार के पास आठ भाषाओं में 70 से अधिक टीवी चैनल, एक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म डिज्नी+ हॉटस्टार और एक फिल्म स्टूडियो है, जबकि रिलायंस के ब्रॉडकास्ट डिविजन वायकॉम18 के पास आठ भाषाओं में 38 टीवी चैनल, एक डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'जियो सिनेमा' और एक फिल्म स्टूडियो 'वायकॉम18 स्टूडियोज' है। .
अटकलें हैं कि जी-सोनी विलय की समाप्ति से डिज्नी स्टार-रिलायंस विलय वाली इकाई को एकाधिकार मिलने की संभावना है, जिसके साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कोई बड़ा खिलाड़ी नजर नहीं आएगा। एलारा कैपिटल के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट करण तौरानी के मुताबिक, इस समय मीडिया व एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में जी के साथ आने वाले खिलाड़ियों की कमी है।
तौरानी ने कहा कि बाजार में खिलाड़ियों की कमी है। RIL और डिज्नी पहले से ही बातचीत कर रहे हैं और हमें नहीं लगता कि कोई छोटी स्थानीय कंपनी ZEEL का अधिग्रहण करेगी। यदि हां, तो कुछ वित्तीय या रणनीतिक साझेदारी हो सकती है। लिहाजा डिज्नी और वायकॉम का एकाधिकार होगा।
एनवी कैपिटल के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर नितिन मेनन ने कहा कि ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए यह म्यूजिकल चेयर के खेल जैसा लगता है और कौन सा खिलाड़ी किसके साथ टैंगो करेगा, यह तो समय ही बताएगा।
उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि यह कैसे आगे बढ़ता है। क्या कोई नया खिलाड़ी इंडस्ट्री में प्रवेश करेगा या मौजूदा खिलाड़ी विलय करेंगे। कुल मिलाकर, जो लोग लीनियर और नॉन-लीनियर टीवी के बीच सही संतुलन बनाते हैं और साथ ही बॉटम लाइन पर नियंत्रण दिखाते हैं, वे भविष्य में बाजार पर हावी होने की स्थिति में होंगे।
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