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जी मीडिया ने SEBI से कहा- विलय को प्रभावित कर सकती है बार-बार की जा रही जांच
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने सेबी को लिखा है कि एक ही मामले पर बार-बार की जा ही जांच कंपनी और शेयरधारकों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा करती है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 year ago
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने सेबी को लिखा है कि एक ही मामले पर बार-बार की जा ही जांच कंपनी और शेयरधारकों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा करती है और संभावित रूप से विलय प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आयी है।
सेबी को लिखे पत्र में जी ने कहा, कृपया ध्यान दें कि विभिन्न नियामकों (सेबी, स्टॉक एक्सचेंज और सीसीआई आदि सहित) से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद विलय की प्रक्रिया अगले चरण में है और यह योजना 99.9 प्रतिशत शेयरधारकों द्वारा भी अनुमोदित है।
जी मीडिया ने कहा, यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि वर्तमान मामले में लेन-देन वर्ष 2019 से संबंधित है और स्टॉक एक्सचेंजों और सेबी को पहले ही एक विस्तृत विवरण दिया जा चुका है। कंपनी ने कहा, यह हमारी समझ से परे है कि मौजूदा मामले की फिर से जांच क्यों की जा रही है, जबकि मामले में कार्रवाई 4 साल पहले हो चुकी है।
पिछले हफ्ते, प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (SAT) ने एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के सीईओ पुनीत गोयनका को सेबी के उस आदेश के खिलाफ अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था, जिसे उन्होंने चुनौती दी थी।
सेबी ने अपने इस आदेश में डॉ. सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका को किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में एक साल तक निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद (केएमपी) पर रहने पर रोक लगा दी है। सेबी ने दोनों के खिलाफ अपने निजी लाभ के लिए सूचीबद्ध इकाई से धन निकालने के लिए यह कार्रवाई की है।
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