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अनिल अंबानी ने 15 मीडिया कंपनियों-पत्रकारों के खिलाफ ठोका मुकदमा
राफेल डील को लेकर जिस तरह से रिलायंस पर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं...
समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
राफेल डील को लेकर जिस तरह से रिलायंस पर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं उसे लेकर अनिल अंबानी ने पहले तो कांग्रेस के अखबार 'नेशनल हेराल्ड' के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया, और अब अनिल अंबानी की कंपनी ने रिलायंस ग्रुप ने 15 राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, स्थानीय मीडिया हाउस और पत्रकारों के खिलाफ अहमदाबाद के सिविल कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। इन सभी पर आरोप लगाया है कि इन्होंने राफेल विमान सौदे के संबंध में जो लेख प्रकाशित किए गए वो ‘निंदात्मक और अपमानजनक’ थे और पूरी तरह से झूठे हैं।
अनिल अंबानी की ओर से दायर केस में इस बार 5000-10000 करोड़ की मानहानि का दावा किया गया है। इस मामले में 'एनडीटीवी' पर भी 10,000 करोड़ का केस किया गया है। बता दें कि इस मामले की सुनवाई 26 अक्टूबर को होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनिल अंबानी की कंपनी ने अगस्त माह में पत्रकारों और नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की शुरुआत कर दी थी। आखिरी बार कंपनी ने 11 अक्टूबर को इस मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में अगली सुनवाई 26 अक्टूबर को होगी। यह तमाम मामले रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एरोस्ट्रक्चर की ओर से दायर किए गए हैं।
याचिका में कहा गया है कि तमाम न्यूज ऑर्टिकल में पत्रकारों ने जो तथ्य लिखे हैं और आरोप लगाए है वह गुमराह करने वाले हैं और लोगों में यह भरोसा बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस डील के लिए सरकार के साथ किसी तरह की डील की गई है।
कंपनी की ओर से सबसे पहले मानहानि का केस कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। सिंघवी के खिलाफ 5000 करोड़ रुपए का मामला दर्ज किया गया था।
गौरतलब है कि फ्रांस के इंवेस्टिगेटिव जरनल मीडियापार्ट ने दावा किया था कि उसके पास राफेल डील से जुड़े 'दसॉल्ट' एविएशन के कुछ अहम दस्तावेज हैं। इनके मुताबिक राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन को इस डील को करने के लिए रिलायंस की साझेदारी जरूरी थी। एनडीटीवी के मुताबिक, ये मीडियापार्ट की रिपोर्ट कहती है कि कंपनी के सामने ये शर्त थी कि भारत को 36 राफेल बेचने के लिए उसे अनिल अंबानी की कंपनी को इसमें शामिल करना ही होगा।
वहीं एनडीटीवी ने दलील दी है कि मानहानि के ये आरोप कुछ और नहीं, बल्कि अनिल अंबानी समूह द्वारा तथ्यों को दबाने और मीडिया को अपना काम करने से रोकने की जबरन कोशिश हैं।
एनडीटीवी पर यह केस उसके वीकली शो 'Truth vs Hype' पर किया गया है, जो 29 सितंबर को प्रसारित हुआ था।
एनडीटीवी का कहना है कि वह पूरी तरह मानहानि के आरोपों को खारिज करता है और अपने पक्ष के समर्थन में अदालत में सामग्री पेश करेगा।
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