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डिजिटाइजेशन के बाद भी ब्रॉडकॉस्टर्स चुकाएंगे कैरिज फीस

न्यूज ब्रॉडकॉस्टर्स अब डिजिटाइजेशन के बाद मल्टी सिस्टम ऑपरेटर और लोकल केबल ऑपरेटर को कैरिज फीस देने को तैयार हैं। टेलकॉम रेगुलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के प्रमुख राहुल खुल्लर की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी। गौरतलब है कि कैरिज फी लंबे समय से ब्रॉडकॉस्टर्स और ऑपरेटर के बीच विवाद का विषय बना हुआ है। कैरज शुल्क वह राशि है जो प्

समाचार4मीडिया ब्यूरो 12 years ago

न्यूज ब्रॉडकॉस्टर्स अब डिजिटाइजेशन के बाद मल्टी सिस्टम ऑपरेटर और लोकल केबल ऑपरेटर को कैरिज फीस देने को तैयार हैं। टेलकॉम रेगुलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के प्रमुख राहुल खुल्लर की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी। गौरतलब है कि कैरिज फी लंबे समय से ब्रॉडकॉस्टर्स और ऑपरेटर के बीच विवाद का विषय बना हुआ है। कैरज शुल्क वह राशि है जो प्रसारक मल्टी सिस्टम आपरेटरों (एमएसओ) तथा स्थानीय केबल आपरेटरों (एलसीओ) को अपना चैनल दर्शकों को दिखाने के लिये देते हैं। डिजिटाइजेशन शुरू होने के बाद से ही यह चर्चा बना हुई है कि क्या इस प्रक्रिया के बाद ब्रॉडकॉस्टर को कैरिज फीस नहीं देनी होगी और अगर देनी होगी तो कितनी देनी होगी। इन्हीं मुद्दों को लेकर ट्राइ प्रमुख राहुल खुल्लर की अध्यक्षता में एक मीटिंग 11 अक्टूबर को एनबीई और केबल ऑपरेटर्स के बीच हुई। बैठक में एमएसओ एलायंस तथा प्रसारकों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे. प्रसारकों के अनुसार खुल्लर ने प्रसारकों तथा एमएसओ से इस प्रकार का समझौता करने को कहा था. इसके मद्देनजर समाचार चैनला यथोचित राशि का भुगतान करने पर रजामंदी जतायी है. समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।  


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