होम / इंडस्ट्री ब्रीफिंग / BW Survey: इस मामले में मोदी पर भारी पड़े मनमोहन सिंह, पुलवामा से पड़ेगा असर
BW Survey: इस मामले में मोदी पर भारी पड़े मनमोहन सिंह, पुलवामा से पड़ेगा असर
देश में चुनावी हलचल शुरू हो गई है। तमाम राजनीतिक दलों में से...
समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो।।
देश में चुनावी हलचल शुरू हो गई है। तमाम राजनीतिक दलों में से कौन जीतेगा और किसे हार का सामना करना पड़ेगा, यह तो अभी भविष्य के पहलू में छिपा है, लेकिन लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए हैं। लोगों के बीच राजनीतिक दलों को लेकर क्या चर्चाएं हैं और वे चुनाव को लेकर क्या सोचते हैं, इसे लेकर बिजनेस मैगजीन ‘बिजनेसवर्ल्ड’ (BW Businessworld) ने ‘डिकोड’ (Decode) के साथ मिलकर चुनाव पूर्व सर्वे किया। आम जनता और कॉरपोरेट जगत के बीच किए गए अलग-अलग सर्वे के अनुसार, नरेंद्र मोदी सरकार ने रोजगार मुहैया कराने के मोर्चे पर निराशाजनक काम किया है, लेकिन इसके बावजूद यह सरकार सत्ता में वापस आएगी।
सर्वे की मानें तो देश के सबसे बेहतर प्रधानमंत्री की लिस्ट में लोगों ने अटल बिहारी वाजपेयी को पहले नंबर पर रखा है। इसके बाद इस लिस्ट में नरेंद्र मोदी और फिर इंदिरा गांधी का स्थान है। वहीं, कॉरपोरेट जगत की राय इस मामले में थोड़ी जुदा है। कॉरपोरेट जगत से जुड़े लोगों ने इस लिस्ट में पहले नंबर पर नरेंद्र मोदी, फिर अटल बिहारी वाजपेयी और फिर इंदिरा गांधी को रखा है।
लोगों का मानना है कि देश में बिजनेस करना आसान हुआ है और आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार ने बड़ी सफलता हासिल की है। इसके साथ ही जीएसटी और डिजिटल इंडिया भी इस सरकार की खास उपलब्धि के तौर पर गिनी जा रही है। सर्वे की मानें तो मोदी सरकार में शामिल कई मंत्रियों ने बहुत ही बेहतर काम किया है, इसे भी मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। कॉरपोरेट इंडिया और आम लोगों के बीच कराए गए दोनों सर्वों के अनुसार मोदी सरकार में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों की लिस्ट में सबसे ऊपर नितिन गडकरी का नाम है। हाईवे के निर्माण, सागरमाला प्रोजेक्ट और मिशन नमामि गंगे जैसी योजनाएं नितिन गडकरी के नेतृत्व में ही परवान चढ़ी हैं। इसके बाद इस लिस्ट में पीयूष गोयल, अरुण जेटली, सुरेश प्रभु और सुषमा स्वराज का नाम शामिल है।
सर्वे के दौरान यह सवाल भी उठा कि यदि मोदी वर्ष 2019 में सत्ता में वापस आते हैं तो वित्त मंत्री की कुर्सी किसे मिलनी चाहिए? इस बारे में आम लोगों का मानना है कि नितिन गडकरी को वित्त मंत्री बनाया जाना चाहिए, क्योंकि गडकरी ने हाईवे और गंगा मंत्री के रूप में न सिर्फ अपनी भूमिका अच्छे से निभाई है, बल्कि गडकरी के प्रोजेक्ट्स से लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी मिला है। लेकिन, इस मामले में कॉरपोरेट जगत का नजरिया अलग है। कॉरपोरेट जगत का मानना है कि यदि नरेंद्र मोदी दोबारा से सत्ता में आते हैं तो पीयूष गोयल को वित्त मंत्री बनाया जाना चाहिए। गोयल न सिर्फ मोदी सरकार के जगमगाते सितारे हैं, बल्कि अरुण जेटली की अस्वस्थता के दौरान अंतरिम तौर पर वित्त मंत्री रह चुके हैं। आम जनता के साथ कॉरपोरेट जगत भी यही चाहता है कि नई सरकार को नौकरियों, कृषि संकट, लघु उद्योग-धंधों और एजुकेशन सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करे। इसके साथ ही दोनों सर्वे में लोगों का यही मानना है कि नौकरियों के अवसर बढ़ाने के मामले में वाजपेयी सरकार ने सबसे ज्यादा काम किया। लोगों ने इस लिस्ट में मनमोहन सिंह की सरकार को दूसरे नंबर पर रखा है।
यह पूछे जाने पर कि मोदी सरकार का सबसे कमजोर पॉइंट कौन सा रहा है, दोनों ही सर्वे में इसे नोटबंदी बताया गया है। सर्वे में लोगों का यह भी मानना है कि आज के दौर में डाटा से छेड़छाड़ के मामले बढ़ रहे हैं और मोदी सरकार के मैनेजर्स को इस बारे में चिंता करना चाहिए। आम आदमी और कॉरपोरेट जगत के लोगों का मानना है कि यदि मोदी सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो एयर इंडिया के बाद बीएसएनएल और एमटीएनएल के विलय की दिशा में काम होना चाहिए।
गौरतलब है कि इस सर्वे में सभी प्रमुख संसदीय क्षेत्रों के 14 केंद्रों के 5000 लोगों को शामिल किया गया, वहीं दूसरे सर्वे में कॉरपोरेट जगत के 500 लोगों की राय जानी गई।
टैग्स नरेंद्र मोदी बिजनेस वर्ल्ड सर्वे चुनाव 2019