होम / इंडस्ट्री ब्रीफिंग / अपने इस कार्टून की वजह से फिर विवादों में घिरी शार्ली एब्दो मैगजीन...

अपने इस कार्टून की वजह से फिर विवादों में घिरी शार्ली एब्दो मैगजीन...

अक्सर विवादों में रहने वाली फ्रांस की मैगजीन शार्ली एब्दो एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मैगजीन ने तीन साल के सीरियाई मासूम आयलान कुर्दी का एक व्यंग्यात्मक कार्टून छापा है जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। शार्ली एब्दो ने आयलान कुर्दी के मृत शरीर की बार-बार याद आने वाली तस्वीरों को इलस्ट्रेशन के जरिए मैगजीन में छापा है। शार

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago

अक्सर विवादों में रहने वाली फ्रांस की मैगजीन शार्ली एब्दो एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मैगजीन ने तीन साल के सीरियाई मासूम आयलान कुर्दी का एक व्यंग्यात्मक कार्टून छापा है जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। शार्ली एब्दो ने आयलान कुर्दी के मृत शरीर की बार-बार याद आने वाली तस्वीरों को इलस्ट्रेशन के जरिए मैगजीन में छापा है। शार्ली एब्दो के इस कार्टून में, आयलान को मैक डी जैसे दिखाई दे रहे बिलबोर्ड के पास लेटा हुआ दिखाया गया है जिसपर फ्रांसीसी भाषा में लिखा है, ‘टू मीनस ऑफ चिल्ड्रेन फॉर द प्राइस ऑफ वन’, एक की कीमत में दो बच्चों का मेन्यू। इसके साथ ही बराबर में एक और शब्द लिखा है जिसका अंग्रेजी में मतलब है, ‘टू क्लोज टू हिज गोल’, जो कवरपेज का शीर्षक भी है। एक और इलस्ट्रेशन में जीसस क्राइस्ट को पानी पर चलते हुए दिखाया गया है। इसमें, बच्चा समंदर में उलटा डूबा हुआ नजर आ रहा है। बेहद तकलीफदेह इस कार्टून का टाइटल ‘द प्रूफ दैट यूरोप इज क्रिश्चियन’ दिया गया है। इसके साथ ही मैगजीन ने लिखा, ‘क्रिश्चियन पानी पर चलते हैं, मुस्लिमों के बच्चे डूब जाते हैं।’ मैगजीन के ऑफिस पर हुए आतंकी हमले के चलते दुनियाभर में चर्चा में आने पर शार्ली एब्दो ने उस समय लोगों की काफी सहानुभूति बटोरी थी लेकिन अब उसकी जमकर आलोचना शुरू हो चुकी है। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।


टैग्स
सम्बंधित खबरें

रिलायंस-डिज्नी मर्जर में शामिल नहीं होंगे स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल 

डिज्नी इंडिया में स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल ने रिलायंस और डिज्नी के मर्जर के बाद बनी नई इकाई का हिस्सा न बनने का फैसला किया है

13 hours ago

Dentsu India व IWMBuzz Media ने मिलाया हाथ, 'इंडिया गेमिंग अवॉर्ड्स' का करेगा आयोजन

'डेंट्सु इंडिया' (Dentsu India) ने IWMBuzz Media के साथ मिलकर 'इंडिया गेमिंग अवॉर्ड्स' के तीसरे संस्करण की घोषणा की है, जो 7 दिसंबर 2024 को मुंबई में आयोजित किया जाएगा।

1 day ago

फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब की गवर्निंग कमेटी का पुनर्गठन, ये वरिष्ठ पत्रकार बने सदस्य

फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब (FCC) ने अपनी गवर्निंग कमेटी का पुनर्गठन किया है, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है।

1 day ago

विनियमित संस्थाओं को SEBI का अल्टीमेटम, फिनफ्लुएंसर्स से रहें दूर

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भारत के वित्तीय प्रभावशाली व्यक्तित्वों, जिन्हें 'फिनफ्लुएंसर' कहा जाता है, पर कड़ी पकड़ बनाते हुए एक आदेश जारी किया है।

1 day ago

NCLT ने खारिज की ZEE-सोनी विलय को लेकर फैंटम स्टूडियोज इंडिया की ये याचिका

फैंटम स्टूडियोज ZEEL का एक अल्प शेयरधारक है, जिसके पास कंपनी के करीब 1.3 मिलियन शेयर हैं, जिनकी कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये बताई जाती है।

2 days ago


बड़ी खबरें

'जागरण न्यू मीडिया' में रोजगार का सुनहरा अवसर

जॉब की तलाश कर रहे पत्रकारों के लिए नोएडा, सेक्टर 16 स्थित जागरण न्यू मीडिया के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर है।

13 hours ago

‘Goa Chronicle’ को चलाए रखना हो रहा मुश्किल: सावियो रोड्रिग्स

इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म पर केंद्रित ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘गोवा क्रॉनिकल’ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ सावियो रोड्रिग्स का कहना है कि आने वाले समय में इस दिशा में कुछ कठोर फैसले लेने पड़ सकते हैं।

9 hours ago

रिलायंस-डिज्नी मर्जर में शामिल नहीं होंगे स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल 

डिज्नी इंडिया में स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल ने रिलायंस और डिज्नी के मर्जर के बाद बनी नई इकाई का हिस्सा न बनने का फैसला किया है

13 hours ago

फ्लिपकार्ट ने विज्ञापनों से की 2023-24 में जबरदस्त कमाई

फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने 2023-24 में विज्ञापन से लगभग 5000 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल के 3324.7 करोड़ रुपये से अधिक है।

1 day ago

क्या ब्रॉडकास्टिंग बिल में देरी का मुख्य कारण OTT प्लेटफॉर्म्स की असहमति है?

विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है। 

1 day ago