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कंटेंट हमारे बिजनेस का दिल है: पुनीत गोयनका
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा के 20 गौरवपूर्ण वर्ष पार कर लिए हैं। समूह की इस सफलता में मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, पुनीत गोयनका का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत 1995 में ज़ी टीवी से की थी और उसके बाद वे एस्सल समूह के अन्य कंपनियों में कार्य करने लगे। वे 2004 में ज़ी टीवी के बिजनेस
समाचार4मीडिया ब्यूरो 12 years ago
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा के 20 गौरवपूर्ण वर्ष पार कर लिए हैं। समूह की इस सफलता में मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, पुनीत गोयनका का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत 1995 में ज़ी टीवी से की थी और उसके बाद वे एस्सल समूह के अन्य कंपनियों में कार्य करने लगे। वे 2004 में ज़ी टीवी के बिजनेस हेड बने। वह ऐसे समय था जब ज़ी टीवी की रेटिंग सबसे नीचे जा रही थी। उस समय से चैनल ने बेहतर प्रदर्शन किया है और 2011 में चैनल की री-ब्रांडिंग की गई और यह नंबर वन चैनल के मजबूत दावों में है। पुनीत गोयनका ने एक्सचेंज4मीडिया से इस अवसर पर बात की। 2004 में ज़ी ज्वाइन करने से पहले 9 साल तक आप एस्सल समूह के विभिन्न कंपनियों में कार्यरत रहे। उनमें से आपने ऐसा क्या सीखा जो आज आप सीईओ के तौर पर कार्यरत हैं? सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि मैं चेयरमैन के साथ सीधे जुड़ा था। यह ऐसी स्थिति थी कि अगर आप सही और ईमानदार हैं तो लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, उस पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। अगर आप सोच रहे हैं कि सही हैं तो आप अपने रास्ते पर चलते जायें। दूसरी सबसे बड़ी चीज यह हुई कि मैं कई प्रोफेशनलों के अंतर्गत कार्य कर रहा था जिससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। एस्सेल पैकेजिंग में तब के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजीव संतवान ने मुझे सुपरवाइजर के तौर पर कार्य करने के लिए तैयार करने में मदद की। जय सिंह ने मुझे एचआर, सिस्टम प्रोसेसिंग की जानकारी दी और तब मुझे यह अहसास हुआ कि नए विचारों को लोगों के सामने बेचना कितना कठिन होता है जब वे इसे नहीं समझ पाते हैं। मैं लगातार सीखता रहा। और तीसरी बात जो सीखी वह कि अगर एक आइडिया फेल होता है, तो आप दूसरे आइडिया पर कार्य करो। आप पहले सीईओ हैं, जो कंटेंट के क्षेत्र में भी दखल देते हैं। इसमें कौन से कारक काम करते हैं? कंटेंट हमारे बिजनेस का दिल है। जब मैंने ज़ी टीवी ज्वाइन किया, तब मैंने सभी चीजों को ग्राउंड लेवल से सीखा। मुझे कंटेंट बिजनेस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और यह टीम था जिससे मैंने सीखा। मुझे यह बहुत जल्द मालूम हो गया कि आप ब्लैंक स्क्रीन को नहीं बेच सकते हैं, इसके लिए आपको कंटेंट की जरूरत होती है। ऐसी भी चर्चा होती है कि रेटिंग से छेड़छाड़ की जाती है, लेकिन मेरा मानना है कि आप थोड़े समय के साथ ऐसा कर सकते हैं लंबे समय में आपको एक अच्छा कंटेंट ही काम आयेगा। आपको अपने दर्शकों का खअयाल रखना होगा और कंटेंट को समय के साथ परिवर्तित करना होगा। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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