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शिक्षा, स्वास्थ्य और फूड सेक्टर में बढ़ रहे हैं भ्रामक विज्ञापन
नेशनल एडवरटाइजिंग मॉनिटरिंग सर्विस सिस्टम का लागू होना एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) के लिए अच्छा साबित हुआ है। कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल (सीसीसी) को जुलाई 2012 में 38 शिकायतें मिली जो कि पहले के महीने के औसत (15 से कम) से दोगुणा से ज्यादा था। इसके अलावा, एएससीआई को एक तिमाही में ही पिछले वर्ष की कुल शिकायत का 76 प्रतिशत यानि
समाचार4मीडिया ब्यूरो 12 years ago
नेशनल एडवरटाइजिंग मॉनिटरिंग सर्विस सिस्टम का लागू होना एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) के लिए अच्छा साबित हुआ है। कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल (सीसीसी) को जुलाई 2012 में 38 शिकायतें मिली जो कि पहले के महीने के औसत (15 से कम) से दोगुणा से ज्यादा था। इसके अलावा, एएससीआई को एक तिमाही में ही पिछले वर्ष की कुल शिकायत का 76 प्रतिशत यानि 131 शिकायत मिला है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष कुल 177 शिकायत दर्ज हुई थी। जुलाई महीने में कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल ने 38 में से 25 शिकायत को सही पाया था जबकि 13 विज्ञापन के खिलाफ शिकायत को सही नहीं पाया था। शिक्षा, स्वास्थ्य, एफएमसीजी और खाद्य क्षेत्र में बड़ा-चढ़ा कर भ्रामक दावे किए जा रहे हैं। कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल ने पेप्सोडेंट जर्मीचेक मैगनेट टूथपेस्ट के टेलीविजन कॉमर्शियल के खिलाफ शिकायत को सही ठहराया था जिसमें दावा किया गया था कि यह जाने-माने टूथपेस्ट से बेहतर है। यह विज्ञापन गलत और भ्रामक था। बूस्ट के टेलीविजन कॉमर्शियल में बूस्ट के कंज्मप्शन से ना सिर्फ ऑक्सीजन के कंज्मशन में बढ़ोतरी दर्ज होती है बल्कि तीन गुणा अधिक शक्ति मिलती है, जिसे कंज्यूमर कंप्लेंट्स काउंसिल ने गलत माना। सीसीसी ने मैक्सो मैक्स पावर लिक्विड एड में मैक्सो के एक बूंद को मच्छरों से छुटाकारा पाने को सही नहीं पाया। पॉन्ड्स जेन व्हाइट के टेलीविजन कॉमर्शियल में यह दावा किया गया था कि यह पहला क्रीम है जो दाग-धब्बे से छुटकारा दिलाता है, अपने दावे पर खड़े नहीं उतर सका और शिकायत सही पाया गया। सीएसएटी क्लासरूम प्रोग्राम (कॅरियर लॉन्चर) 80+ सलेक्शन इन सीएस प्रीलिम्स 11 का प्रिंट विज्ञापन गलत और भ्रामक पाया गया। रीवाइटल वुमेन के एड जिसमें कई स्वास्थ्य लाभ का दावा किया गया था, को सीसीसी ने किसी वैज्ञानिक दावे के अभाव में गलत ठहराया। नॉर सुपी नूडल्स के विज्ञापन जिसमें 1 करोड़ से अधिक बच्चे नॉर सुपी नूडल्स को पसंद करते हैं, को सही नहीं पाया गया। सीसीसी ने यूरो फैशन इनर्स को शालीनता और मर्यादा के आधार पर आपत्तिजनक विज्ञापन पाया। इंडिया टाइम्स शॉपिंग जिसमें विज्ञापनदाता ने क्रेडिट कार्ड से खरीदने पर 250 रुपये के फ्री गिफ्ट देने का वादा किया था, पर खड़े नहीं उतरा और इस तरह से विज्ञापन गलत और भ्रामक था। फ्लेयर, राइटो मीटर पेन, ओरियंटल ग्रप ऑफ होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, फेयर एंड क्वीक फेयरनेस क्रीम, टारा होम्योपैथिक क्लिनिक, सुगर रीमेडी धात्री हेयर केयर रेंज और धात्री फेयर स्कीन क्रीम के दावे को गलत और भ्रामक पाया गया। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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