होम /
इंडस्ट्री ब्रीफिंग /
लगातार ब्रेकिंग खबरों से HT बटोर रहा है चर्चा , अब आतंकी के भाई से खास बातचीत
लगातार ब्रेकिंग खबरों से HT बटोर रहा है चर्चा , अब आतंकी के भाई से खास बातचीत
समाचार4मीडिया ब्यूरो
एक महीने के अंदर हिन्दुस्तान टाइम्स की ये तीसरी खबर है, जिसने मेनस्ट्रीम मीडिया को उन खबरों को उठाने और फॉलो करने को मजबूर कर दिया। ये तीनों ही खबर आतंकियों से जुड़ी हैं, यहां तक कि सिक्योरिटी एंजेंसीज के लिए भी ये खबर काम की हैं, तीनों ही खबरों से देश की भी इमेज बनी है और पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ी हैं
समाचार4मीडिया ब्यूरो
9 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो
एक महीने के अंदर हिन्दुस्तान टाइम्स की ये तीसरी खबर है, जिसने मेनस्ट्रीम मीडिया को उन खबरों को उठाने और फॉलो करने को मजबूर कर दिया। ये तीनों ही खबर आतंकियों से जुड़ी हैं, यहां तक कि सिक्योरिटी एंजेंसीज के लिए भी ये खबर काम की हैं, तीनों ही खबरों से देश की भी इमेज बनी है और पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ी हैं। इन तीन में से दो खबरें हरिंदर बवेजा की हैं।
पाक आतंकी नावेद के पिता याकूब से फोन पर बात करने के बाद मशहूर इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट हरिंदर बवेजा की दूसरी खबर भी आज बाकी मीडिया के लिए भी फॉलोअप खबर बन गई। ये खबर थी जिंदा पकड़े गए दूसरे आतंकी सज्जाद के भाई से फोन पर बात कर ये पता करना कि वे पाकिस्ताम में मुजफ्फरगढ़ का रहने वाला है और उसके परिवार में कौन-कौन है। अखबार में खबर छपते ही बाकी मीडिया ने भी इस खबर को पिक कर लिया।
लगातार ऐसी ब्रेकिंग खबरों के चलते अब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल्स और न्यूज पोर्ट्ल्स के न्यूज रूम्स में सुबह-सुबह पढ़े जाने वाले अखबारों में शामिल हैं इंडियन एक्सप्रेस, मेल टुडे, टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ-साथ हिन्दुस्तान टाइम्स भी प्रमुखता से देखा जाने लगा है। पिछले एक महीने की तीन खबरों ने एचटी की इमेज को बदल कर रख दिया है। तीनों ही खबरें नेशनल सिक्योरिटी से जुड़ी थीं, जिनमें से एक खबर शिशिर गुप्ता की और बाकी दो खबरें हरिंदर बवेजा की थीं।
शिशिर गुप्ता ने पहली बार दाऊद का ताजा फोटो और उसकी बीवी के मोबाइल बिल्स और एड्रेस वाली खबर छापी, जो अगस्त के आखिरी हफ्ते में सारे चैनल्स और अखबारों में छाई रही, फॉलो की गई। इधर हरिंदर बवेजा ने पहली बार जिंदा पकड़े गए आतंकी नावेद के पिता से पाकिस्तान में बात करके सबको चौंका दिया और अब दूसरी आतंकी सज्जाद के भाई असद से फोन पर बात करके पाकिस्तान के झूठ की पोल खोल दी।
हरिंदर बवेजा अब तक तहलका में एडिटर इन्वेस्टीगेशन थीं, सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद इराक में रिपोर्टिंग हो या कश्मीर के दुर्गम इलाकों में, ऑपरेशन भिंडरावाला के दौरान पंजाब में रिर्पोटिंग हो या फिर 26/11 के बाद पाकिस्तान में लश्कर ए तोइबा के हेडक्वॉर्टर में जाना, हरिंदर बवेजा ने पुरुषों के सामने भी साहसिक पत्रकारिता में चैलेंज रखे हैं। तहलका में तमाम स्टिंग ऑपरेशंस से वो जुड़ी रही हैं। अब तक एचटी की छोटी पारी में उन्होंने एचटी की इमेज बदलने में शुरूआती कामयाबी हासिल की है, आगे भी ऐसे बड़े खुलासों की उम्मीद बांधे रखना भी लाजिमी ही है।
टैग्स