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सूचना-प्रसारण राज्यमंत्री राठौर को अपने ही इंटरव्यू पर ऐतराज
समाचार4मीडिया ब्यूरो राज्यवर्धन राठौर सूचना प्रसारण मंत्रालय के जूनियर मंत्री हैं, हकीकत ये है कि अरूण जेटली से बस वो गाइडेंस ही लेते हैं। बाकी सारे काम उन्ही के हवाले हैं। एफटीआईआई का मामला हो या फिर सेंसर बोर्ड से जुड़े विवादों का, हर मामले पर सामने राज्यवर्धन राठौर ही नजर आए। याकूब फांसी की कवरेज पर उनकी सख्ती भी नजर आई, जब उ
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो
राज्यवर्धन राठौर सूचना प्रसारण मंत्रालय के जूनियर मंत्री हैं, हकीकत ये है कि अरूण जेटली से बस वो गाइडेंस ही लेते हैं। बाकी सारे काम उन्ही के हवाले हैं। एफटीआईआई का मामला हो या फिर सेंसर बोर्ड से जुड़े विवादों का, हर मामले पर सामने राज्यवर्धन राठौर ही नजर आए। याकूब फांसी की कवरेज पर उनकी सख्ती भी नजर आई, जब उन्होंने आज तक, एबीपी और एनडीटीवी जैसे बड़े चैनल्स को नोटिस भी भेज दिए। अब फिर से उन्होंने सख्ती दिखाई है, आज तक के सीधी बात के इंटरव्यू को गलत तरीके से प्रमोट करने के मामले में उन्होंने अपनी ट्वीट्स के जरिए ऐतराज जताया।
राहुल कंवल ने अपने सीधी बात प्रोग्राम में राठौर से सवाल किया कि क्या मणिपुर जैसा एक्शन पाकिस्तान या दाऊद के मामले में भी लिया जाएगा? उस पर राठौर ने डिप्लोमेटिक जवाब दिया कि हो सकता है कि हो लेकिन चर्चा टीवी पर नहीं होगी, हो सकता है बाद में हो। राठौर ने ये भी कहा कि अकसर ऐसे ऑपरेशंस में कई देश नहीं बताते कि वो ऐसा कुछ कर रहे हैं। हो सकता कि हम ऐसा कुछ नहीं कर रहे हों। लेकिन भारत के हर दुश्मन पर हमारी नजर है।
जाहिर है फौजी खून है तो बोलने का तरीका सख्त था, जोशीला था, लेकिन राठौर ने एक भी ऐसा बयान नहीं दिया जिसे कल को पाकिस्तान एक ऑफीशियल बयान मानकर इंटरनेशनल कम्युनिटी को दिखा सके कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत ऐसा कुछ कर रहा है।
जब राहुल कंवल ने पूछा कि दस साल से हम डॉजियर ही दे रहे हैं, तो क्या आप भी डॉजियर ही देंगे, उससे कुछ नहीं होगा? राठौर ने भी जवाब दिया कि साम, दाम, दंड, भेद सब चीजों का इस्तेमाल होगा, डॉजियर भी देंगे और बाकी सब कुछ भी होगा। जाहिर है ये मेैसेज था पाकिस्तान के लिए, देश के लिए, लेकिन इस बयान का पाक गलत तरीके से इस्तेमाल भी कर सकता है।
तभी जब 'आजतक' ने प्रोमोज और ट्वीट्स के जरिए ये बयान चलाकर माहौल ये बनाना शुरू कर दिया कि भारत के मंत्री ने माना कि वो कॉवर्ट ऑपरेशन कंसिडर कर रहे हैं। राहुल कंवल तक ने ट्वीट किया, “Breaking: For the first time a minister in Modi Govt comes on record to say India considering covert operations to take down Dawood Ibrahim”।
राठौर ने इस पर ट्वीट में ही ऐतराज जताया और ऐतराज जताने वाली अपने फैंस की कुछ ट्वीट्स को रिट्वीट किया तो राहुल कंवल को भी लिखना पड़ा, “Recommend people watch Seedhi Baat instead of jumping to their own conclusions on what @Ra_THORe said. Don't add things minister never said”।
फिर तो कई ट्वीट्स राठौर ने किए, और कई राहुल कंवल ने किए। राहुल को लगा कि अर्थ का अनर्थ ना हो, हालांकि विवाद से शो का फायदा ही होता है लेकिन सूचना प्रसारण मंत्री से विवाद में किसी चैलन का फायदा नहीं होता। राहुल ने ये एक हिंदी डिक्शनरी का लिंक तक ट्वीट कर डाला कि साम, दाम, दंड, भेद का अर्थ यहां देखें। कुल मिलाकर जितना इंटरव्यू दिलचस्प था, उससे ज्यादा राहुल कंवल और राठौर की ट्वीट्स दिलचस्प थे।
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