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हिंदी पत्रिकाओं के पाठकों की संख्या में कमी
मीडिया रिसर्च यूजर्स काउंसिल (एमआरयूसी) द्वारा 1 अक्टूबर, 2012 को जारी, 2012 के दूसरी तिमाही के इंडियन रीडरशिप सर्व के आंकड़ों के मुताबिक, अधिकांश हिंदी पत्रिकाओं के पाठकों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक 10 में से 7 हिंदी पत्रिकाओं के पाठकों की संख्या में कमी आई है। प्रतियोगिता दर्पण हिंदी पत्रिकाओं के बीच अग्रणी बनी
समाचार4मीडिया ब्यूरो 12 years ago
मीडिया रिसर्च यूजर्स काउंसिल (एमआरयूसी) द्वारा 1 अक्टूबर, 2012 को जारी, 2012 के दूसरी तिमाही के इंडियन रीडरशिप सर्व के आंकड़ों के मुताबिक, अधिकांश हिंदी पत्रिकाओं के पाठकों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक 10 में से 7 हिंदी पत्रिकाओं के पाठकों की संख्या में कमी आई है। प्रतियोगिता दर्पण हिंदी पत्रिकाओं के बीच अग्रणी बनी हुई है और इसके पाठकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2012 के पहली तिमाही के पाठकों की संख्या 18 लाख 93 हजार से बढ़कर, एवरेज इश्यू रीडरशिप के मुताबिक दूसरी तिमाही में 19 लाख 18 हजार हो गई है। दूसरी तरफ, सरस सलिल, मेरी सहेली, क्रिकेट सम्राट, इंडिया टुडे, गृहलक्ष्मी, गृहशोभा और चंपक के पाठकों की संख्या में एवरेज इश्यू रीडरशिप के अनुसार, दूसरी तिमाही में कमी दर्ज की गई है। सामान्य ज्ञान दर्पण के पाठकों की संख्या में दूसरी तिमाही में पहली तिमाही की अपेक्षा में, 20 हजार की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पहली तिमाही में जहां इसके पाठकों की संख्या एवरेज इश्यू रीडरशिप के अनुसार, 16 लाख 44 हजार थी वहीं अब बढ़कर यह 16 लाख 64 हजार हो गई है। हालांकि, सरस सलिल के पाठकों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई है। 2012 की पहली तिमाही में, जहां इसके पाठकों की संख्या 16 लाख 1 हजार थी वहीं दूसरी तिमाही में इसके पाठकों की संख्या घटकर 15 लाख 48 हजार हो गई है। इस तरह से, सरस सलिल के पाठकों की संख्या में 53 हजार की कमी आई है। मेरी सहेली के पाठकों की संख्या में दूसरी तिमाही में 67 हजार की कमी दर्ज की गई है। पहली तिमाही में जहां इसके पाठकों की संख्या 12 लाख 59 हजार थी वहीं दूसरी तिमाही में इसके पाठकों की संख्या 11 लाख 92 हजार हो गई है। क्रिकेट सम्राट के पाठकों की संख्या पहली तिमाही के पाठकों की संख्या 11 लाख 76 हजार से घटकर 11 लाख 35 हजार रह गई है। इंडिया टुडे के पाठकों की संख्या में भी पहली तिमाही के मुताबिक भारी कमी दर्ज की गई है। पहली तिमाही में इसके पाठकों की संख्या 15 लाख 1 हजार थी जो दूसरी तिमाही में घटकर 10 लाख 1 हजार रह गई है। गृहलक्ष्मी के पाठकों की संख्या में भी पहली तिमाही के मुताबिक 45 हजार की कमी दर्ज की गई है। पहली तिमाही में गृहलक्ष्मी के पाठकों की संख्या जहां 9 लाख 58 हजार थी वहीं अब यह घटकर 9 लाख 13 हजार रह गई है। गृह शोभा (आठवें) और चंपक (नौंवे) के पाठकों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। गृहशोभा के पाठकों की संख्या दूसरी तिमाही में 8 लाख 43 हजार और चंपक की पाठक संख्या 7 लाख 62 हजार रह गई है। इस बीच, निरोगधाम के पाठकों की संख्या में 3 हजार की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और दूसरी तिमाही में इसके पाठकों की संख्या 7 लाख 50 हजार हो गई है। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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