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RSS के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ ने उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को कुछ यूं घेरा

समाचार4मीडिया ब्यूरो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में मुसलमानों को सशक्त बनाने संबंधी बयान के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की कड़ी आलोचना की गई है। मंगलवार को आए संघ के मुखपत्र "पांचजन्य" के नए अंक में उन पर सांप्रदायिक मुस्लिम नेता की तरह बोलने का आरोप लगाया गया है। मुखपत्र में छपे लेख में ऑल इंडिय

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago

समाचार4मीडिया ब्यूरो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में मुसलमानों को सशक्त बनाने संबंधी बयान के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की कड़ी आलोचना की गई है। मंगलवार को आए संघ के मुखपत्र "पांचजन्य" के नए अंक में उन पर सांप्रदायिक मुस्लिम नेता की तरह बोलने का आरोप लगाया गया है। मुखपत्र में छपे लेख में ऑल इंडिया मजलिसे-मुशावरत में उपराष्ट्रपति के भाषण का जिक्र करते हुए तीखे हमले किए गए हैं। 'पिछड़ने की वजह और बेमौसमी राग' हेडिंग से छपे इस आर्टिकल को सतीश पेडणेकर ने लिखा है। लेख में कहा गया है कि उपराष्ट्रपति के बहुचर्चित भाषण से बहुत निराशा होती है। यह किसी सांप्रदायिक मुस्लिम नेता के बयान जैसा लगता है। उपराष्ट्रपति से यह उम्मीद स्वाभाविक है कि वे किसी एक समुदाय विशेष की तरफदारी करने के बजाय सबके हित की बात करेंगे। लेकिन उनके भाषण में यहीं बात गायब थी। आईएस, तालिबान और बोको हराम जैसे कट्टरपंथी संगठनों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इस्लाम और आधुनिकता के बीच दो ध्रुवों जितनी दूरी है। मुसलमान और आधुनिकता दो अलग ध्रुव की तरह हैं, जो कभी मिल नहीं सकते। लेकिन अंसारी जैसे नेता मुसलमानों से कभी भी यह बात नहीं कहेंगे। पांचजन्य के लेख में कहा गया है, ‘अपने प्रगतिशील मुखौटे के बावजूद हामिद अंसारी का भाषण मुस्लिम संस्थाओं के मांगपत्र जैसा लगता है, जिसमें आत्मविश्लेषण की कोई इच्छा नहीं नजर आती। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।


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