होम / इंडस्ट्री ब्रीफिंग / #MeToo: ऐसे मामलों की कवरेज नहीं करेगा TOI, जारी की पॉलिसी
#MeToo: ऐसे मामलों की कवरेज नहीं करेगा TOI, जारी की पॉलिसी
देश भर में पिछले कई दिनों से #MeToo कैंपेन छाया हुआ..
समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश भर में कई दिनों से #MeToo कैंपेन छाया हुआ है। इसके तहत महिलाएं कार्यस्थल पर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न को सोशल मीडिया पर साझा कर रही हैं। जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें बॉलिवुड से लेकर मीडिया इंडस्ट्री के बड़े नाम शामिल हैं।
लगातार बढ़ रहे ऐसे मामलों को देखते हुए अंग्रेजी अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने #MeTooकैंपेन के तहत अपनी कवरेज को लेकर एक पॉलिसी जारी की है।
इस पॉलिसी में कहा गया है कि अखबार उन महिलाओं के साहस और जज्बे की कद्र करता है, जो इस तरह के मामले सार्वजनिक तौर पर उठा रही हैं। अखबार उनके साथ है और अपनी कवरेज जारी रखेगा, लेकिन सोशल मीडिया पर कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिनमें गुमनाम रूप से आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे आरोपों की कोई विश्वसनीयता नहीं है और वे इन मामलों की रिपोर्टिंग नहीं करेंगे।
इस पॉलिसी के अनुसार, 'देश का बड़ा मीडिया संस्थान होने के कारण हमारी जिम्मेदारी भी ज्यादा है और इसे लेकर हम काफी सचेत हैं। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि सोशल मीडिया पर गुमनाम रूप से अथवा बिना अपना नाम दिए यौन उत्पीड़न के जो आरोप लगाए जा रहे हैं, हम उन मामलों की रिपोर्टिंग नहीं करेंगे और न ही ऐसे मामलों को तवज्जो देंगे।'
ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पोस्ट किए गए गुमनाम और झूठे आरोपों से गंभीर नैतिकता का प्रश्न उठता है. क्योंकि किसी को बदनाम करने के लिए ऐसे प्लेटफॉर्म्स का आसानी से दुरुपयोग किया जा सकता है।
हालांकि हम समझते हैं कि कई पीड़ित अपना नाम सार्वजनिक होने के डर से इस तरह सोशल मीडिया पर गुमनाम रूप से अपना दर्द बयां करते हैं। लेकिन हम नहीं चाहते कि हमारे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल ऐसी खबरों के लिए किया जाए, जो झूठी, भ्रामक अथवा किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली हो सकती हों।
सोशल म़ीडिया पर चल रहीं तमाम गुमनाम शिकायतों पर हम रिपोर्टिंग नहीं करेंगे, जब तक संबंधित व्यक्ति अथवा उनके संस्थान सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं देंगे।
दूसरे अखबार, वेबसाइट्स और टीवी न्यूज चैनल गुमनाम शिकायतों पर ऐसी स्टोरी चलाते रहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। हमारा पूरा जोर रिपोर्टिंग के नैतिक मानकों का पालन करने पर रहता है और #MeToo के बाकी अन्य मामलों पर हम कवरेज देते रहेंगे।
आखिर में कहा गया है कि बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (BCCL)अपने सभी कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ कंपनी जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है और इसके लिए सशक्त पॉलिसी भी बनी हुई है।
टैग्स