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मीडिया पर खुलकर बोलीं केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी
‘पारंपरिक मीडिया समृद्ध लोगों के हाथों में केंद्रित हो गया है और वहीं...
समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘पारंपरिक मीडिया समृद्ध लोगों के हाथों में केंद्रित हो गया है और वहीं सोशल मीडिया उसकी काट के रूप में सामने आया है, जिसने पूंजीवादी मीडिया घरानों के नियंत्रण को तोड़ दिया है।’ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने अपने संबोधन में ये बात कही। उन्होंने आगे कहा कि सोशल मीडिया के चलते आज कोई भी खबर टीवी चैनल या अखबार छिपा नही सकते हैं। लेकिन इस दौरान उन्होंने दुख भी व्यक्त किया कि ‘फेक न्यूज’ पर कोई नियंत्रण न होने से वह किसी का चरित्रहनन करने में सक्षम है।
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी रविवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) के 69वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल थीं। वे देशभर से आए 350 से अधिक पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं। कांस्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हाल में हुए इस भव्य समारोह में तीन केंद्रीय मंत्री, दो सांसद, दर्जनों गणमान्य अतिथि, कई मीडिया समूहों के संपादक और देश के 11 राज्यों से आए आईएफडब्लूजे के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि भारत में 87 फीसदी महिलाएं कार्यस्थल पर पहले साल के दौरान किसी न किसी प्रकार के यौन उत्पीड़न का शिकार होती हैं। ये महिलाएं सामान्य तौर पर इस तरह की घटनाओं के बारे में लोगों को बताती नही हैं, क्योंकि इसके साथ सामाजिक लांछना व शर्म जुड़ी होती है।
उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय की पहल पर निजी संस्थानों में भी आंतरिक शिकायत समिति का गठन हो चुका है जो महिलाओं की यौन उत्पीड़न संबंधित मामलों की सुनवाई कर तुरंत एवं प्रभावी कारवाई करती हैं। पिछले दो-तीन वर्षों के भीतर हमें 20000 से ज्यादा इस तरह की शिकायतें मिली हैं जिसका प्रभावी ढंग से निवारण किया गया है।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे सकारात्मक समाचारों के लिए भी थोड़ी जगह व समय दें, जिससे समाज में व्याप्त हताशा एवं कुंठा के वातावरण को पस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में बदलाव आए हैं। पहले टीवीसीमित था, लेकिन अब इसकी पहुंच गांव गांव तक है।
इस दौरान केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के लिए पत्रकारों को हमेशा सतर्क रहना होगा। इमरजेंसी में अपनी गिरफ्तारी के दौरान मीडिया पर लगाए गए अंकुश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया को खत्म करने के लिए मीसा जैसे कानून बनाए गए थे, फिर भी उसे दबाया नहीं जा सका।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि मीडिया का महत्व अनंत काल से चला आ रहा है और इसे कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता है।
स्थापना दिवस समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित होने वालों में आईएफडब्ल्यूजे महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष रामकिशोर त्रिवेदी, आईएफडब्लूजे के सचिव रणदीप घंगस व के. असदुल्लाह, कोषाध्यक्ष रिंकू यादव, कार्यकारिणी सदस्य संजय दिवेदी, चंद्रशेखरम, एमपी अग्रवाल, विधि सलाहकार मोहनबाबू अग्रवाल, अनुपम शास्त्री, राजस्थान से चंद्रमोहन मरवटिया, दिनेश अधिकारी,मध्य प्रदेश से अवधेश भार्गव,असम से टूटुमोनि फूंकन, पंजाब चंडीगढ़ से उपेंद्र पांडे,हरियाणा से संजय जैन,मयंक तिवारी और मयंक त्यागी,‘इंडियन एक्सप्रेस एम्प्लाइज यूनियन’ के अधयक्ष नंदकिशोर पाठक, महामंत्री सीएस नायडू,‘स्टेटसमैन यूनियन’ के महावीर जैन, ‘डीयूडब्लूजे’ के अध्यक्ष ए.एस. नेगी, गीता रावत, अशोक शर्मा, टाइम्स यूनियन के सी.के.पांडे, ‘दैनिक भास्कर’ के मंगल कुमार, मंगतराम शर्मा शामिलथे। उत्तर प्रदेश से आए साथियों श्याम बाबू, टीबी सिंह, भास्कर दुबे, मो. कामरान, उत्कर्ष सिन्हा, हेमंत शुक्ला, राजेश महेश्वरी, विजय शंकर चतुर्वेदी, संतोष गुप्ता, मो. मुजम्मिल हुसैन, राजेश मिश्रा, अजय त्रिवेदी, विकास शर्मा, मोहन शर्मा ने समारोह में खास मौजूदगी दर्ज कराई।
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