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सीएम हरीश रावत के पीएस का स्टिंग करने वाले पत्रकार के घर पर सरकारी बुलडोजर
समाचार4मीडिया ब्यूरो व्हिसिल ब्लोअर या उत्साही पत्रकार होने की कीमत कैसे चुकानी पड़ती है, ये इस घटना से आप जान जाएंगे। जिस पत्रकार ने उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत के पर्सनल सेक्रेटरी का स्टिंग ऑपरेशन करके उसके शराब माफिया से गठजोड़ का खुलासा किया था, सरकार ने उसके घर का एक हिस्सा अवैध बताकर तोड़ दिया है। रावत के पर्सनल सेक्रेट
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो व्हिसिल ब्लोअर या उत्साही पत्रकार होने की कीमत कैसे चुकानी पड़ती है, ये इस घटना से आप जान जाएंगे। जिस पत्रकार ने उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत के पर्सनल सेक्रेटरी का स्टिंग ऑपरेशन करके उसके शराब माफिया से गठजोड़ का खुलासा किया था, सरकार ने उसके घर का एक हिस्सा अवैध बताकर तोड़ दिया है। रावत के पर्सनल सेक्रेटरी का नाम था मोहम्मद शाहिद, जो आईएएस ऑफिसर है और जिन्हें रावत का ब्लू आईड बॉय बोला जाता था। बताया जाता था कि शाहिद रावत तक आसानी से पहुंचने की कुंजी है, रावत के घर तक में उनकी पहुंच थी। लेकिन देहरादून के जर्नलिस्ट अशोक पांडेय ने एक स्टिंग ऑपरेशन करके ऐसे समय में जबकि यूपीए एनडीए पर भारी पड़ रहा था, एनडीए को बच निकलने का रास्ता दे दिया, बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उस विडियो को दिखाया। उसके तुरंत बाद सरकार जुट गई उस स्टिंग को करने वाले को फंसाने के चक्कर में, अशोक पांडेय भी उसी वक्त से अंडरग्राउंड हो गए। अशोक पांडेय के घर का नाम था टैगोर विला, जिसका मामला पहले से ही मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में चल रहा था, बिना अनुमति के घर का कुछ हिस्सा बनाने का आरोप था। उन पर ही नहीं उस इलाके के सैंकडों घरों इसकी जद में थे, पिछली साल पांडेय ने इसके लिए पैनल्टी भरने की एप्लीकेशन भी दे रखी थी। लेकिन अचानक से प्राधिकरण ने फैसला किया और अशोक पांडेय का घर तोड़ दिया गया। जबकि इस तरह की मुश्किल बाकी घरों को लेकर भी थी, लेकिन केवल अशोक पांडेय का घर चुना गया। अशोक पांडेय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, सरकार मेरे पीछे पड़ गई है, मेरी जान को भी खतरा है, मुझे निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता लगा है कि स्टिंग आपॅरेशन के चलते उनके और उनके परिवार की हत्या की सुपारी दी गई है। अगर उन्हें या उनके परिवार को कुछ होता है तो इसके पीछे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का हाथ माना जाए। अब देखने वाली बात ये होगी कि पत्रकारों के हितों से जुड़ी संस्थाएं क्या करती हैं उनकी सिक्योरिटी के लिए। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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