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'समाचार प्लस' के स्टिंग पर कोर्ट ने दिखाया ये रुख, पुलिस खाली हाथ...
मुख्यमंत्री के करीबी आईएएस अधिकारी के स्टिंग ऑपरेशन मामले में आरोपी बनाए गए...
समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
मुख्यमंत्री के करीबी आईएएस अधिकारी के स्टिंग ऑपरेशन मामले में आरोपी बनाए गए हिंदी न्यूज चैनल ‘समाचार प्लस’ के एग्जिक्यूटिव एडिटर प्रवीण साहनी व अन्य दो लोगों को नैनीताल हाई कोर्ट से राहत मिल गई है। दरअसल, कोर्ट ने प्रवीण साहनी और सौरभ साहनी की गिरफ्तारी पर शुक्रवार को रोक लगा दी है, जबकि स्टिंग की कमान संभालने वाले राहुल भाटिया की गिरफ्तारी पर गुरुवार को ही रोक लगा दी गई थी।
न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की एकलपीठ ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए जांच में सहयोग करने के निर्देश भी दिए। हाई कोर्ट ने माना कि प्रदेश से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ऐसे स्टिंग की जरूरत है और राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारयों को बेनकाब करने के लिए यह सही है।
वहीं दूसरी तरफ, आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा का नाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश के स्टिंग के प्रयास में आने के बाद उन पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। इस कड़ी में इंटेलीजेंस एजेंसी से जुड़े कर्मचारियों ने सचिवालय पहुंचकर उनके संबंध में जानकारी जुटाई और दस्तावेज भी लिए।
बता दें कि इस मामले में चैनल के सीईओ उमेश कुमार शर्मा समेत पांच लोगों को आरोपित किया गया है, जिनमें मृत्युंजय मिश्रा, प्रवीण साहनी, सौरभ साहनी और राहुल भाटिया का नाम शामिल है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री का स्टिंग न कर पाने पर पत्रकार को धमकी देने के आरोप में फंसे ‘समाचार प्लस’ के एडिटर-इन-चीफ व सीईओ उमेश कुमार शर्मा को सोमवार को देहरादून न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 8 नवंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। उमेश कुमार को उत्तराखंड पुलिस ने रविवार को गाजियाबाद स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था।
वहीं आईएएस स्टिंग और ब्लैकमेलिंग के आरोपी चैनल के सीईओ उमेश शर्मा को 7 घंटे तक रिमांड पर लेने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। उनसे चार घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस उमेश कुमार से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और लाइसेंसी असलहा बरामद करना चाहती थी, लेकिन गुरुवार को मसूरी रोड स्थित उसके घर पर पड़ताल के बाद भी कुछ नहीं मिला।
बता दें कि उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कानून और व्यवस्था, अशोक कुमार के मुताबिक, 'समाचार प्लस' चैनल के पत्रकार आयुष गौड़ ने बीते 10 अगस्त को राजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने उमेश शर्मा और अन्य के खिलाफ आरोप लगाया है कि उमेश कुमार शर्मा ने उन्हें उत्तराखंड के प्रमुख अधिकारियों एवं राजनीतिक व्यक्तियों के स्टिंग करने के लिए कहा था। स्टिंग न हो पाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
गौड़ का आरोप है कि उमेश शर्मा राजनेताओं और अधिकारियों का स्टिंग करते हैं, लेकिन ये स्टिंग चैनल पर प्रसारित नहीं होते। बल्कि, संबंधित लोगों पर दबाव डालकर स्टिंग के एवज में मोटी रकम वसूली जाती है।
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