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टाइम्स समूह के एमडी विनीत जैन ने भी खोला मीट बैन के खिलाफ मोर्चा

अभिषेक मेहरोत्रा जैन समाज के पर्यूषण पर्व के चलते मुंबई के कई इलाकों में कुछ दिनों के लिए मीट बैन लगाया गया है। जैसे ही ये ऐलान हुआ, कई पार्टियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे इसमें शिवसेना, एमएनएस, एनसीपी सभी पार्टियां शामिल हो गईं। दिलचस्प बात तो तब हुई जब टाइम्स ऑफ इंडिया के मालिक जो खुद जैन हैं, विनीत जैन वो भ

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago

अभिषेक मेहरोत्रा जैन समाज के पर्यूषण पर्व के चलते मुंबई के कई इलाकों में कुछ दिनों के लिए मीट बैन लगाया गया है। जैसे ही ये ऐलान हुआ, कई पार्टियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे इसमें शिवसेना, एमएनएस, एनसीपी सभी पार्टियां शामिल हो गईं। दिलचस्प बात तो तब हुई जब टाइम्स ऑफ इंडिया के मालिक जो खुद जैन हैं, विनीत जैन वो भी सरकार के इस फैसले के खिलाफ ट्विटर पर मोर्चा खोल कर बैठ गए हैं। विनीत जैन ट्विटर पर कभी-कभी कोई कमेंट करते हैं, ऐसे में अगर वो एक ही मुद्दे पर तीन -तीन ट्वीट कर डालें तो ये मुद्दे को लेकर उनकी सीरियसनेस दिखाता है। दिलचस्प बात है कि एक तो वो खुद जैन हैं, और दूसरे वो वैजीटेरियन भी हैं, फिर भी वो पर्यूषण पर्व पर मीट बैन के सरकारी आदेश के खिलाफ हैं। सबसे पहले उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया की सभी पार्टियों के विरोध वाली खबर का लिंक शेयर करते हुए लिखा कि, ”बीजेपी अलग थलग पड़ गई है, उसे धर्म के आधार पर खाने की प्राथमिकताएं किसी के ऊपर नहीं थोपनी चाहिए।“ उन्होंने दूसरी ट्वीट में लिखा कि, मैं एक जैन हूं और शाकाहारी हूं और फिर भी इस बात को मानता हूं कि सरकार को धर्म के आधार पर किसी की खाने की प्राथमिकताएं तय करने का कोई अधिकार नहीं”। इतना ही नहीं कल सोने से पहले उन्होंने फिर इस मुद्दे को लेकर एक ट्वीट किया और मोदी सरकार को एक नया डे मनाने का सुझाव दे डाला, लिखा “ सरकार को योगा डे की तरह एक नया ग्लोबल डे मनाना चाहिए, वेज डे और वो दिन किसी भी कम्युनिटी के किसी त्यौहार से क्लैश नहीं करना चाहिए”। दिलचस्प बात ये भी है कि कुछ दिनों पहले तक विनीत जैन ओआरओपी का विरोध कर सरकार का समर्थन कर रहे थे, वो लिख रहे थे कि देश की फाइनेंशियल हेल्थ पर इसके चलते कितना असर पड़ सकता है।


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