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कड़ी सुरक्षा, फिर भी रास्ते से लौंटी महिला पत्रकार

केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रहा विरोध थमने का नाम...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago

समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।

केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रहा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद बुधवार को महिलाएं मंदिर तक नहीं पहुंच पाई। बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बीच कई न्यूज चैनलों की महिला पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया। उन पर पत्थर फेंके गए, उनकी गाड़ियों पर हमला किया गया। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।

श्रद्धालुओं के विरोध प्रदर्शनों के बीच  दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने मंदिर जाने के लिए सबरीमला पहाड़ी पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन श्रद्धालुओं ने उन पर पत्थर फेंक कर उन्हें पीछे धकेल दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए दिल्ली में काम कर रहीं पत्रकार सुहासिनी राज को श्रद्धालुओं ने मंदिर में घुसने नहीं दिया गया। पुलिस ने महिला और उसके साथ चढ़ाई कर रहे विदेशी सहकर्मी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, लेकिन इसके बावजूद वह आगे नहीं जा सकी। सुहासनी पंबा की पहाड़ियों से होते हुए मंदिर की तरफ पहुंचने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन श्रद्धालुओं ने उन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और उन्हें पीछे धकेल दिया। उन्हें वापस जाने को कहा गया, जिस पर वह खुद भी मान गई। उन्होंने कहा कि वह यहां पर कोई मुसीबत नहीं खड़ी करना चाहती हैं। स्थानीय टीवी चैनलों ने महिला की उम्र करीब 45 साल बताई है।

सुहासिनी राज ने एक न्यूज चैनल को बताया, ‘केरल पुलिस ने मुझे सुरक्षा दी। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया। ट्रैक के दौरान मेरा सामना प्रदर्शनकारियों से हुआ, जो वहां मेरी मौजूदगी के खिलाफ थे। उन्होंने हम पर पत्थर फेंके। केरल पुलिस ने मेरी रक्षा की। वे ज्यादा सुरक्षाबल बुलाने को तैयार थे, लेकिन मैंने आगे न जाने का फैसला लिया। मुझे वापस पुलिस स्टेशन लाया गया और मेडिकल हेल्प दी गई। मुझे कोच्चि तक के लिए सुरक्षा दी गई।’

बता दें कि सुहासिनी राज अब सबरीमाला मंदिर में एंट्री की कोशिश नहीं करेंगी। ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस सुरक्षा में वह कोच्चि लौट रही हैं।


टैग्स पत्रकार न्यूयॉर्क टाइम्स सुहासिनी राज
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