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नेपाल में सबसे बड़े मीडिया हाउस के चेयरमैन गिरफ्तार, जानिए वजह
पुलिस ने मंगलवार को नेपाल के कांतिपुर मीडिया ग्रुप (केएमजी) के चेयरमैन कैलाश सिरोहिया को गिरफ्तार किया है, जो स्थानीय दैनिक 'कांतिपुर' को प्रकाशित करता है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 months ago
दो नागरिकता नंबर रखने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को नेपाल के कांतिपुर मीडिया ग्रुप (केएमजी) के चेयरमैन कैलाश सिरोहिया को गिरफ्तार किया है, जो स्थानीय दैनिक 'कांतिपुर' को प्रकाशित करता है।
पुलिस की एक टीम ने मंगलवार शाम सिरोहिया को काठमांडू स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया। सिरोहिया को गिरफ्तार करने के लिए काठमांडू क्राइम ब्रांच के एसएसपी सानुबाबु भट्टराई खुद उनके कार्यालय पहुंचे थे, जहां गिरफ्तारी का वारंट दिखाने के बाद भी सिरोहिया पुलिस के साथ जाने में करीब एक घंटे तक आनाकानी करते रहे, लेकिन पुलिस जबरन गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई। सिरोहिया की हिरासत मंगलवार को धनुषा जिला न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट के बाद हुई।
सिरोहिया ने आरोपों से इनकार किया है। एक बयान में, उन्होंने कहा कि उन्होंने नेपाली कानून के अनुसार अपनी नागरिकता हासिल कर ली है और वह नेपाल के एक वास्तविक नागरिक हैं।
सिरोहिया ने कहा, "जैसे ही यह मुद्दा सामने आया, मैंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह स्पष्ट कर दिया था कि मैं किसी भी प्रतिस्पर्धी प्राधिकरण द्वारा किसी भी जांच के लिए तैयार हूं, लेकिन आज तक एक भी पूछताछ नहीं हुई और अचानक यह गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया।”
सिरोहिया ने गिरफ्तारी को गृहमंत्री रवि लामिछाने की प्रतिशोध की कार्रवाई बताया।
लामिछाने इन आरोपों को लेकर विवादों में घिर गए हैं कि जब वह एक टेलीविजन कंपनी के प्रबंध निदेशक थे, तब उन्होंने सहकारी निधि का दुरुपयोग किया था और व्यापक रूप से पढ़े जाने वाले नेपाली भाषा के अखबार 'कांतिपुर' ने पिछले कुछ महीनों में उनको लेकर कई खबरें की थीं।
अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कान्तिपुर मीडिया ग्रुप के चेयरमैन कैलाश सिरोहिया ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर प्रहार है। मीडिया हाउस में सैकड़ों पुलिस वालों का घेराबंदी करके एक बड़े अपराधी की तरह उन्हें गिरफ्तार करना स्वतंत्र प्रेस पर हमला है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री रवि लामिछाने ने अपने खिलाफ खबर प्रकाशित करने के कारण यह गिरफ्तारी करवाई है। गृह मंत्री ने कांतिपुर से बदला लेने की कोशिश की है।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को उनके बजाय गृहमंत्री लामिछाने की दोहरे पासपोर्ट रखने की जांच करनी चाहिए। गृह मंत्री के रूप में लामिछाने का यह दूसरा कार्यकाल है। पिछले साल जनवरी में, उन्हें गृह मंत्री के रूप में पद छोड़ना पड़ा, क्योंकि यह पाया गया कि उन्होंने अमेरिकी नागरिकता हासिल करने के लिए पहले ही अपनी नेपाली नागरिकता छोड़ दी थी और उनके पास नेपाली और अमेरिकी दोनों पासपोर्ट थे। उन्हें सांसद पद से भी इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन पिछले साल अप्रैल में एक उपचुनाव में लामिछाने फिर से जीत गए। उन्हें इस साल मार्च में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल "प्रचंड" द्वारा गृह मंत्री नियुक्त किया गया था।
यह आगे कहा कि यदि उन्हें गिरफ्तार भी किया जाता है, तो भी वह 'कांतिपुर' के जरिए अच्छी पत्रकारिता करने की अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे। कांतिपुर पर पहले भी हमले होते रहे हैं। मुझे पहले भी एक लेख प्रकाशित करने के लिए जेल जाना पड़ा था।
सिरोहिया के खिलाफ दोहरी नागरिकता रखने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, सिरोहिया ने कान्तिपुर मीडिया कंपनी और अन्य कंपनियों में अलग-अलग नागरिकता नम्बर का इस्तेमाल किया है। धनुषा पुलिस में एक व्यक्ति ने अपना और कैलाश सिरोहिया का नागरिकता नंबर एक होने की शिकायत की, तब यह मामला सामने आया है।
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