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अरनब गोस्वामी ने बताया कैसे लौटाया पॉलिटिकल विज्ञापन, सफलता की इस प्लानिंग संग बढ़ रहे आगे...

समाचार4मीडिया ब्‍यूरो ।। टाइम्स नाउ (Times Now) के दस साल पूरे होने पर टाइम्स नाउ (Times Now) और ईटी नाउ (ET Now) के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी ने अपने अगले कदम (what next) के बारे में खुलकर चर्चा की है। गौरतलब है कि टाइम्स नाउ चैनल 31 जनवरी 2006 को शुरू हुआ था और आज की तारीख में इंग्लिश न्‍यूज कैटेगरी के प्राइम टाइम में इसका

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago

समाचार4मीडिया ब्‍यूरो ।। टाइम्स नाउ (Times Now) के दस साल पूरे होने पर टाइम्स नाउ (Times Now) और ईटी नाउ (ET Now) के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी ने अपने अगले कदम (what next) के बारे में खुलकर चर्चा की है। गौरतलब है कि टाइम्स नाउ चैनल 31 जनवरी 2006 को शुरू हुआ था और आज की तारीख में इंग्लिश न्‍यूज कैटेगरी के प्राइम टाइम में इसका कुल मार्केट शेयर 58 प्रतिशत है। (Source: BARC| Period: Wk. 52’15-03’16 |Market: All India 1Mn+| TG: NCCS AB Males 22+| Day part: 2100-2230, Monday- Friday| Weekly Share % Average)। इंग्लिश न्‍यूज कैटेगरी में इसका मार्केट शेयर 43 प्रतिशत हो चुका है। (Source: BARC| Period: Wk. 52’15-03’16 |Market: All India 1Mn+|TG: NCCS AB Males 22+| Day part: All days, 24 hours| Weekly Share % Average.) इन आंकड़ों से उत्साहित अरनब गोस्वामी ने कहा,‘आने वाले दस साल काफी बेहतर होने वाले हैं और मेरा मानना है कि टीम के लिए आने वाले दस साल पिछले दस सालों से दस गुना ज्यादा रोमांचक होंगे।’ प्रस्‍तुत हैं अरनब गोस्‍वामी से बातचीत के चुनिंदा अंश - सवाल: अरनब गोस्वामी अब क्या करने जा रहे हैं ? इस बार कुछ नया और अलग होगा जैसा कि इससे पहले कभी नहीं हुआ होगा। अभी मैं जो काम कर रहा हूं, उसके परिणाम अगले एक-दो सालों में दिखेंगे। अभी मेरा आइडिया शुरुआती चरण में है। हमने जब चैनल शुरू किया था तो हमने बिल्कुल नई शुरुआत की थी। मैं ‘न्यूजआर’ (NewsHour) की सफलता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दे रहा हूं। मैंने अपनी टीम से कह दिया है कि इन पलों का भरपूर आनंद उठाओ लेकिन उन्हें अगले दस सालों के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इसलिए हमेशा हम यह कहानी जरूर सुनाते हैं कि जब हमने अपना चैनल लॉन्च किया था तो हमने कहा था कि इस क्षेत्र में हाथी, घोड़ा और हिरण सब मौजूद है। इनमें एनडीटीवी (NDTV) हाथी सरीखा था क्योंकि इसका इंफ्रॉस्ट्रक्चर काफी बड़ा था और यह काफी धीमी गति से चल रहा था जैसा कि यह अभी भी चलता है। हमने कहा था कि सीएनएन-आईबीएन (CNN IBN) घोड़ा है क्योंकि यह हमसे जल्दी शुरू हो गया था। इसकी लॉन्चिंग हमसे छह हफ्ते पहले हुई थी लेकिन इसने काफी तेजी से दौड़ लगाई और इसका नतीजा सबके सामने है। हमारी स्थित हिरण जैसी रही जो काफी तेज था और अपनी दिशा बदलता रहा। अपनी इसी विशेषता के कारण हम दूसरों से अलग है। आखिरकार हिरण ही दौड़ को जीतता है। हम बिजनेस में हिरण की भूमिका में ही रहना चाहते हैं। सवाल: आप पत्रकारिता में क्या बदलाव चाहते हैं? मैं आपकी इस बात से सहमत हूं और इसमें बदलाव करना चाहता हूं। मैं युवाओं को बताना चाहता हूं कि उठो। गरिमा और गर्व के साथ खबर करो। मैं इस पेशे में आने के इच्‍छुक युवा पत्रकारों को बताना चाहता हूं कि उनके लिए हम यहां बैठे हुए हैं और हम न्यूज में प्रोफेशनल माहौल चाहते हैं, जहां पर आप सिर्फ न्यूज की सफलता को लेकर काम करें और आपको कभी किसी कॉर्पोरेट और राजनेता के सामने झुकना न पड़े। हम मीडिया में ऐसा स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल बनाना चाहते हैं जहां पर आपको न्यूज को लेकर ऐसे किसी व्यक्ति के साथ बातचीत करने की कोई जरूरत न हो, जो हमारी न्‍यूज को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा हो। मुझे लगता है कि आने वाले पांच-छह सालों बाद हम ऐसा कर देंगे। इस दशा में बड़े व्यापारिक घराने व राजनेता आपको हुक्म देने की कोशिश नहीं करेंगे। यही हमारी सबसे बड़ी सफलता है और मुझे इसके बढ़ने की उम्‍मीद है। मैं अंग्रेजी टेलिविजन न्यूज को काफी लोकप्रिय बनाना चाहता हूं और रोजाना रात को करीब सौ मिलियन लोगों तक इसकी पहुंच बनाना चाहता हूं। मैं इस आंकड़े को पिछले साल वर्षों में पांच-छह मिलियन से 20 मिलियन तक पहुंचा चुका हूं। अब मैं इस आंकड़े को 20 मिलियन से 100 मिलियन से ज्यादा ले जाना चाहता हूं और यह सब मैं पांच साल में करना चाहता हूं। सवाल: आप अपनी स्थिति को किस तरह मेंटेन रख पाते हैं और रोजाना आगे बढ़ने के लिए क्या कर रहे हैं? मैं रोजाना अपने आप से कहता हूं कि हर दिन एक नया दिन होता है। आप उतने ही अच्‍छे हैं जितना आपका आखिरी शो अथवा आखिरी स्टोरी थी। ‍आप हजारों हफ्ते जीतते हैं लेकिन यदि आप एक हफ्ते हार जाते हैं तो आप हारे हुए होते हैं। एडिटोरियल की प्रत्येक लिस्ट नई लिस्ट होती है और आप किसी भी दिन हार बर्दाश्त नहीं कर सकते। यदि आप एक दिन भी पीछे रह गए तो आप एक बड़ा मौका हार जाते हैं और यह आपके कॅरियर पर व्यापक असर डाल सकता है। इसलिए हम अपनी नंबर वन की पोजीशन को बचाने के लिए हमेशा सजग रहते हैं। सवाल: एडवर्टाइजिंग रेवेन्‍यू की काफी बड़ी भूमिका होती है, ऐसे में आप किस तरह से इस दबाव का सामना करते हैं? क्या कभी ऐसी स्थित आई है जब आपको इस तरह के दबाव का सामना करना पड़ा हो? क्या उस समय यह ज्यादा मुश्किल था या यह अब आसान हो गया है? ठीक बात है, अब यह ज्यादा आसान हो गया है। यदि आप सच सुनना चाहते हैं तो मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं। हाल ही में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन काफी बड़े स्तर पर मनाया गया था, जिसके खिलाफ हमने काफी आक्रामक कवरेज की थी और बाकी मीडिया ने इसका अनुसरण किया था। इसके एक हफ्ते बाद समाजवादी मुलायम सिंह यादव को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए एक विज्ञापन हमारे चैनल पर देना चाहती थी। इससे चैनल को काफी पैसा मिलता लेकिन हमने मना कर दिया क्‍योंकि आपको कहीं न कहीं ठोस निर्णय लेना होता है। आज की तारीख में इस तरह स्थिति में हमारे लिए नहीं कहना आसान हो गया है, क्यों‍कि हम राजनीति पार्टियों से मिलने वाले धन पर निर्भर नहीं हैं। मुझे लगता है कि सिर्फ कुछ मीडिया संगठन ही हैं जो इस तरह का कदम उठा सकते हैं। सवाल: पिछले दस सालों में आपमें और आपके अंदर मौजूद पत्रकार में क्या बदलाव आया है? अब मैं ‍ज्यादा केंद्रित (focused) हो गया हूं। इतने समय में मुझे महसूस हो गया है कि आप सब कुछ नहीं कर सकते हैं लेकिन आप जो भी करते हैं उसे बेहतर ढंग से करना चाहिए। इसलिए अब मैं सिर्फ चुनिंदा चीजों पर फोकस रहा हूं और उन्हें काफी अच्छे से कर रहा हूं, जिनमें से एक न्यूजआर (NewsHour) है। दूसरी बात यह है कि दस साल पहले की तुलना में मैं अब दूसरे लोगों को भी जिम्मेदारी सौंपने लगा हूं। मुझे चैनल के सभी कार्यों को देखना है। हालांकि अब मैं कई चैनल का नेतृत्व कर रहा हूं इसलिए मैंने अपना 80 प्रतिशत कार्य दूसरों को सौंप दिया है। : क्या आपके लिए यह इतना आसान है? जब आप दूसरों पर विश्‍वास करते हैं तो इस तरह की चीजें आपके लिए काफी आसान हो जाती हैं। यदि आपको सही लोग मिल जाते हैं जो आप पर भरोसा करते हैं तो यह काफी अच्छा रहता है। भरोसा सबसे बड़ी चीज है। सबसे अच्छी बात है कि पहले दिन से हमारे साथ लगभग सौ लोग जुड़े हुए हैं और यह काफी बड़ी संख्या है। इसलिए प्रोफेशनल के तौर पर मुझमें काफी परिपक्वता आई है। समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।


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