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Exclusive: UPTV के एडिटर-इन-चीफ से खास बातचीत

अभिषेक मेहरोत्रा ।। संपादकीय प्रभारी समाचार4मीडिया डॉट कॉ

समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 years ago

अभिषेक मेहरोत्रा ।।

संपादकीय प्रभारी

समाचार4मीडिया डॉट कॉम

देश का सबसे बड़ा सूबे उत्तर प्रदेश में इन दिनों चुनावी मौसम चल रहा है और चुनावों के इस गरम माहौल के बीच प्रदेश में एक नया मीडिया वेंचर लॉन्च होने जा रहा है। यूपी की पत्रकारिता के चर्चित नाम ब्रजेश मिश्रा जल्द ही दर्शकों के बीच धारदार खबरों के साथ अपना चैनल यूपीटीवी’ (UPTVपेश कर रहे हैं। चैनल का ड्राई रन शुरू हो चुका है।

एक जमाने में यूपी के नंबर वन चैनल ईटीवी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड’ का नेतृत्व कर चुके ब्रजेश मिश्रा के चैनल से उत्तर प्रदेश के निवासियों को काफी उम्मीदें हैं। क्या होगी इस चैनल की खासियतकौन हैं इसके इनवेस्टर्स और कैसें कमाएगा ये रेवन्यू जैसे अहम सवाल आज मीडिया के गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।

इन्हीं सवालों के जवाब आत्मीयता के साथ ब्रजेश मिश्रा ने समाचर4मीडिया के संपादकीय प्रभारी अभिषेक मेहरोत्रा के साथ हुए साक्षात्कार में दिए हैं। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश:

सवाल 1: यूपी में एक नया चैनल क्यों?

जवाब: देखिए इसका स्पष्ट जवाब ये है कि प्रदेश को एक स्वतंत्र मीडिया चैनल की बहुत जरूरत है। जनता और सरकार के बीच एक ऐसे इन्डिपेंडेंट मीडिया प्लेटफॉर्म की जरूरत है, जिसके पीछे न रियल स्टेट कारोबारी हो, न कोई बिजनेस टाइकून और, न ही कोई चिटफंड कंपनी। एक ऐसा चैनल जो जनता की बात उठाए, जनता के बीच जाए और जनता के पत्रकारों द्वारा संचालित किया जाए।

सवाल 2: नए चैनल खोलने में किस तरह की चुनौतियों सामने आईं?

जवाब: सबसे बड़ी चुनौती है एक टीवी चैनल का लखनऊ से संचालन करना। लेकिन ये हमारा दृढ़ निश्चय था कि प्रदेश का चैनल यूपीटीवी प्रदेश के दिल से ही चलेगा। नोएडा या हैदराबाद से बैठकर आप यूपी के मुद्दे और मिजाज को नहीं समझ सकते। हां, ये जरूर है कि लखनऊ से चैनल चलाना नोएडा के मुकाबले तीस फीसदी महंगा है। पर यूपी टीवी पत्रकारिता की दुनिया में एक ट्रेंडसेटर बनेगा। यूपी की बात जब यूपी के दिल लखनऊ से होगी तो यूपी के मुद्दों को यूपी की सरकार के सामने मजबूती से रखा जाएगा।

सवाल 3: यूपी टीवी के इन्वेस्टर्स कौन हैंइसके बारे में बताएं?

जवाब: हमारे पास कोई बड़ा इन्वेस्टर नहीं है। ये पब्लिक का चैनलपब्लिक के लिएपब्लिक के द्वारा ही चलाया जाएगा। मेरे और मेरे कुछ साथियों ने ही इस परिकल्पना को अंजाम दिया है।

सवाल 4: चैनल खोलना आसान है पर चलाना मुश्किलक्या है ब्रेक इवेन प्लान और कैसे जुटाएंगे रेवन्यू?

जवाब: हमने पूरी प्लानिंग के तहत चैनल खोला है। पांच साल में ब्रेकइवन पर पहुंचने की कोशिश रहेगी। रेवन्यू के बारे में इतना ही कह सकता हूं कि मेरे नेतृत्व में ईटीवी यूपी का पिछले फाइनैंशियल इयर का रेवेन्यू 53 करोड़ रहा, जो किसी भी चैनल के मुकाबले सर्वाधिक है।

सवाल 5: चैनल की डिजिटल प्लानिंग भी है क्या?

जवाब: यूपी टीवी की यही खासियत होगी कि यह जितना टीवी पर एक्टिव दिखेगाउतना ही डिजिटल पर भी होगा। यह देश का पहला ऐसा चैनल होगाजहां लाइव स्ट्रीमिंग में बफरिंग दर्शकों को परेशान नहीं करेगी। 2GB से भी कम पर ये चैनल इंटरनेट पर चलेगा। हमने यूपी टीवी की वेबसाइट और ऐप बहुत ही खास थीम के साथ डिजाइन किया है। यूपी टीवी डिजिटली तौर पर देश के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिलेगा। हमने तकनीक के जरिए चैनल को सूबे के गांवों से भी जोड़ा है और कई टेस्टिंग्स के बाद सफलता भी पाई है।

सवाल 6: पर आज के दौर में मीडिया की विश्वसनीयता पर ही संकट है, इस पर क्या कहेंगे आप?

जवाब:  मौजूं सवाल है आपका, पर जब कोई चैनल पत्रकारों द्वारा चलाया जाता है तो वहां समझौते होने की संभावना कम रहती है। आज भी पत्रकार समझौता नहीं करता है, सौदे पूंजीपति करते हैं। उनके कॉरपोरेट हित मीडिया पर दबाव बनाते हैं। ऐसे में जब खांटी पत्रकार चैनल चलाएंगे, तब खांटी खबरों से ही दर्शक रूबरू होंगे और सरकार के दांत भी खट्टे हो जाएंगे।

 

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