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‘The Caravan’ मैगजीन ने जीता IPI-India अवॉर्ड 2023

इस मैगजीन के दिसंबर 2022 के अंक में ‘Clicks and Bait’ हेडलाइन से प्रकाशित आर्टिकल के लिए संयुक्त रूप से यह अवॉर्ड नील माधव और अलीशान जाफरी को दिया गया है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 10 months ago

नील माधव और अलीशान जाफरी को उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए आईपीआई इंडिया अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया है। दोनों को यह अवॉर्ड ‘द कारवां’ (The Caravan) मैगजीन के दिसंबर 2022 के अंक में ‘Clicks and Bait’ हेडलाइन से प्रकाशित आर्टिकल के लिए संयुक्त रूप से दिया गया है। इस अवॉर्ड के तहत एक लाख रुपये, एक ट्रॉफी और प्रत्येक को प्रशस्ति पत्र शामिल है।

दरअसल, इस आर्टिकल में उन्होंने कुछ ऐसे यूट्यूब चैनल्स को उजागर किया था, जो विद्वेष फैलाने वाले वीडियो क्लिप्स तैयार करते हैं जो उत्तर प्रदेश समेत देश में कई जगह वायरल हो रहे हैं।

तमाम प्रविष्टियों में से इस अवॉर्ड के लिए विजेता का चयन सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लोकुर की अध्यक्षता में गठित संपादकों की प्रतिष्ठित जूरी द्वारा किया गया।

वर्ष 2003 में शुरू हुआ यह अवॉर्ड अब तक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के 19 मीडिया संस्थानों व पत्रकारों को दिया जा चुका है।

गौरतलब है कि आईपीआई का इंडिया चैप्टर अखबारों, मैगजींस और न्यूज एजेंसियों के एडिटर्स, पब्लिशर्स और सीनियर एग्जिक्यूटिव्स का एक सक्रिय मंच है, जो सभी ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान’ (International Press Institute) के सदस्य हैं।

आईपीआई के इंडिया चैप्टर ने वर्ष 1966 और 2001 में भारत में विश्व कांग्रेस और आईपीआई की महासभा की सफलतापूर्वक मेजबानी की है  और यह भारत में प्रेस की स्वतंत्रता से संबंधित विभिन्न मुद्दों को उठाता रहा है।

15 देशों के एडिटर्स के एक समूह द्वारा 72 साल पहले न्यूयॉर्क में स्थापित  इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट वास्तव में प्रेस की स्वतंत्रता को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन बन गया है।

वियना स्थित आईपीआई तमाम राष्ट्रों के बीच सटीक और संतुलित समाचारों के मुक्त आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सूचना के मुक्त प्रवाह पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा करने में भी आगे है।

 


टैग्स द कारवां नील माधव अलीशान जाफरी आईपीआई इंडिया अवॉर्ड एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म
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