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भारतीय संस्कृति समेत सॉफ्ट पावर स्ट्रेंथ के अहम पहलुओं से रूबरू कराती इस किताब ने दी दस्तक
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के मुख्य आतिथ्य में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. बिनय सहस्रबुद्धे और डॉ. सच्चिदानंद जोशी द्वारा संपादित इस किताब की लॉन्चिंग की गई।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 2 years ago
‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ (ICCR) के प्रेजिडेंट डॉ. बिनय सहस्रबुद्धे और प्रसिद्ध विद्वान एवं ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र’ (IGNCA) के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी द्वारा संपादित किताब ‘Connection Through Culture: An Overview of India’s Soft Power Strengths’ ने मार्केट में दस्तक दे दी है। दिल्ली में चाणक्यपुरी स्थित सुषमा स्वराज भवन (प्रवासी भारतीय केंद्र) में बुधवार की शाम आयोजित एक कार्यक्रम में इस किताब की लॉन्चिंग की गई।
कार्यक्रम में केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे, वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को गेस्ट ऑफ ऑनर दिया गया। इस किताब को ‘विजडम ट्री’ (Wisdom Tree) ने पब्लिश किया है। कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों में ’Wisdom Tree’ के पब्लिशर शोभित आर्य और ‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ के डीजी कुमार तुहिन भी मौजूद थे।
सबसे पहले कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद गुरु वंदना का पाठ किया गया। अतिथियों के सम्मान के बाद पब्लिशर शोभित आर्य ने इस किताब के बारे में बताया। फिर डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने स्वागत भाषण दिया और डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने किताब के कंटेंट और इसमें योगदान देने वालों की चर्चा की।
बुक लॉन्चिंग के बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों को चीफ गेस्ट डॉ.. एस जयशंकर और गेस्ट ऑफ ऑनर आरिफ मोहम्मद खान के विचारों से रूबरू होने का मौका मिला। डॉ.. एस जयशंकर का कहना था कि विश्व को पुनर्संतुलित करने के लिए सॉफ्ट पॉवर केंद्रबिंदु है। वहीं, आरिफ मोहम्मद खान का कहना था कि भारत की शक्ति दो कारकों संस्कृत भाषा और संस्कृति पर निर्भर करती है। अंत में कुमार तुहिन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
बता दें कि ‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ और ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र’ का अपनी तरह का यह ऐसा पहला प्रोजेक्ट है, जिसके तहत भारत की सॉफ्ट पावर स्ट्रेंथ के विभिन्न पहलुओं पर निबंधों का संकलन किया गया है। इस किताब में 23 आर्टिकल हैं, जिनमें भारतीय आयुर्वेद से लेकर भारतीय नृत्यशैली, देश के लोकप्रिय व्यंजनों और लोकतंत्र समेत तमाम अहम पहलुओं को शामिल किया गया है। किताब का एक सेक्शन विश्व को मानवता का पाठ पढ़ाने वाले गौतम बुद्ध, श्री गुरुनानक, स्वामी विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर और महात्मा गांधी जैसे भारतीय महापुरुषों को समर्पित है।
गौरतलब है कि डॉ. बिनय सहस्रबुद्धे पूर्व में ‘Beyond a Billion Ballots: Democratic Reforms for a Resurgent India’ और धीरज नैय्यर के साथ मिलकर ‘The Innovation Republic: Governance Innovations in India Under Narendra Modi‘ शीर्षक से किताब लिख चुके हैं।
कार्यक्रम के बारे में संपूर्ण जानकारी आप यहां इस वीडियो से ले सकते हैं।
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