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जानें, फ्रंट पेज के मामले में आज कौन सा अखबार रहा आगे

फीसवृद्धि को लेकर जेएनयू के छात्र पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और दूसरी तरफ दिल्ली की जहरीली हवा भी जिद्दी बन बैठी है। ये दो खबरें आज अधिकांश अखबारों की सुर्खियां हैं।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago

फीसवृद्धि को लेकर जेएनयू के छात्र पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और दूसरी तरफ दिल्ली की जहरीली हवा भी जिद्दी बन बैठी है। ये दो खबरें आज अधिकांश अखबारों की सुर्खियां हैं। सबसे पहले आज नजर डालते हैं हिन्दुस्तान पर। फ्रंट पेज पर आधा पेज विज्ञापन है। लीड प्रदूषण है, जिसे ‘प्रदूषण के प्रकोप से संसद चिंतित’ शीर्षक के साथ पांच कॉलम में सजाया गया है। जेएनयू विवाद को लीड के पास ही दो कॉलम में जगह मिली है और इसी के नीचे महाराष्ट्र की सियासत है। कांग्रेस और राकांपा आज शिवसेना के साथ मिलकर सत्ता का सुख भोगने पर चर्चा करेंगी, अब इस चर्चा का कोई परिणाम निकलता है या नहीं ये वक्त ही बताएगा। एक्सप्रेस-वे घोटाले से जुड़ी खबर भी पेज पर है। इस मामले में 6 अफसरों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा, दो सिंगल, मसलन फेसबुक, इन्स्टाग्राम की सेवाएं बाधित और उत्तर भारत में भूकंप के झटके सहित संक्षिप्त में कुछ समाचारों को रखा गया है।    

अब बात करते हैं अमर उजाला की। जहरीली हवा को ‘दिल्ली के प्रदूषण पर संसद में बिगड़ी सियासी हवा’ शीर्षक के साथ टॉप बॉक्स में जगह मिली है। संसद में कल इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। वैसे अब तक एक-दूसरे पर आरोपों से ही दिल्ली को प्रदूषण से मुफ्त कराने के प्रयास हो रहे हैं। लीड सबसे अलग जलियांवाला बाग ट्रस्ट से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर को लगाया गया है। राज्यसभा में जलियांवाला बाग नेशनल ट्रस्ट संशोधित विधेयक पारित होने के साथ ही कई राज्यों की तरह यह ट्रस्ट भी कांग्रेस मुक्त हो गया है। अब तक कांग्रेस अध्यक्ष इस ट्रस्ट के पदेन स्थायी सदस्य होते थे। पिछले छह माह में बैंक घोटालों का लेखाजोखा वित्तमंत्री ने संसद के समक्ष प्रस्तुत किया है। इस खबर को डॉटेड बॉक्स में रखा गया है। वहीं बाल दुष्कर्म पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी पेज पर जगह मिली है। कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से ऐसे मामलों में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने को कहा है। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे घोटाले में कार्रवाई और श्रीलंकाई राष्ट्रपति की इस माह होने वाली भारत यात्रा को भी स्थान मिला है। वहीं, एंकर में एक ऐसी खबर है जिसे सभी को पढ़ना चाहिए। दिल्ली पुलिस ने नकली जीरा बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। जहां फूल झाड़ू के चूरे से जीरा बनाया जाता था। हालांकि, जेएनयू की खबर को अखबार ने आज संक्षिप्त में रखा है।

नवभारत टाइम्स को देखें, तो फ्रंट पेज पर आज भी दो बड़े विज्ञापन हैं। लीड दिल्ली की जहरीली हवा है, जबकि जेएनयू की खबर को दो कॉलम में जगह मिली है। पेज पर तीसरी बड़ी खबर के रूप में फर्जी पायलट को रखा गया है। रिटायर ब्रिगेडियर का दिल्ली निवासी बेटा पिछले काफी समय से लुफ्थांसा एयरलाइन्स का नकली पायलट बनकर धाक के साथ विमानों में सफर कर रहा था, लेकिन कल उसके इस ‘फर्जी’ सफर का आखिरी दिन था। सीआईएसएफ ने उसे गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले कर दिया है। 

इसके अलावा, तीन सिंगल सहित दो खबरों को छोटा-छोटा करके पेज पर लगाया गया है। सिंगल में ‘महिला अफसरों पर सेना को कोर्ट ने चेताया’, ‘भाजपा-शिवसेना को भागवत की नसीहत’ और ‘केदारनाथ यात्रा में मसाज से दूर होगी थकान’ हैं। कोर्ट ने सेना से कहा है कि मार्च 2019 से पहले की महिला अफसरों को भी स्थायी कमीशन दिया जाए। वहीं, भागवत ने तलाक लेने वाली भाजपा और शिवसेना को नसीहत देते हुए कहा है कि स्वार्थ से काम नहीं चलता। उधर केदारनाथ दर्शन को आने वाले भक्तों के लिए प्रशासन ने ख़ास इंतजाम किये हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ के 16 किमी के रास्ते पर सात जगह मसाज कुर्सियां लगाई गई हैं, जहां थके भक्त पैरों की मसाज करवा सकेंगे।      


 
दैनिक जागरण में आज विज्ञापनों की वजह से दो फ्रंट पेज बनाये गए हैं। पहले पेज पर एकमात्र बड़ी खबर के रूप में ओमप्रकाश तिवारी की बाईलाइन है। जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के सियासी समीकरणों के बारे में बताया है। इसमें मोहन भागवत की भाजपा और शिवसेना को नसीहत भी शामिल है। दूसरे पेज की लीड प्रदूषण है, जिसे बेहद सामान्य शीर्षक के साथ पांच कॉलम जगह मिली है। दूसरी प्रमुख खबर सीआरपीएफ का राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा पत्र है। सुरक्षा बल ने वीवीआईपी के बढ़ते बोझ के चलते अतिरिक्त जवानों की मांग की है। इसके अलावा, जलियांवाला बाग ट्रस्ट से कांग्रेस अध्यक्ष की विदाई सहित दो बाईलाइन खबरों को पेज पर जगह मिली है। पहली, कुंदन तिवारी की खबर है, जिनके मुताबिक नोएडा सेक्टर 71 से नॉलेज पार्क 5 तक एक्वा मेट्रो का विस्तार होगा। जबकि दूसरी खबर है माला दीक्षित की, जिन्होंने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट में रामलला की पैरवी करने वाले परासन के साथ वकीलों की पूरी टीम अयोध्या दर्शन के लिए जायेगी। जागरण ने जेएनयू विवाद को संक्षिप्त में लगाया है।

सबसे आखिरी में बात दैनिक भास्कर की। लीड जहरीली हवा पर संसद में हुई चर्चा है, जिसे काफी विस्तार से पाठकों के समक्ष रखा गया है। दूसरी बड़ी खबर के रूप में राजस्थान की सांभर झील में हुई देश की सबसे बड़ी पक्षी त्रासदी है। महज 11 दिनों में यहां 18 हजार से ज्यादा विदेशी पक्षियों की मौत हो गई है और यह आंकड़ा 50 हजार के पास निकल सकता है। मौत के कारणों का अभी ठीक से पता नहीं चल सका है, लेकिन इसे पर्यावरण प्रदूषण से जोड़कर जरुर देखा जा रहा है। मोहन भागवत की भाजपा-शिवसेना को नसीहत सहित सीआरपीएफ के राज्यों को लिखे पत्र, उत्तर भारत में भूकंप के झटके और सुप्रीम कोर्ट के सेना को आदेश को भी पेज पर जगह मिली है। वहीं, अयोध्या में राममंदिर के तैयार लैंडस्केप का जिक्र भी पेज पर है। एंकर में ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी को रखा गया है, जिसने इमोजी को अपने कोर्स में शामिल किया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भविष्य में इमोजी ही कम शब्दों वाली भाषा के रूप में काम करेंगे। जेएनयू को भास्कर ने फ्रंट पेज पर नहीं रखा है।

आज का किंग कौन?
1: ले-आउट के लिहाज से आज दैनिक भास्कर, नवभारत टाइम्स और हिन्दुस्तान बेहतर दिखाई दे रहे हैं। खासकर, नवभारत और हिन्दुस्तान ने सीमित जगह में भी अच्छा फ्रंट पेज तैयार किया है।

2: खबरों की प्रस्तुति जागरण को छोड़कर लगभग सभी अखबारों में बेहतर है। खासकर प्रदूषण के जुड़े समाचार को चारों अखबारों ने आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया है।      

3: कलात्मक शीर्षक के मामले में अमर उजाला और नवभारत टाइम्स आगे हैं। अमर उजाला ने जहां टॉप बॉक्स की हेडलाइन में प्रयोग किया है, वहीं नवभारत में लगा लीड का शीर्षक ‘पर्यावरण पर संसद में बहस, आरोपों का स्मॉग छाया रहा’ आकर्षक है।  

4. खबरों की बात करें हर अखबार में कुछ न कुछ प्लस – माइनस है, लेकिन भास्कर को अव्वल कहा जा सकता है, क्योंकि उसने सबसे बड़ी पक्षी त्रासदी को फ्रंट पेज पर रखा है।
 


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