होम / प्रिंट / आज ऐसे नजर आ रहे हैं अखबारों के फ्रंट पेज
आज ऐसे नजर आ रहे हैं अखबारों के फ्रंट पेज
दिवाली से पहले भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में धमाका करके देशवासियों को खुश होने का एक और मौका दे दिया है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
दिवाली से पहले भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में धमाका करके देशवासियों को खुश होने का एक और मौका दे दिया है। इस खबर को आज दिल्ली से प्रकाशित होने वाले अखबारों ने प्रमुखता से लगाया है।
शुरुआत अमर उजाला से करें, तो जैकेट विज्ञापन की वजह से तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। हालांकि, उस पर भी ज्यादा जगह नहीं है। लीड पूरे सात कॉलम में हमले और शहीद भारतीय जवानों की फोटो के साथ लगी है। इसके अलावा, पेज पर हरियाणा और महाराष्ट्र में आज होने वाले चुनाव और दिल्ली से जुड़ी अपराध की खबर है। सेंट स्टीफंस कॉलेज के शिक्षक ने पहले मां को मौत के घाट उतारा फिर आत्महत्या कर ली। वहीं, रोहित शर्मा के शानदार 212 रनों को छोटे से बॉक्स के रूप में पेज पर जगह मिली है।
वहीं, दैनिक भास्कर के फ्रंट पेज पर कोई बड़ा विज्ञापन नहीं होने के चलते काफी ख़बरों को स्थान मिला है। लीड भारतीय सेना की कार्रवाई है, जिसे टॉप में आठ कॉलम लगाया गया है। दो लाइन की आइब्रो और दो लाइन की हेडलाइन के साथ लीड को आकर्षक अंदाज़ में पाठकों के समक्ष परोसा गया है। महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव से जुड़े समाचार को प्रमुखता मिली है, जबकि रोहित शर्मा की उपलब्धि फोटो के साथ सिंगल में है। करतारपुर पर पाकिस्तान का अड़ियल रुख, कश्मीर के स्कूलों में घटती बच्चों की उपस्थिति और पहली निजी ट्रेन के लेट होने के समाचार को भी फ्रंट पेज पर रखा गया है। तेजस के लेट होने पर प्रत्येक यात्री को मुआवज़े के रूप में 250 रुपए दिए गए हैं। एंकर में कुमुद कुमार दास की बाइलाइन है, जो बता रहे हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी में बनते हैं 10 करोड़ दीये। कमलेश तिवारी हत्याकांड में एसआईटी की कार्रवाई को भी दो कॉलम में लगाया गया है।
हिन्दुस्तान में भी तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। लीड ‘पीओके में चार आतंकी कैप तबाह’ शीर्षक के साथ खूबसूरत अंदाज़ में पेश की गई है। इसके पास ही दो-दो कॉलम में हरियाणा-महाराष्ट्र चुनाव और कमलेश हत्याकांड में एसटीएफ की कार्रवाई है। मां की हत्या कर जान देने वाले स्टीफंस के शिक्षक को भी अख़बार ने प्रमुखता से जगह दी है। वहीं, रोहित की उपलब्धि सिंगल में है और मध्यस्थता के प्रस्ताव पर सुन्नी बोर्ड के प्रस्ताव को दो कॉलम में रखा गया है। एंकर में आयुर्वेदिक के महत्व पर प्रकाश डालने वाली खबर है। जिसमें बताया गया है कि एंटीबायोटिक का विकल्प 13 जड़ी-बूटियां बन गई हैं। यह खबर भोपाल एम्स में हुए अध्ययन पर आधारित है।
नवोदय टाइम्स का रुख करें तो सर्जिकल स्ट्राइक को पूरे आठ कॉलम में लगाया गया है। स्टीफंस के शिक्षक को भी अपेक्षाकृत काफी बड़ी जगह मिली है, रोहित शर्मा की उपलब्धि फोटो के साथ सिंगल में है। जबकि कमलेश हत्याकांड को तीसरी बड़ी खबर के रूप में पेश किया गया है। एंकर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्होंने ऐलान किया है कि करतारपुर यात्रा दिल्ली सरकार मुफ्त में कराएगी। करतारपुर से ही जुड़ी दो अन्य ख़बरों को सिंगल में अलग से लगाया गया है। मसलन, आम श्रद्धालु की तरह जाएंगे मनमोहन सिंह और कॉरिडोर से होगी पाक को कमाई।
देशबंधु के फ्रंट पेज पर आज कोई विज्ञापन नहीं है। लीड भारतीय सेना का जवाबी हमला है, जिसे छह कॉलम में लगाया गया है। जबकि बाकी के दो कॉलम में रोहित शर्मा और रहाणे की शानदार पारी है। रोहित ने जहां 212 रन बनाये हैं, वहीं रहाणे ने 197। नोबल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी को लेकर चल रही सियासी खींचतान में राहुल के बयान को देशबंधु ने प्रमुखता दी है। राहुल का कहना है कि लाखों भारतीयों को अभिजीत के काम पर गर्व है। इसी तरह कमलेश तिवारी हत्याकांड को भी बड़ी जगह मिली है। इसके अलावा, महाराष्ट्र-हरियाणा चुनाव, केदारनाथ हाईवे पर हादसे में 8 की मौत सहित तेजस एक्सप्रेस की देरी को पेज पर रखा गया है। देश की पहली निजी ट्रेन तेजस लगभग दो घंटे देरी से पहुंची, अब यात्रियों को इसके लिए मुआवजा दिया जा रहा है।
आज का किंग कौन?
1: लेआउट के मामले में आज दैनिक भास्कर सबसे आगे नज़र आ रहा है। पेज खाली होने के चलते टीम के पास इसे बेहतरीन अंदाज़ में सजाने की पूरी गुंजाइश थी और उसने सफलता के साथ इस काम को अंजाम दिया।
2: ख़बरों की प्रस्तुति में भी दैनिक भास्कर और अमर उजाला अव्वल हैं। भास्कर ने जहाँ सर्जिकल स्ट्राइक और विधानसभा चुनाव की खबर को अच्छी तरह से प्रस्तुत किया गया है। वहीं, अमर उजाला के पास विज्ञापनों के चलते केवल लीड को निखारने की गुंजाइश थी, जिसमें वह सफल रहा। वैसे, हिन्दुस्तान ने भी लीड में आकर्षक ग्राफिक इस्तेमाल किया है।
3: ख़बरों के मामले में किसी नतीजे पर पहुंचना संभव नहीं है, क्योंकि अधिकांश अख़बारों में विज्ञापन भरे पड़े हैं।
4: कलात्मक शीर्षक आज किसी भी अख़बार में नज़र नहीं आ रहा है। लिहाजा, इस मामले में सभी एक जैसे हैं।
टैग्स हिन्दुस्तान दैनिक जागरण अमर उजाला दैनिक भास्कर नवोदय टाइम्स नवभारत टाइम्स न्यूजपेपर कवरेज न्यूजपेपर्स अखबारों का विश्लेषण अखबार समीक्षा देशबंधु