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हॉकर्स ने घरों में अखबार पहुंचाने से क्यों किया इनकार, पढ़ें ये खबर
लगभग पूरे देश में फैल चुके कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के संख्या सबसे ज्यादा (89) है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
लगभग पूरे देश में फैल चुके कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के संख्या सबसे ज्यादा (89) है। इस वजह से महाराष्ट्र सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन का फैसला लिया है। इसके साथ ये भी कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर भी लॉकडाउन का असर देखने को मिला, यहां कई सेवाएं प्रभावित होने लगी हैं।
सोमवार को मुंबई में कोई अखबार नहीं छपा। विभिन्न मीडिया समूह ने प्रिंट प्रकाशन पर रोक लगा दी है। मीडिया समूह ने केवल ई-पेपर और ऑनलाइन संस्करण निकालने का ही फैसला लिया है।
दरअसल, कोरोना वायरस के कारण लोकल ट्रेनों पर रोक और लॉकडाउन की वजह से हॉकर्स ने अखबार उठाने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि सोमवार यानी आज अखबार डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर आज डिस्ट्रीब्यूटर्स की एक और बैठक होने वाली है, जिसमें आगे की कार्रवाई पर कोई फैसला लिया जा सकता है।
गौरतलब है कि अधिकांश मीडिया कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, फिलहाल अगले दो दिनों (24 और 25 मार्च) तक मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में अखबार केवल कम्प्यूटर, मोबाइल व सोशल मीडिया पर ही उपलब्ध होंगे।
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