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आज इन खबरों को मिली अखबारों के फ्रंट पेज पर प्रमुखता
नवभारत टाइम्स के फ्रंट पेज पर आधा पेज विज्ञापन है, जबकि हिन्दुस्तान के फ्रंट पेज पर एक छोटा विज्ञापन है
नीरज नैयर 4 years ago
दिल्ली की जहरीली हवा पर सरकार से लेकर कोर्ट तक हर कोई मंथन करने में लगा है। सभी की यही कोशिश है कि हालात सामान्य हो जाएं। हालांकि, जब तक ये जद्दोजहद चलेगी, अखबारों के फ्रंट पेज की टीम को लीड की समस्या नहीं होगी। लीड की तलाश आसान काम नहीं होता, कभी-कभी खबरों का इतना ‘सूखा’ पड़ जाता है कि समझ ही नहीं आता कि लीड किसे लगाएं।
बहरहाल, आज के अखबारों के फ्रंट पेज की बात करें तो नवभारत टाइम्स के पाठकों को आधा पेज खबरों के साथ आधा पेज विज्ञापन भी मिले हैं। लीड जहरीली हवा पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी है। खबर को आकर्षक अंदाज में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है, लेकिन तीन लाइन की हेडिंग कुछ अटपटी नजर आ रही है। वकील-पुलिस भिड़ंत को प्रमुखता के साथ तीन कॉलम में रखा गया है। वहीं, दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेड डील से भारत हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पीछे हट गया है। इसके अलावा, पेज पर दो सिंगल कॉलम खबरें हैं। पहली कश्मीर में आतंकी हमले की है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है और 35 जख्मी हैं। दूसरी खबर है, इंडिगो का सर्वर फेल होने की। एयरलाइंस के सर्वर ने बीच में ही धोखा दे दिया, जिसके चलते यात्री परेशान होते रहे।
आज हिन्दुस्तान में भी लीड जहरीली हवा पर कोर्ट की टिप्पणी है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि हालात इमरजेंसी से भी बदतर हैं। इसी के साथ मदन जैड़ा की बाईलाइन स्टोरी भी है, जो बता रहे हैं कि राजधानी की सड़कों पर लगे एयर प्यूरीफायर भी फेल हो रहे हैं। सबसे बड़ी ट्रेड डील से भारत के हटने को दूसरी बड़ी खबर के रूप में पेज पर रखा गया है। महाराष्ट्र का सियासी संग्राम और वकील-पुलिस भिड़ंत को हिन्दुस्तान ने प्रमुखता के साथ जगह दी है। इंडिगो की सर्वर समस्या के साथ ही कश्मीर में आतंकी हमले को दो-दो कॉलम में लगाया गया है।
एंकर में अरविंद सिंह की बाईलाइन स्टोरी है। इस स्टोरी के मुताबिक फ़ास्ट टैग से टोल भरा जाए तो प्रदूषण 28 फीसदी कम हो जाएगा। इसके अलावा, पेज पर सिंगल कॉलम खबरें भी हैं। पहली सिद्धू को पाकिस्तान का निमंत्रण और दूसरी विकास यादव को पैरोल से इनकार। इमरान खान चाहते हैं कि सिद्धू करतारपुर गलियारे के उद्घाटन के मौके पर उनके साथ मौजूद रहें। वैसे लगता नहीं है कि वे इस निमंत्रण को स्वीकार करेंगे, क्योंकि अपने क्रिकेटर दोस्त इमरान के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर को लेकर वो पहले ही ‘हिट विकेट’ हो चुके हैं। उधर, अदालत ने नीतीश कटारा हत्याकांड के मुख्य आरोपित विकास यादव को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि पैरोल भूल जाये।
वहीं, अमर उजाला ने केबीसी के ‘फ्लिप द क्वेश्चन’ की तरह फ्रंट पेज के लेआउट को फ्लिप कर दिया है। कल पेज की शुरुआत लीड से हुई थी और उसके पास तीन कॉलम था। आज दो कॉलम से पेज शुरू हुआ है और उसके पास लीड है। फर्क बस कॉलम का है। खैर, सबसे बड़ी ट्रेड डील से भारत के पीछे हटने को प्रमुखता से पेज पर जगह मिली है। लीड जहरीली हवा पर कोर्ट की टिप्पणी है, जिसके साथ ही दिल्ली और एनसीआर में धूप, तेज हवाओं से राहत को भी रखा गया है।
नीतीश कटारा हत्याकांड के मुख्य आरोपित विकास यादव की खबर को अमर उजाला ने अच्छी तरह से प्रस्तुत किया है। इसकी हेडिंग कोर्ट की टिप्पणी से बनाई गई है, जिससे साफ पता चलता है यादव की अर्जी पर कोर्ट का क्या रुख रहा। घाटी में हमला और इंडिगो के खराब सर्वर की खबर भी पेज पर है। एंकर में वकीलों की आक्रामकता को लगाया गया है।
अब यदि दैनिक जागरण की बात करें तो अखबार में लीड जहरीली हवा पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी है, जिसे डीप चार कॉलम में बिना किसी फोटो या ग्राफिक्स के उतारा गया है और वो भी सिंगल लाइन शीर्षक के साथ। वहीं, सबसे बड़ी ट्रेड डील से भारत के हटने को भी दैनिक जागरण ने सिंगल लाइन हेडिंग में तीन कॉलम में आधे पेज तक उतारा है। गनीमत बस इतनी है कि इस खबर में फोटो है। न्यूनतम 9 घंटे करना होगा काम, इस समाचार को दैनिक जागरण ने आज जगह दी है, जबकि कल ही कुछ अखबार इसे प्रकाशित कर चुके हैं। एंकर में सौरव गांगुली हैं, जो आईपीएल में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहे हैं। अब बदलाव क्या होंगे, इसके लिए आपको खबर पढ़नी होगी। लगता है वकीलों की आक्रामकता को दैनिक जागरण ने बेहद कम आंका है, इसलिए खबर संक्षिप्त में लगाई गई है।
आखिर में दैनिक भास्कर का रुख करते हैं। अखबार के फ्रंट पेज पर लीड जहरीली हवा को लेकर सुप्रीम कोर्ट की किसानों पर तीखी टिप्पणी है और इसके ऊपर विज्ञापन के रूप में हरियाणा के मुख्यमंत्री किसानों से पराली न जलाने की अपील कर रहे हैं। वैसे, सोचने वाली बात ये है कि किसान पराली सालों से जलाते आ रहे हैं, पहले तो कभी ऐसी समस्या नहीं हुई। आज यदि एकदम से हवा में जहर घुल गया है तो इसके लिए क्या सिर्फ किसानों को कुसूरवार ठहराना जायज है? दैनिक भास्कर ने वकील-पुलिस भिड़ंत की खबर को फोटो के साथ लगाया है।
उधर, निर्भया कांड में मृत्युदंड का सामना कर रहे दोषियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया है। इस खबर को भी अखबार ने पेज पर रखा है। हालांकि, तेलंगाना में महिला तहसीलदार को दफ्तर में जिंदा जलाने के समाचार को दैनिक भास्कर ने महज सिंगल में लगाकर उसके साथ न्याय नहीं किया है, जबकि महाराष्ट्र के सियासी संग्राम को आज भी बड़ी जगह मिली है। इसके अलावा, पेज पर श्रीनगर में आतंकी हमला और रेल टिकट का भुगतान यूपीआई से करने पर सर्विस चार्ज में 50% की छूट से जुड़ा समाचार भी है। एंकर में अखबार ने एक ऐसी खबर को सजाया है, जिसे न केवल सबसे ज्यादा पढ़ा जाएगा, बल्कि भारत में इसके अमल के ख्वाब भी बुने जाएंगे। माइक्रोसॉफ्ट ने जापान में चार दिन काम कराने का फंडा अपनाया और कर्मचारियों की उत्पादकता 40 फीसदी बढ़ गई। अपने देश में तीन छुट्टियां मिलने के बाद भी उत्पादकता बढ़ेगी या नहीं, ये यक्ष प्रश्न है।
आज का 'किंग' कौन?
1: दैनिक जागरण को छोड़कर बाकी अखबारों का लेआउट अच्छा है, लेकिन फिर भी बेहतरीन नहीं कहा जा सकता।
2: खबरों की प्रस्तुति, खासकर लीड में हिन्दुस्तान ने सबसे अच्छा किया है। नवभारत टाइम्स के पास सीमित जगह थी, मगर लीड की प्रेजेंटेशन में कमाल दिखाया जा सकता था।
3: कलात्मक शीर्षक पर आज किसी समाचारपत्र ने जोर नहीं दिया है।
4: खबरों की बात करें तो इन अखबारों के फ्रंट पेज लगभग एक समान हैं, लेकिन दैनिक भास्कर ने तेलंगाना में महिला तहसीलदार को जिंदा जलाने के समाचार को पेज पर रखकर बेहतरीन काम किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि दूसरे अखबारों ने इस महत्वपूर्ण खबर को संक्षिप्त में भी जगह नहीं दी है।
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