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फ्रंट पेज पर अखबारों ने आज इन खबरों को 'सजाया'
दैनिक जागरण व दैनिक भास्कर में आज दो फ्रंट पेज बनाए गए हैं। हिन्दुस्तान में तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है
नीरज नैयर 4 years ago
मंदी से जूझ रहे रियल एस्टेट सेक्टर में जान फूंकने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है, जिसका फायदा जनता को भी मिलेगा। इसके साथ ही प्रदूषण पर राज्य सरकारों की ‘क्लास’ जारी है। इन्हीं दोनों खबरों को आज दिल्ली से प्रकाशित होने वाले प्रमुख अखबारों ने प्रमुखता से उठाया है। शुरुआत करते हैं दैनिक जागरण से। अखबार में आज दो फ्रंट पेज बनाये गए हैं। पहले पेज की लीड प्रदूषण है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों को जमकर फटकार लगाई है। पेज पर दूसरी खबर के रूप में चिन्मयानन्द हैं, जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो गई है।
दूसरे फ्रंट पेज का रुख करें, तो यहां टॉप बॉक्स में रियल एस्टेट सेक्टर को मिली राहत है। अटके हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए सरकार 25 हजार करोड़ रुपए का फंड बनाने जा रही है। इस पेज पर लीड वकील-पुलिस भिड़ंत पर हाई कोर्ट का रुख है। हाई कोर्ट ने साफ कर दिया है कि जांच पूरी होने तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होगी। पेज पर करतारपुर से संबंधित खबर को भी जगह मिली है। कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर जो पोस्टर लगाये गए थे, उसमें भिंडरवाला सहित 3 आतंकियों की तस्वीर दिखाई दे रही थी। इसके अलावा, पेज पर कुछ संक्षिप्त समाचार भी हैं।
आज दैनिक भास्कर में भी दैनिक जागरण की तरह दो फ्रंट पेज हैं। पहले पेज पर रियल एस्टेट को मिली राहत को लीड रखा गया है और दूसरी बड़ी खबर के रूप में महाराष्ट्र के सियासी संग्राम पर शिवसेना नेता संजय राउत से संजय आप्टे की बातचीत है। वाराणसी के एक मंदिर की फोटो भी पेज पर है, जिसमें भगवान की मूर्ति को मास्क लगाये दिखाया गया है। इसके साथ ही निर्भया कांड में आए ताजा अपडेट को भी जगह मिली है। एक दोषी द्वारा राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी गई है।
दूसरे फ्रंट पेज को देखें तो दिल्ली के प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख को लीड का दर्जा मिला है। वहीं वकील-पुलिस भिड़ंत को भी काफी बड़ी जगह दी गई है। इसके अलावा, चिन्मयानन्द के खिलाफ चार्जशीट, हनीप्रीत को मिली जमानत की खबरें भी पेज पर हैं। करतारपुर मुद्दे को दैनिक भास्कर ने सबसे अलग अंदाज में उठाया है। खबर के अनुसार, पाकिस्तान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को बॉर्डर से करतारपुर तक खुली जीप में ले जाएगा। भारत जेड प्लस श्रेणी के बराबर सुरक्षा की मांग कर रहा है। इसी खबर में खालिस्तानी पोस्टरों को भी रखा गया है। प्याज की बढ़ती कीमतों से दैनिक भास्कर ने ज्यादा सरोकार नहीं रखते हुए इस खबर को संक्षिप्त में जगह दी है।
अब नवभारत टाइम्स की बात करें तो आज भी फ्रंट पेज पर ज्यादा जगह नहीं है। पेज की शुरुआत टॉप बॉक्स से हुई है, जिसमें रियल एस्टेट सेक्टर को मिली राहत को ‘घर अटका है? अब मिलने के बन रहे हैं चांस’ शीर्षक के साथ लगाया गया है। लीड प्रदूषण पर राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई फटकार है। इसके पास ही वकील-पुलिस भिड़ंत से जुड़ा समाचार है, जबकि करतारपुर में खालिस्तानी पोस्टर को टॉप में रखा गया है। इसके अलावा, ‘फास्ट न्यूज’ में तीन संक्षिप्त समाचार हैं।
हिन्दुस्तान का रुख करें तो तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। इस पेज पर आज भी दो बड़े विज्ञापन हैं, इसके बावजूद महत्वपूर्ण समाचारों को किसी न किसी रूप में पेज पर रखने का प्रयास किया गया है। लीड वकील-पुलिस भिड़ंत है। हाई कोर्ट ने विवाद न बढ़ाने की अपील करते हुए मामले को सुलझाने के लिए संयुक्त बैठक बुलाने को कहा है। रियल एस्टेट सेक्टर को मिली सरकारी राहत को ऊपर तीन कॉलम में रखा गया है। प्रदूषण पर अफसरों को मिली फटकार को भी प्रमुखता से जगह मिली है। गौरव त्यागी और ब्रिजेश सिंह की बाईलाइन स्टोरी भी पेज पर है, जिसके अनुसार अंगूठे की छाप से मेट्रो के किराये में रियायत मिलेगी। इसके अलावा, जेपी की दिवाला प्रक्रिया शुरू करने संबंधी आदेश सहित कुछ सिंगल समाचार भी हैं।
आज आखिर में अमर उजाला को देखें तो अखबार ने फ्रंट पेज की शुरुआत टॉप बॉक्स से की है, जिसमें प्रदूषण पर कोर्ट की फटकार को रखा गया है। रियल एस्टेट सेक्टर को मिली राहत लीड है और वकील-पुलिस भिड़ंत को दो कॉलम में लगाया गया है। दिल्ली-एनसीआर में आंसू निकालती प्याज को अमर उजाला ने प्रमुखता दी है। वहीं, मनमानी पर उतारू स्कूलों पर कसी नकेल को भी फ्रंट पेज पर रखा गया है। राजधानी के 12 स्कूलों को 9 फीसदी ब्याज के साथ बढ़ी हुई फीस लौटाने के आदेश दिए गए हैं। एंकर में करतारपुर पर पाकिस्तानी करतूत है, जबकि चिन्मयानन्द को संक्षिप्त में जगह दी गई है।
आज का ‘किंग’ कौन?
1: सबसे पहले बात लेआउट की। सीमित जगह होने के बावजूद हिन्दुस्तान ने अच्छा फ्रंट पेज लगाया है। वहीं, दैनिक भास्कर और अमर उजाला के फ्रंट पेज का लेआउट भी संतुलित है।
2: खबरों की प्रस्तुति में अमर उजाला सबसे आगे नजर आ रहा है।
3: कलात्मक शीर्षक की बात करें तो यह केवल नवभारत टाइम्स में ही दिखाई दे रहा है। टॉप बॉक्स की हेडलाइन ‘घर अटका है? अब मिलने के बन रहे हैं चांस’ आकर्षक है और सीधे तौर पर जनता से जुड़ाव रखती है।
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