होम / प्रिंट / दिल्ली के चुनावी दंगल पर सटीक बैठती है दैनिक भास्कर की ‘मतवाली’ हेडिंग
दिल्ली के चुनावी दंगल पर सटीक बैठती है दैनिक भास्कर की ‘मतवाली’ हेडिंग
विज्ञापनों की अधिकता की वजह से हिन्दुस्तान में आज दो पेज बनाए गए हैं, जबकि नवभारत टाइम्स में आज तीसरे पेज को फ्रंट पेज का दर्जा मिला है
नीरज नैयर 4 years ago
दिल्ली चुनाव और संसद में हुआ बवाल आज राजधानी से प्रकाशित होने वाले अखबारों की प्रमुख खबरें हैं। शुरुआत करते हैं नवभारत टाइम्स से। जैकेट विज्ञापन के चलते तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। टॉप बॉक्स में दिल्लीवासियों को मतदान के लिए जागरूक करती खबर है। लीड संसद में भाजपा-कांग्रेस नेताओं में हुई तीखी नोकझोंक है। राहुल गांधी के ‘डंडे’ वाले बयान पर सदन में इतना हंगामा हुआ कि दोनों पार्टियों के सांसदों में हाथापाई की नौबत आ गई।
वहीं, निर्भया के दोषियों को तुरंत फांसी पर लटकते देखने की देश की मुराद फिलहाल पूरी होने वाली नहीं है। पटियाला हाउस कोर्ट का कहना है कि जब तक दोषियों के पास विकल्प हैं, ऐसा करना पाप होगा। इस खबर को प्रमुखता के साथ पेज पर लगाया गया है। एंकर में लोगों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए गुरुग्राम पुलिस की अनोखी मुहिम है, जिसका शीर्षक भी बेहद कमाल है। इसके अलावा, पेज पर चार सिंगल समाचार हैं। मसलन, जज के परिवार के हत्यारे को फांसी, रिश्वतखोरी में घिरे दिल्ली के अफसर, महिला एसआई की हत्या और एसबीआई ने सस्ता किया कर्ज।
आज हिन्दुस्तान में पाठकों को दो फ्रंट पेज मिले हैं। पहले फ्रंट पेज पर दिल्ली में आज होने वाली वोटिंग को लीड लगाया गया है। खबर का शीर्षक तो उम्दा है ही, उसकी प्रस्तुति भी आकर्षक है। दूसरी सबसे बड़ी खबर हाई कोर्ट द्वारा दिल्ली में ऑटो किराये में वृद्धि पर लगाई गई रोक है।
महिला एसआई की हत्या के समाचार को भी पर्याप्त जगह मिली है। इसके अलावा, पेज पर चार सिंगल हैं। इनमें एसबीआई का सस्ता कर्ज और निर्भया मामले में कोर्ट का रुख सबसे अहम हैं। दूसरे फ्रंट पेज पर चलें, तो संसद में हुए बवाल को लीड का दर्जा मिला है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी प्रमुखता के साथ रखा गया है, जिसमें कोर्ट ने कहा है कि प्रोन्नति में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं।
दैनिक भास्कर के फ्रंट पेज पर स्थिति कल जैसी है, यानी आधा पेज विज्ञापन। दिल्ली के लिए आज काफी अहम दिन है, इसे ध्यान में रखते हुए अखबार ने यह आधा पेज चुनाव के नाम पर दिया है। ‘मतवाली दिल्ली’ शीर्षक के साथ मतदान से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी को पाठकों के समक्ष पहुंचाया गया है। हेडलाइन में ‘मत’ लाल रंग में है, इससे इसे मत यानी मतदान वाली दिल्ली भी पढ़ा जा सकता है।
वहीं, दैनिक जागरण में भी दो फ्रंट पेज बनाये गए हैं। पहले पेज की शुरुआत दिल्लीवालों को मतदान के लिए जागरूक करती खबर वाले टॉप बॉक्स से हुई है। लीड संसद में हुए हंगामे को रखा गया है। वहीं, मुश्किलों में चल रहे अनिल अंबानी की मुश्किलें बढ़ाने वाली खबर को भी पेज पर जगह मिली है। ब्रिटेन की एक अदालत ने अंबानी को 700 करोड़ रुपए चुकाने का आदेश दिया है। दूसरे फ्रंट पेज की बात करें तो लीड शाहीन बाग है। प्रदर्शन के दौरान बच्ची की मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: सज्ञान लिया है।
गौरतलब है कि इस मामले में वीरता पुरस्कार से सम्मानित 12 वर्षीय बच्ची ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। लीड में ही इलाहाबाद हाई कोर्ट की टिप्पणी को भी जगह मिली है। कोर्ट ने कहा है कि सीएए के विरोध में प्रदर्शन की अनुमति राष्ट्रहित में नहीं। इसके अलावा, महिला एसआई की हत्या और निर्भया मामले पर केंद्र के बयान को भी प्रमुखता के साथ लगाया गया है। केंद्र का कहना है कि दोषियों को फांसी में देरी से लोगों का धैर्य टूट रहा है।
सबसे आखिरी में रुख करते हैं राजस्थान पत्रिका का। फ्रंट पेज की शुरुआत कोरोना वायरस से जुड़े टॉप बॉक्स से हुई है। राजस्थान के 100 से ज्यादा छात्र अभी भी चीन में फंसे हुए हैं। लीड संसद में हुआ बवाल है, जिसका शीर्षक काफी आकर्षक है। राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर खींचतान ख़त्म नहीं हुई है। इस खींचतान से जुड़ी खबर को पेज पर पर्याप्त स्थान मिला है।
वहीं, दिल्ली चुनाव से जुड़ी खबरें सेकंड हाफ में हैं। इसके अलावा, निर्भया मामले में कोर्ट की टिप्पणी, ओबीसी उम्मीदवारों को आयु में छूट देने से अदालत के इनकार और आम आदमी के काम की खबर को भी फ्रंट पेज पर रखा गया है। नई व्यवस्था के तहत रेलवे अब टिकट का प्रिंट चाहने वालों से 25 रुपए अतिरिक्त वसूलेगा। एंकर में दुबई में तैयार हुई दुनिया की सबसे बड़ी 3D प्रिंटेड इमारत से जुड़ा समाचार है।
आज का 'किंग' कौन?
1: लेआउट के मामले में आज सभी अखबार लगभग एक जैसे हैं। लिहाजा किसी को नंबर वन का ताज पहनाना ठीक नहीं रहेगा।
2: खबरों की प्रस्तुति की जहां तक बात है, तो दैनिक भास्कर पहले स्थान पर है, जबकि हिन्दुस्तान दूसरे और नवभारत टाइम्स तीसरे पर।
3: शीर्षक को कलात्मक बनाने का प्रयास आज सभी अख़बारों ने किया है, लेकिन बाजी मारने में दैनिक भास्कर कामयाब रहा है। ‘मतवाली दिल्ली’ कलात्मकता का अच्छा उदाहरण है।
आप अपनी राय, सुझाव और खबरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। (हमें फेसबुक,ट्विटर, लिंक्डइन और यूट्यूब पर फॉलो करें)
टैग्स हिन्दुस्तान दैनिक जागरण दैनिक भास्कर नवभारत टाइम्स न्यूजपेपर कवरेज न्यूजपेपर्स