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निर्भया मामले पर हेडिंग में नजर आई इस अखबार की 'बाजीगरी'
दैनिक जागरण के पाठकों को आज दो फ्रंट पेज पढ़ने को मिले हैं, वहीं दैनिक भास्कर के फ्रंट पेज पर आज कोई विज्ञापन नहीं है
नीरज नैयर 4 years ago
निर्भया को सात साल के लंबे इंतजार के बाद न्याय मिलने जा रहा है। चारों दरिंदों को 22 जनवरी की सुबह फांसी पर लटका दिया जाएगा। यही आज के अखबारों की सबसे बड़ी खबर है। आज शुरुआत करते हैं राजस्थान पत्रिका से, जिसने काफी बेहतर तरह से इस खबर को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है। ‘निर्भया को न्याय’ शीर्षक के साथ यह समाचार आठ कॉलम में लगाया गया है।
जेएनयू हिंसा से जुड़ी खबर को भी प्रमुखता के साथ पेज पर रखा गया है। खबर में दीपिका पादुकोण का फोटो भी है, जो कल घायल छात्रों से मिलने पहुंची थीं। हालांकि, इस मुलाकात को भी सियासी रंग दिया जाने लगा है। ईशा फाउंडेशन पर हाई कोर्ट की सख्ती, बजट से उम्मीद और नेशनल टोल प्लाजा से वाहनों की सुगम आवाजाही के जुड़े समाचार के साथ ही अरुण तिवारी की बाईलाइन भी पेज पर है। इस खबर के अनुसार मध्यप्रदेश में हर महीने 800 बच्चे लापता होते हैं। वहीं, घाटी में मुठभेड़ और ईरान-अमेरिका के बीच बढ़ते विवाद की खबर को सिंगल कॉलम में जगह मिली है।
अब नजर डालते हैं हिन्दुस्तान के फ्रंट पेज पर। ‘दरिंदों की मौत पर मुहर’ शीर्षक के साथ निर्भया को मिलने वाले न्याय को लीड लगाया गया है। जेएनयू पहुंचकर सबको चौंकाने वालीं दीपिका पादुकोण को सेकंड लीड का दर्जा मिला है। मजदूर संघों की आज की महाहड़ताल को अखबार ने तवज्जो देते हुए तीन कॉलम में रखा है,जबकि आम आदमी को प्रभावित करने वाली इस खबर के मामले में ‘राजस्थान पत्रिका’ से चूक हो गई है। एंकर में निर्भया का इलाज करने वाले डॉक्टर की खबर को जगह मिली है, जिन्होंने उस खौफनाक रात के मंजर को शब्दों में बयां किया है। इसके अलावा पेज पर दो सिंगल खबरें हैं।
आज अमर उजाला ने ‘भारत बंद’ को पहले कॉलम में रखा है, ताकि एक ही नजर में पाठकों को इसके बारे में पता चल जाए। लीड निर्भया को न्याय है, जबकि सेकंड लीड का दर्जा जेएनयू हिंसा से जुड़ी है। पुलिस अब तक नकाबपोशों का पता नहीं लगा पाई है, लेकिन घायल छात्रसंघ अध्यक्ष पर मुकादम जरूर दर्ज कर लिया है। जेएनयू पहुंची दीपिका को खबर में बहुत कम स्थान मिला है। इसके अलावा, टी-20 में टीम इंडिया की जीत, विमान की इमरजेंसी लैंडिंग और विदेशी राजनयिकों को कश्मीर ले जाएगी सरकार, ये समाचार भी पेज पर हैं। सबसे नीचे दो कॉलम में दिल्ली-एनसीआर की बारिश है।
वहीं, नवभारत टाइम्स के फ्रंट पेज पर आज कोई बड़ा विज्ञापन नहीं होने से कई खबरों को जगह मिल सकी है। लीड निर्भया को न्याय है, जिसे सात कॉलम में रखा गया है। जेएनयू हिंसा मामले में हुई एफआईआर और दीपिका की छात्रों से मुलाकात पेज की दूसरी बड़ी खबर है। ईरानी जनरल सुलेमानी का जनाजा फोटो के साथ रंगीन बॉक्स में है, इस दौरान हुई भगदड़ में 50 लोगों की मौत हो गई। टीम इंडिया की श्रीलंका पर जीत और भारत बंद सिंगल कॉलम में हैं। पारंपरिक एंकर के बजाय आज तीन खबरों को लगाया गया है। पहली है, नोएडा में हत्या और लूटपाट। दूसरी, शताब्दी में परोसा गया एक्सपायर्ड ब्रेड-बटर और तीसरी है संजीव कुमार की बाईलाइन। जिन्होंने 27 महीने के ब्रेक के बाद वापसी कर रहीं सानिया मिर्जा के बारे में बताया है।
इसके अलावा, दैनिक भास्कर के फ्रंट पेज पर आज कोई विज्ञापन नहीं है। लीड निर्भया को न्याय है, जिसे ‘बेटियों! निर्भय रहो, दरिंदों का अंत शुरू’ शीर्षक के साथ अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया है। जेएनयू हिंसा में दर्ज हुई एफआईआर और दीपिका पादुकोण की छात्रों से मुलाकात को प्रमुखता मिली है। घाटी में बर्फबारी को फोटो के साथ जगह मिली है। वहीं, विदेशी राजनयिकों को कश्मीर ले जाएगा भारत, सुलेमानी के जनाजे में भगदड़ और ट्रेनिंग के दौरान कमांडो की मौत, इन समाचारों को भी फ्रंट पेज पर रखा गया है। एंकर की बात करें तो यहां लास वेगास में शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स शो के बारे में बताया गया है।
सबसे आखिरी में बात करते हैं दैनिक जागरण की, जहां आज फिर से दो फ्रंट पेज हैं। पहले पेज की लीड निर्भया को न्याय है। दूसरी बड़ी खबर खाड़ी देशों में बढ़ते तनाव के बीच मोदी-ट्रम्प के बीच बातचीत है। इसके अलावा पेज पर तीसरी और आखिरी बड़ी खबर के रूप में राजस्थान में बच्चों की मौत पर हाई कोर्ट द्वारा मांगी गई रिपोर्ट को लगाया गया है। दूसरे फ्रंट पेज पर जेएनयू हिंसा मामले से जुड़ी खबर को लीड का दर्जा दिया गया है। इसके अलावा, विकास दर में गिरावट, नोएडा में निजी कंपनी के रीजनल मैनेजर की हत्या, भारत बंद, यूपी में उपद्रवियों पर कार्रवाई में कोर्ट का हस्तेक्षप से इनकार, ये खबरें भी पेज पर हैं।
आज का ‘किंग’ कौन?
1: लेआउट के लिहाज से आज राजस्थान पत्रिका, नवभारत टाइम्स और दैनिक भास्कर सबसे आगे हैं।
2: खबरों की प्रस्तुति में भी आज पहला नंबर राजस्थान पत्रिका का है, जबकि दूसरा स्थान दैनिक भास्कर को दिया जा सकता है।
3: कलात्मक शीर्षक के मामले में बाजी दैनिक भास्कर के नाम है। अखबार ने लीड की शीर्षक में बेहतरीन प्रयोग किया है।
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