होम / प्रिंट / NBT ने किया बेहतर प्रयोग, पर हेडिंग ने बढ़ाई उलझन
NBT ने किया बेहतर प्रयोग, पर हेडिंग ने बढ़ाई उलझन
विज्ञापनों की अधिकता के कारण अधिकतर अखबारों ने तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया है, जबकि दैनिक जागरण में आज दो फ्रंट पेज बनाए गए हैं
नीरज नैयर 5 years ago
सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में पांच प्रतिशत का इजाफा किया है। यही खबर आज दिल्ली से प्रकाशित होने वाले लगभग सभी अखबारों में छाई हुई है। सबसे पहले बात करते हैं दैनिक भास्कर की। दैनिक भास्कर में आज जैकेट विज्ञापन के कारण तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। इस पेज पर भी आधा पेज विज्ञापन है।
लीड मोदी सरकार का तोहफा है, जिसे बॉक्स में सभी आवश्यक जानकारी के साथ पाठकों के समक्ष परोसा गया है। दूसरी प्रमुख खबर चीनी राष्ट्रपति का कल से शुरू होने वाले भारत दौरा है। इसके अलावा, नोबल पुरस्कार, केजरीवाल के दौरे में रुकावट पर केंद्र की सफाई और मानसून की वापसी को सिंगल कॉलम में लगाया गया है। जो दो अन्य प्रमुख खबरें पेज पर हैं, उनमें 150 ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी और जियो से दूसरे नेटवर्क पर अब फ्री कॉल नहीं, शामिल हैं।
हिन्दुस्तान में भी तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। इस पेज पर नजर डालें तो केंद्रीय कर्मचारियों को मोदी सरकार का तोहफा सबसे बड़ी खबर है। इसी में एसबीआई के सस्ते कर्ज का भी जिक्र है। बैंक ने छठी बार लोन सस्ता किया है, जो कर्ज लेने वालों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। जियो और जिनपिंग-मोदी मुलाकात को दो-दो कॉलम में रखा गया है। सलमान खुर्शीद के राहुल गांधी पर कटाक्ष की खबर फ्रंट पेज पर है, लेकिन उसे दूसरी तरह से उठाया गया है। ‘राहुल गांधी के इस्तीफे पर तीन माह बाद भी घमासान’ शीर्षक के साथ यह समाचार दो कॉलम में है।
इसके अलावा हिन्दुस्तान में दो खबरें ऐसी हैं, जो अन्य अखबारों के फ्रंट पेज पर नहीं है। मसलन, पांच साल में पहली बार दशहरे के बाद हवा साफ और दिल्ली में ईवन-ऑड के दौरान ओला-ऊबर के सर्ज चार्ज वसूलने पर लगी रोक। दिल्ली सरकार ने इस विषय में पूरी तैयारी कर ली है। टमाटर के बढ़ते दाम, नोबल पुरस्कार और दिल्ली यूनिवर्सिटी में बदलेंगे एडमिशन नियम से जुड़ी खबरों को सिंगल कॉलम में लगाया गया है।
वहीं, नवोदय टाइम्स में भी आज तीसरा पेज फ्रंट पेज है। इस पेज पर आज अपेक्षाकृत ज्यादा विज्ञापन है। रिलायंस की खबर को ‘जियो से अब नहीं होगी मुफ्त कॉलिंग’ शीर्षक के साथ टॉप बॉक्स में लगाया गया है। नि:संदेह इस समाचार को काफी पढ़ा जाएगा। लीड दैनिक भास्कर की तरह केंद्रीय कर्मियों को मोदी सरकार का तोहफा है, जिसे आकर्षक अंदाज में पेश किया गया है।
अखबार ने सलमान खुर्शीद की राहुल गांधी पर टिप्पणी को भी प्रमुखता से फर्स्ट हाफ में जगह दी है। खुर्शीद ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि ‘हमारे तो नेता ही छोड़कर चले गए’। नोबल पुरस्कार, बीएसएफ ने मार गिराया पाकिस्तानी ड्रोन सहित चीनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा की खबर को भी पेज पर जगह मिली है।
अब देशबंधु की बात करें तो केंद्रीय कर्मियों को सरकार के तोहफे की खबर को लीड लगाया गया है। दूसरी बड़ी खबर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की है, जिसकी चीफ का कहना है कि भारत में आर्थिक मंदी का असर बेहद कम है। चीनी राष्ट्रपति के दौरे, पीएम को पत्र लिखने वालों को राहत और सीबीआई घूसकाण्ड की खबरों को भी प्रमुखता के साथ पेज पर जगह मिली है।
नोबल पुरस्कारों की घोषणा पेज पर सेकंड हाफ में दो कॉलम में है, जबकि एंकर में पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा समाचार है। इसके अनुसार, दिल्ली से गुजरात तक ग्रीन वॉल ऑफ इंडिया बनाई जाएगी। इसके अलावा, प्रियंका गांधी द्वारा मोदी सरकार पर किये गए हमले को भी पेज पर रखा गया है, हालांकि उसमें कांग्रेस में चल रहे घमासान का जिक्र नहीं है।
आज नवभारत टाइम्स ने तीसरे पेज को अपना फ्रंट पेज बनाया है। अखबार ने इस पेज की शुरुआत बेहद आकर्षक टॉप बॉक्स से की है, जिसमें छह अलग-अलग खबरों को एक शीर्षक तले सजाया गया है। हालांकि, इस बॉक्स में कुछ तकनीकी गड़बड़ दिखाई दे रही है। खबर का शीर्षक है ‘दफ्तर, बैंक, बाजार सब दे रहे फेस्टिवल बोनस’, इसमें केंद्रीय कर्मियों का डीए बढ़ना, लोन सस्ता होना, शेयर बाजार में तेजी, दशहरे पर 200 मर्सिडीज के बिकने को फेस्टिवल बोनस के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन टमाटर के दामों में इजाफा और जियो से मुफ्त कॉलिंग बंद होना, बोनस कैसे हो गया, ये समझना मुश्किल है। भले ही इसके पीछे अखबार का अपना कोई लॉजिक हो, लेकिन आम पाठकों के लिहाज से इसे तकनीकी गड़बड़ ही कहा जाएगा।
नवभारत की लीड सबसे अलग है। सरकार पीओके से आये 5300 परिवारों में से प्रत्येक को 5.5 लाख रुपए देने जा रही है। लीड में ही चीनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा की खबर को रखा गया है। इसके अलावा पेज पर स्थानीय सड़क दुर्घटना का समाचार प्रमुखता के साथ लगा है। मोदी को पत्र लिखने वाली हस्तियों को राहत सहित दो अन्य खबरें सिंगल कॉलम में हैं।
इनके अलावा, अमर उजाला में आज तीसरा पेज फ्रंट पेज है। इस फ्रंट पेज पर भी आधा पेज विज्ञापन है। अखबार ने मोदी सरकार के तोहफे के बजाय चीनी राष्ट्रपति के दौरे को प्रमुखता देते हुए इस खबर को लीड लगाया है। ‘जिनपिंग से कश्मीर पर बात नहीं करेंगे मोदी’ शीर्षक के साथ यह समाचार पांच कॉलम में है जबकि महंगाई भत्ते में इजाफा दूसरी बड़ी खबर है।
पीएम मोदी को पत्र लिखने वाली हस्तियों के खिलाफ अब देशद्रोह का केस नहीं चलेगा, इस समाचार को भी अमर उजाला ने प्रमुखता देते हुए तीन कॉलम में रखा है। साथ ही चीफ जस्टिस की सुरक्षा पर एजेंसियों की चिंता, नोबल पुरस्कार और सीबीआई के पूर्व चीफ के खिलाफ जांच को दो महीने की मोहलत संबंधी खबरें भी फ्रंट पेज पर हैं।
सबसे आखिर में आज दैनिक जागरण का रुख करते हैं। अखबार में आज दो फ्रंट पेज हैं। पहले पेज पर केंद्रीय कर्मचारियों और कश्मीरियों को सरकार के तोहफे को लीड बनाया गया है। इसके अलावा, जियो से अन्य नेटवर्क पर मुफ्त कॉलिंग खत्म होने की खबर भी पेज पर है, जिसे पूरे पांच कॉलम जगह दी गई है। दूसरे फ्रंट पेज की बात करें तो लीड यहां चीनी राष्ट्रपति का भारत दौरा है। एसबीआई के सस्ते कर्ज को डीप सिंगल में लगाया गया है, वहीं दिल्ली की सीलिंग से जुड़ा समाचार पेज पर दूसरी बड़ी खबर के रूप में है। राहुल गांधी पर सलमान खुर्शीद के कटाक्ष को दैनिक जागरण ने सबसे बड़ी जगह दी है। वहीं एंकर में नोबल पुरस्कारों की घोषणा से जुड़ी खबर को सजाया गया है।
आज का 'किंग' कौन?
1: लेआउट और खबरों की प्रस्तुति में नवभारत टाइम्स और अमर उजाला सबसे आगे हैं। अमर उजाला ने जहां लीड को बेहद आकर्षक अंदाज में प्रस्तुत किया है, वहीं नवभारत टाइम्स का टॉप बॉक्स सबसे जुदा है। इसके अलावा भी दोनों अखबारों का फ्रंट पेज आंखों को भाने वाला है। जबकि हिन्दुस्तान ने फ्रंट पेज का लेआउट काफी हद तक कल जैसा ही रखा है।
2: खबरों के लिहाज से देखें तो हिन्दुस्तान अव्वल है। अखबार के फ्रंट पेज पर कुछ ऐसी खबरें हैं, जिसे किसी दूसरे ने जगह नहीं दी है। वहीं, दैनिक भास्कर ने भी रेलवे के निजीकरण को लेकर जो खबर फ्रंट पेज पर लगाई है, वो कहीं और प्रमुखता से नजर नहीं आती।
टैग्स हिन्दुस्तान दैनिक जागरण अमर उजाला दैनिक भास्कर नवोदय टाइम्स नवभारत टाइम्स न्यूजपेपर कवरेज न्यूजपेपर्स अखबारों का विश्लेषण अखबार समीक्षा देशबंधु