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आज कैसा रहा हिंदी अखबारों के फ्रंट पेज का हाल, पढ़ें यहां
नवभारत टाइम्स में आज फ्रंट पेज की शुरुआत तीसरे पेज से हुई है, जबकि दैनिक जागरण में दो फ्रंट पेज बनाए गए हैं।
नीरज नैयर 4 years ago
एससी/एसटी एक्ट, शाहीन बाग और आज आने वाला दिल्ली चुनाव का फैसला राजधानी से प्रकाशित होने वाले अखबारों की सुर्खियां हैं। सबसे पहले बात करते हैं दैनिक भास्कर की। फ्रंट पेज की शुरुआत दिल्ली चुनाव वाले टॉप बॉक्स से हुई है, इसे लीड के रूप में पेश कियl गया है। दूसरी बड़ी खबर आरक्षण पर बवाल है। सुप्रीम कोर्ट के प्रमोशन पर आरक्षण को मौलिक अधिकार नहीं मानने संबंधी टिप्पणी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी इस खबर का हिस्सा बनाया गया है। कोर्ट ने पुरानी व्यवस्था को बरकरार रखा है। यानी अग्रिम जमानत नहीं होगी और तुरंत गिरफ्तारी की व्यवस्था जारी रहेगी।
पेज पर तीसरी प्रमुख खबर शाहीन बाग है। हालांकि, सड़क बंद करने को लेकर कोर्ट की टिप्पणी के बजाय प्रदर्शन के दौरान बच्ची की मौत पर अदालत के सवाल से खबर को उठाया गया है। कोरोना वायरस पर डब्लूएचओ की चेतावनी और एकतरफा प्यार की भेंट चढ़ी महिला, ये समाचार भी फ्रंट पेज पर हैं। डब्लूएचओ का कहना है कि वायरस दुनिया भर में फैल सकता है। एंकर में ऑस्कर पुरस्कारों का जिक्र है. इसके अलावा, पेज पर दो सिंगल और कुछ संक्षिप्त ख़बरें हैं।
अब नवभारत टाइम्स की बात करें, तो तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। हालांकि, वहां भी विज्ञापन के चलते खबरों के लिए आधा पेज जगह ही मिल सकी है। अखबार ने एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लीड लगाया है। आज आने वाले दिल्ली के फैसले को टॉप बॉक्स में जगह मिली है। शाहीन बाग पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को भी प्रमुखता के साथ पेज पर रखा गया है। अखबार ने इस खबर में प्रदर्शन और बच्ची की मौत दोनों का जिक्र किया है। इसके अलावा, गार्गी कॉलेज विवाद, जामिया छात्रों का प्रदर्शन और ऑस्कर पुरस्कार से जुड़ी खबर भी पेज पर है।
अब रुख करते हैं हिन्दुस्तान का। शाहीन बाग प्रदर्शन पर कोर्ट की टिप्पणी को लीड का दर्जा मिला है। कोर्ट का कहना है कि प्रदर्शनकारियों का पक्ष सुने बगैर कोई निर्देश नहीं दिया जा सकता। हालांकि अदालत ने सड़क बंद करने को गलत करार दिया है। इसी में जामिया छात्रों के प्रदर्शन पर पुलिस के लाठीचार्ज को भी जगह मिली है। दिल्ली चुनाव के आज आने वाले फैसले को टॉप बॉक्स में रखा गया है। प्रमोशन पर आरक्षण को लेकर मचा बवाल और एससी/एसटी एक्ट पर सर्वोच्च अदालत का फैसला भी पेज पर है।
इसके अलावा, ब्रिटिश एयरवेज की उपलब्धि और दिल्ली केंट में रहने वालों को मिली राहत को भी अखबार ने प्रमुखता के साथ पेज पर स्थान दिया है। ब्रिटिश एयरवेज के विमान ने न्यूयॉर्क से लंदन तक का सफ़र पांच घंटे से भी कम समय में पूरा करके रिकॉर्ड बनाया है। वहीं, गार्गी कॉलेज विवाद के साथ ही ऑस्कर पुरस्कार सिंगल कॉलम में है।
वहीं, राजस्थान पत्रिका में फ्रंट पेज की शुरुआत ऑस्कर पुरस्कारों से हुई है, जिन्हें बेहतरीन अंदाज़ में पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। इन पुरस्कारों की अहमियत इस लिहाज से भी बढ़ गई है कि पहली बार विदेशी भाषा की फिल्म को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। लीड शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी है, इसी में जामिया छात्रों के प्रदर्शन का भी जिक्र है।
शाहीन बाग में बच्ची की मौत से जुड़ी खबर अलग से दो कॉलम में है, लेकिन कॉमन आईब्रो से उसे लीड के हिस्से के रूप में पेश किया गया है। एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले सहित जम्मू-कश्मीर में नागरिक सुरक्षा कानून के खिलाफ दायर याचिका को भी प्रमुखता के साथ फ्रंट पर रखा गया है। एंकर में दिल्ली चुनाव से जुड़ा समाचार है।
अमर उजाला ने शाहीन बाग पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई को सबसे अलग अंदाज में पेश किया है। प्रदर्शन के दौरान सड़क बंद करने और प्रदर्शन के दौरान हुई बच्ची की मौत पर कोर्ट के रुख को चार-चार कॉलम में रखा गया है और रिवर्स पॉइंटर से उन्हें जोड़ा गया है। वहीं, दिल्ली चुनाव की खबर बेहतरीन शीर्षक के साथ लगाई गई है। लीड की बात करें तो एससी/एसटी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सबसे बड़ी खबर का दर्जा मिला है। साथ ही प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मचे बवाल को कॉमन आईब्रो के जरिये लीड के हिस्से के रूप में पेश किया गया है।
सबसे आखिरी में रुख करते हैं दैनिक जागरण का, जिसके पाठकों को आज दो फ्रंट पेज मिले हैं। पहले फ्रंट पेज के टॉप बॉक्स में दिल्ली चुनाव से जुड़ा समाचार है। लीड शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी है। इसके अलावा, तीसरी और आखिरी बड़ी खबर के रूप में फैजल खान की बाईलाइन स्टोरी को जगह मिली है। उन्होंने बताया है कि 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपित मूसा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दूसरे फ्रंट पेज पर चलें तो यहां आरक्षण पर मचे घमासान को लीड का दर्जा मिला है। एससी/एसटी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी प्रमुखता से लगाया गया है। आरक्षण पर कांग्रेस की पैंतरेबाजी दर्शाती खबर के साथ ही कोरोना वायरस से जुड़े समाचार को अख़बार ने कुछ ज्यादा ही बड़ी जगह प्रदान की है।
1: लेआउट की बात करें तो पहले स्थान पर दैनिक भास्कर जबकि दूसरे नंबर पर अमर उजाला को रखा जा सकता है। सीमित जगह में भी अमर उजाला ने अच्छा फ्रंट पेज तैयार किया है।
2: खबरों की प्रस्तुति के लिहाज से अमर उजाला सबसे आगे है। दूसरे नंबर पर दैनिक भास्कर और तीसरे नंबर पर राजस्थान पत्रिका को रखा जा सकता है।
3: कलात्मक शीर्षक के मामले में आज सभी बराबर हैं, क्योंकि सभी ने दिल्ली चुनाव से जुड़े समाचार के शीर्षक में प्रयोग किया है।
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