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कैसे रहे प्रमुख हिंदी अखबारों के फ्रंट पेज, पढ़ें यहां
अमर उजाला के फ्रंट पेज पर आज कोई विज्ञापन नहीं है। हिन्दुस्तान और दैनिक जागरण में तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है, जबकि दैनिक भास्कर में फ्रंट पेज पर आधा पेज विज्ञापन है।
नीरज नैयर 4 years ago
राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब सरकार आगे की प्रक्रिया तय करने में जुट गई है। इसी तैयारी को दिल्ली से प्रकाशित होने वाले प्रमुख अखबारों ने प्रमुखता से लगाया है। शुरुआत आज ‘दैनिक भास्कर’ से करते हैं। अखबार के फ्रंट पेज पर नजर डालें तो लीड अयोध्या है। जिसे ‘राम मंदिर की नींव हिंदू नववर्ष या रामनवमी पर’ शीर्षक के साथ टॉप के छह कॉलम में सजाया गया है। इसके पास ही बांग्लादेश पर टीम इंडिया की जीत को फोटो के साथ रखा गया है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन के समाचार को दैनिक भास्कर ने दो कॉलम में लगाया है।
इसके अलावा, महाराष्ट्र के सियासी संग्राम को भी प्रमुखता मिली है। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू की नई परेशानी भी पेज पर है। हालांकि, इस परेशानी को खुद सिद्धू ने ही आमंत्रित किया है। सिद्धू साहब ने फिर से अपने क्रिकेटर मित्र और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं और उनके इस पाक प्रेम पर भाजपा ने कड़ा ऐतराज जताया है। साथ ही देश की पहली प्राइवेट ट्रेन ‘तेजस’ की कमाई भी सिंगल के रूप में पेज पर है। ‘तेजस’ ने एक महीने में 70 लाख रुपए कमाए हैं।
आज ‘हिन्दुस्तान’ में तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। इस फ्रंट पेज पर भी दो बड़े विज्ञापन हैं, लेकिन फिर भी अच्छी-खासी खबरों की गुंजाइश बन गई है। लीड अयोध्या है, जिसके मुताबिक राम मंदिर ट्रस्ट का गठन इसी महीने किया जाएगा। पेज पर अयोध्या फैसले के बाद देश में कायम सद्भावना को दर्शाती एक फोटो भी है। जुलूस-ए-मोहम्मदी के मौके पर कानपुर में हिंदुओं ने फूल बरसाकर मुस्लिमों का स्वागत किया। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन की खबर के साथ ही महाराष्ट्र के सियासी संग्राम को भी प्रमुखता से जगह दी गई है। इसके अलावा, वकीलों का हड़ताली हठ और महिला क्रिकेटर शैफाली की उपलब्धि को भी ‘हिन्दुस्तान’ ने फ्रंट पेज पर रखा है।
वहीं, अमर उजाला में फ्रंट पेज पर एक भी विज्ञापन नहीं होने की वजह से अखबार की टीम को मनमुताबिक ढंग से पेज सजाने का पूरा मौका मिला। टॉप बॉक्स में ‘भाईचारे का संदेश देगा राम मंदिर पर बनने वाला ट्रस्ट’ शीर्षक के साथ अयोध्या को रखा गया है। अपनी बाईलाइन में हिमांशु मिश्र ने बताया है कि ट्रस्ट में मुस्लिम प्रतिनिधित्व भी संभव है। इसके पास ही पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन का समाचार है। चुनाव आयोग की असल ताकत का अहसास शेषन ने ही कराया था। लीड महाराष्ट्र का सियासी संग्राम है। भाजपा और शिवसेना के औपचारिक रिश्ते का आखिरकार अंत होता नजर आ रहा है। शिवसेना अपने पुराने सहयोगी को 'तलाक' देकर नया साथी तलाश रही है।
बांग्लादेश से सीरीज जीतने वाली टीम इंडिया को भी फ्रंट पेज पर जगह मिली है। इसके साथ ही महिला क्रिकेटर शैफाली की उपलब्धि को भी लगाया गया है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए टी-20 में 49 गेंदों में 73 रन बनाये हैं। स्विस बैंक में 1955 से अब तक 3500 खाते निष्क्रिय पड़े हैं, जिनमें से 10 से ज्यादा भारतीयों के भी हैं। इस खबर को प्रमुखता के साथ लगाया गया है। वहीं, वकील-पुलिस विवाद फिर सुर्खियों में है। निचली अदालतों में वकील आज से फिर कामकाज ठप करेंगे। एंकर में दिल्ली की बिगड़ती हवा है। खबर बताती है कि ऑड-ईवन से छूट मिलते ही राजधानी की हवा फिर से खराब हो गई। इसके अलावा, पेज पर अयोध्या फैसले को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले 90 लोगों की गिरफ्तारी का समाचार भी है।
अब ‘नवभारत टाइम्स’ की बात करें तो फ्रंट पेज पर काफी विज्ञापन है। लीड अयोध्या है, जिसे 'राम नवमी से पहले मंदिर का शिलान्यास' शीर्षक से पूरे सात कॉलम में लगाया गया है। इसमें ट्रस्ट की रूपरेखा तैयार करने के पीएम के निर्देश के साथ ही कार्यशाला में शुरू होने वाले काम को रखा गया है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन की खबर को भी फ्रंट पेज पर जगह दी गई है। बांग्लादेश पर भारत की जीत से जुड़े क्रिकेट के समाचार को भी फोटो के साथ पेज पर रखा गया है। अखबार ने महाराष्ट्र के सियासी संग्राम को दो कॉलम में लगाया है, वहीं पेज पर करतारपुर से जुड़ी खबर भी है। कुछ समाचार संक्षिप्त में भी हैं।
आखिर में अब ‘दैनिक जागरण’ का रुख करते हैं। अखबार में तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। इस फ्रंट पेज पर दो बड़े विज्ञापन हैं। खास बात यह है कि आज इस अखबार ने महज दो-तीन खबरों में फ्रंट पेज समाप्त करने का प्रयास नहीं किया है। पेज पर चार बड़ी और दो सिंगल खबरें लगाई हैं। लीड अयोध्या है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की धर्मगुरुओं के साथ हुई बैठक की फोटो के साथ लगाया गया है। दूसरी बड़ी खबर महाराष्ट्र का सियासी संग्राम है। भाजपा के पीछे हटने के बाद अब राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता दिया है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर छह लोगों की मौत, एच1 वीजा धारक भारतीयों को अमेरिका द्वारा मिली छूट, टीएन शेषन का निधन और बांग्लादेश पर टीम इंडिया की जीत का समाचार भी पेज पर है।
आज का ‘किंग’ कौन?
1: सबसे पहले बात लेआउट की। ‘अमर उजाला’ को छोड़कर बाकी सभी अखबारों में लगभग आधा पेज विज्ञापन है, इसलिए ले-आउट पर ज्यादा कुछ कहना संभव नहीं। फिर भी ‘दैनिक जागरण’ को छोड़कर सभी के फ्रंट पेज आकर्षक दिखाई दे रहे हैं।
2: खबरों की प्रस्तुति की बात करें तो ‘नवभारत टाइम्स’ और ‘दैनिक भास्कर’ बेहतर हैं। हालांकि, ‘अमर उजाला’ का फ्रंट पेज भी अच्छा लग रहा है, लेकिन पहले जैसा नहीं है।
3: कलात्मक शीर्षक पर आज किसी भी अखबार ने जोर नहीं दिया है।
4: खबरों की बात करें तो ‘सभी अखबार लगभग एक समान हैं।
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